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BJP के मंत्रियों को तगड़े मंत्रालय, PM मोदी ने NDA के सहयोगियों को कौन से विभाग दिए हैं?

गृह, रक्षा, वित्त, विदेश, रेलवे जैसे बड़े मंत्रालयों का जिम्मा पिछली सरकार की तरह है. ये सभी विभाग बीजेपी के खाते में ही गए हैं.

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NDA Parties ministry
चिराग पासवान, राममोहन नायूड और जयंत चौधरी (फाइल फोटो)
10 जून 2024
Updated: 10 जून 2024 21:34 IST
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में बनी एनडीए सरकार (Modi Cabinet) के नए मंत्रियों में विभागों का बंटवारा हो गया है. गृह, रक्षा, वित्त, विदेश, रेलवे जैसे बड़े मंत्रालयों का जिम्मा पिछली सरकार की तरह है. ये सभी विभाग बीजेपी के खाते में ही गए हैं. सरकार में शामिल NDA के घटक दलों के पांच नेताओं को कैबिनेट मंत्री का जिम्मा मिला था. इसके अलावा 6 नेताओं ने राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली थी. इन सभी के विभागों की जानकारी भी सामने आ गई है.

जेडीयू

इस सरकार में जनता दल (यूनाइटेड) सबसे अहम पार्टनर है. पार्टी लोकसभा चुनाव में 12 सीट जीती है. जेडीयू को मंत्रिमंडल में दो सीटें मिली हैं. एक कैबिनेट और एक राज्य मंत्री.

ललन सिंह- बिहार के मुंगेर से लोकसभा सांसद हैं. उन्हें दो मंत्रालय मिले हैं. 1. पंचायती राज 2. मत्स्य, पशु पालन और डेयरी.

रामनाथ ठाकुर- जेडीयू के राज्यसभा सांसद और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर के बेटे हैं. उन्हें कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री बनाया गया है.

टीडीपी

तेलुगु देशम पार्टी मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में एक और महत्वपूर्ण सहयोगी है. लोकसभा में टीडीपी के कुल 16 सांसद हैं. इसलिए  

राममोहन नायडू- टीडीपी के युवा सांसद के रूप में चर्चित हैं. आंध्र प्रदेश की श्रीकाकुलम सीट से तीसरी बार सांसद बने हैं. उन्हें सिविल एविएशन मंत्री (नागरिक उड्डयन) बनाया गया है. 36 साल के नायडू इस सरकार में सबसे कम उम्र के मंत्री भी हैं. 

चंद्रशेखर पेम्मासामी- गुंटूर से लोकसभा सांसद हैं. उन्हें दो विभागों में राज्य मंत्री की जिम्मेदारी दी गई है. 1. ग्रामीण विकास 2. संचार मंत्रालय.

लोजपा

चिराग पासवान- बिहार के हाजीपुर से लोकसभा सांसद हैं. पार्टी 5 सीट जीतकर आई है. चिराग को फूड प्रोसेसिंग मंत्री बनाया गया है. वे पहली बार कैबिनेट मंत्री बने हैं. हाजीपुर से पहले वे जमुई से लगातार 10 साल सांसद रहे.

HAM(S)

जीतनराम मांझी- बिहार में एनडीए गठबंधन में लड़ने वाली पार्टियों में हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) भी है. पार्टी को एकमात्र गया सीट मिली थी. यहीं से जीतकर पार्टी के संस्थापक जीतनराम मांझी लोकसभा पहुंचे हैं. उन्हें  सूक्ष्म, लघु, और मध्यम उद्योग मंत्री (MSME) की जिम्मेदारी मिली है.

JDS

एचडी कुमारस्वामी- कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री हैं. लोकसभा में पार्टी के दो सांसद पहुंचे हैं. इस बार कुमारस्वामी खुद मंड्या से सांसद चुने गए हैं. उन्हें दो मंत्रालयों की जिम्मेदारी मिली है. 1. भारी उद्योग 2. इस्पात मंत्रालय.

शिवसेना

जाधव प्रताप राव गणपतराव- लोकसभा चुनाव में शिवसेना (शिंदे गुट) के 7 सांसद चुनकर आए हैं. हालांकि पार्टी के हिस्से राज्य मंत्री का पद आया है. प्रताप राव महाराष्ट्र के बुलढाणा से सांसद हैं. उन्हें दो विभागों के राज्य मंत्री बने हैं. 1. आयूष मंत्रालय (स्वतंत्र प्रभार) 2. स्वास्थ्य मंत्रालय.

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RPI

रामदास अठावले- रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (अठावले) (RPI-A) के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामदास अठावले पिछली मोदी सरकार में भी राज्य मंत्री थे. वे महाराष्ट्र से राज्यसभा सांसद हैं. इस बार भी उन्हें सामाजिक न्याय राज्य मंत्री बनाया गया है.

RLD

जयंत चौधरी- जयंत राष्ट्रीय लोक दल (RLD) के अध्यक्ष हैं. चुनाव से ठीक पहले वे एनडीए के खेमे में गए थे. उनके दो नेता बिजनौर और बागपत से लोकसभा में चुनकर आए हैं. जयंत खुद राज्यसभा सांसद हैं. उन्हें कौशल विकास और उद्यमिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाया गया है. इसके अलावा उन्हें शिक्षा राज्य मंत्री की जिम्मेदारी भी मिली है.

अपना दल (सोनेलाल)

अनुप्रिया पटेल- अनुप्रिया उत्तर प्रदेश की मिर्जापुर सीट से तीसरी बार सांसद चुनी गई हैं. अपना दल (सोनेलाल) की राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं. उन्हें दो विभागों में राज्य मंत्री का जिम्मा मिला है. 1. स्वास्थ्य और परिवार कल्याण 2. रसायन और उर्वरक. पटेल नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली पहली और दूसरी सरकारों में भी राज्य मंत्री थीं.

लोकसभा चुनाव में बीजेपी को पिछले दो चुनावों की तरह बहुमत नहीं मिल पाई. पार्टी को 240 सीटें मिली हैं. हालांकि एनडीए के हिस्से 293 सीटें आई हैं. इस बार बीजेपी को इन्हीं सहयोगी दलों के दम पर सरकार चलानी है. इससे पहले की दोनों सरकारों में बीजेपी के पास अपने दम पर बहुमत का आंकड़ा था. इसलिए आने वाले समय में दूसरे दलों की भूमिका अहम रहने वाली है.

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