ऐसी गुमनाम जनजाति जिसके लोग उड़ता प्लेन देखकर डर जाते हैं, वीडियो आया तो दुनिया को पता चला
माश्को-पीरो पेरू के अमेज़न वर्षावन में रहने वाली जनजाति है. माश्को-पीरो का ज़िक्र सबसे पहले सन 1894 में आया. पेरू में अमेज़न वर्षावन के पास एक नदी बहती है. नाम है मनु. इसी नदी के आसपास इस जनजाति की बसाहट पाई गई.
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