'नफरत फैलाने वालों को छू तक नहीं रहे, सच बोलने वालों को जेल में डाल रहे', जुबैर को लेकर बोलीं ममता
'भले ही वे लोगों को मार ही क्यों न डालें, उन्हें छुआ नहीं जाएगा, लेकिन अगर हम सच बोलते हैं, तो हमें निशाना बनाया जाएगा'

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने ऑल्ट न्यूज़ (Alt News) से जुड़े पत्रकार मोहम्मद जुबैर (Mohammad Zubair) और सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ (Teesta Setalvad) की गिरफ्तारी की आलोचना की है. उन्होंने इसे लेकर बीजेपी पर तीखा हमला बोला है.
ममता बनर्जी ने क्या कहा?इंडिया टुडे से जुड़े इंद्रजीत कुंडू के मुताबिक मंगलवार, 28 जून को पश्चिम बंगाल के आसनसोल में टीएमसी की बैठक को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा,
‘बीजेपी का सोशल मीडिया केवल फर्जी वीडियो और गलत सूचना फैलाकर लोगों को धोखा दे रहा है. जब आपके नेता गंदी और गलत सूचना फैलाते हैं और दूसरों का अपमान करते हैं, तो आप उन्हें गिरफ्तार नहीं करते हैं. तब आप चुप रहते हैं. भले ही वे लोगों को मार ही क्यों न डालें, उन्हें छुआ नहीं जाएगा, लेकिन अगर हम सच बोलते हैं, तो हमें निशाना बनाया जाएगा.’
ममता ने केंद्र सरकार ने सवाल करते हुए कहा,
मोहम्मद जुबैर की गिरफ्तारीजुबैर को क्यों गिरफ्तार किया गया? उन्होंने क्या किया था? आपने तीस्ता सीतलवाड़ को क्यों गिरफ्तार किया? उन्होंने क्या किया? आज पूरा विश्व इसकी निंदा कर रहा है. क्या सच बोलना या सच को उजागर करना अपराध है? जो लोग इस सरकार के खिलाफ बोल रहे हैं, उन्हें या तो एजेंसियों का इस्तेमाल करके परेशान किया जा रहा है या उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाता है.'
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने सोमवार, 27 जून की शाम को मोहम्मद जुबैर को धार्मिक भावनाएं भड़काने के आरोप में गिरफ्तार किया था. दिल्ली पुलिस की IFSO यूनिट ने सेक्शन 153 ए और 295 ए के तहत उन्हें अरेस्ट किया. पुलिस ने बताया कि जुबैर की गिरफ्तारी जून 2022 में दर्ज किए गए एक केस मामले में हुई है. लेकिन यह केस 2018 में किए गए एक ट्वीट से जुड़ा है. पुलिस के मुताबिक एक ट्विटर यूजर ने जुबैर के इस ट्वीट को लेकर शिकायत भेजी थी. गिरफ्तारी के कुछ घंटे बाद ही दिल्ली पुलिस ने मोहम्मद जुबैर को कोर्ट में पेश किया. जहां से उन्हें एक दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया गया.
तीस्ता सीतलवाड़ की गिरफ्तारीबीते 25 जून को एक्टिविस्ट तीस्ता सीतलवाड़ को मुंबई में गुजरात पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. इसके अलावा गुजरात के पूर्व डीजीपी आरबी श्रीकुमार को भी गिरफ्तार किया गया. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक गुजरात पुलिस ने पूर्व IPS संजीव भट्ट, पूर्व IPS आरबी श्रीकुमार और तीस्ता सीतलवाड़ के खिलाफ FIR दर्ज की है. FIR के मुताबिक इन लोगों पर आरोप हैं कि इन्होंने अदालत में कई याचिकाएं दायर की और स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (SIT) और दूसरे जांच कमीशन को गुजरात दंगों के मामले में गलत जानकारी दी.