कमलनाथ को ओपन लेटर क्यों लिख रहे हैं नंदी और महाकाल ?
क्या लिखा नंदी और महाकाल ने कमलनाथ के लिए?

मध्य प्रदेश में इस साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. अब चुनाव हैं, तो बयानबाजी और जनता को अपने पाले में करने के जुगाड़ भी किए जाएंगे. इसी क्रम में सूबे में ओपेन लेटर लिखे जाने का ट्रेंड शुरू हो गया है. चिट्ठियां लिखने वाले भी कोई आम आदमी नहीं हैं, बल्कि खुद भगवान हैं. आप सोच रहे होंगे भला भगवान क्यों और कैसे चिठ्ठियां लिखने लगे? और लिख भी रहे हैं, तो किसे? आइए आपको पूरा मामला बताते हैं.
14 जुलाई को सीएम शिवराज सिंह चौहान ने उज्जैन से जन-आशीर्वाद यात्रा की शुरुआत की. शिवराज की ये यात्रा शुरू होने से पहले कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने उज्जैन के बाबा महाकाल को चिठ्ठी लिखी. अपनी चिट्ठी में कमलनाथ ने महाकाल से अपील की कि वो शिवराज को आशीर्वाद न दें. अब बाबा महाकाल ने तो कमलनाथ को कोई जवाब नहीं दिया, लेकिन सोशल मीडिया पर कमलनाथ के नाम नंदी की लिखी चिट्ठी वायरल हो रही है. इस चिट्ठी में भगवान शिव अपने प्रिय गण नंदी को फटकार लगा रहे हैं.

मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ
कमलनाथ ने क्या लिखा था अपनी चिट्ठी में
कमलनाथ ने भगवान महाकाल को चिट्ठी में लिखा था, 'पांच साल पहले भी शिवराज सिंह चौहान आपके पास आए थे और एमपी को सर्वश्रेष्ठ प्रदेश बनाने का वादा किया था. इस बार फिर चुनाव से पहले शिवराज आपके पास आ रहे हैं. शिवराज धार्मिक भावना के नाम पर लोगों को ठगने का काम कर रहे हैं. एमपी के किसान कर्ज तले दबे हैं और आत्महत्या कर रहे हैं. युवा बेरोज़गार घूम रहे हैं'.
कमलनाथ ने इस खत के ज़रिए शिवराज सिंह चौहान पर वादे पूरे न करने का आरोप लगाया और लिखा, 'महाकाल, आप अंतर्यामी हैं, एक बार फिर ठगने वाले आपके सामने आ रहे हैं, छल व प्रपंच की तैयारी है. लेकिन अब आशीर्वाद नहीं, धोखे व कर्मों को फल देने का समय आ गया है. अब आप जनता को आशीर्वाद देकर उनको शिवराज सरकार के कुशासन से मुक्ति दिलाएं.'

फिर कमलनाथ को नंदी से क्या जवाब मिला
कमलनाथ की भगवान शिव को लिखी चिठ्ठी के दो दिनो के भीतर ही सोशल मीडिया पर एक चिठ्ठी वायरल हो गई, जिसे 'नंदी का कमलनाथ को जवाब' बताया गया. नंदी के नाम पर चल रही इस चिट्ठी में लिखा है, 'प्रिय कमलनाथ, आपका पत्र मिला. महादेव को मैंने स्वयं पढ़कर सुनाया. प्रभु बहुत भोले हैं. उन्होंने आपकी बातों पर विश्वास करके आपकी इच्छा पूरी करने की बात कही. आप तो जानते हैं कि प्रभु की लीलाएं न्यारी हैं. उनका आशीर्वाद देने का तरीका भी निराला है, तो महादेव ने कांग्रेस के लिए अपना आशीर्वाद एक नारियल के रूप में आपके अपने ज्योतिरादित्य सिंधिया तक पहुंचाया, लेकिन उन्होंने उसका तिरस्कार कर दिया. मैंने भोलेनाथ से स्वयं आप सब लोगों को सद्बुद्धि देने की विनती की है, ख्याल रखिए'.

ये सिंधिया का नारियल गिराने वाला क्या मामला है
जुलाई में ही बुंदेलखंड यात्रा के दौरान पन्ना पहुंचे सिंधिया को उनके किसी कार्यकर्ता ने नारियल दिया था. उस समय सिंधिया अपनी कार में काफिले के साथ थे. गाड़ी कुछ आगे बढ़ने पर सिंधिया ने वो नारियल बाहर फेंक दिया था. सोशल मीडिया पर उनके इस बर्ताव की आलोचना हुई. सिंधिया के बचाव में बयान दिया गया कि गाड़ी में उनके साथ बैठे लोगों ने शक जताया कि उन्हें ये नारियल टोटका करके दिया गया, तभी उन्होंने उसे फेंक दिया.

ज्योतिरादित्य सिंधिया की नारियल फेंकने वाली तस्वीर
इसके बाद नंदी को भगवान शिव की फटकार वाली चिठ्ठी वायरल हुई
कमलनाथ और नंदी की चिठ्ठी के बाद अब भगवान शिव की नंदी को लिखी चिठ्ठी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. इसमें भगवान शिव ने नंदी को इस बात के लिए फटकार लगाई है कि उनकी इजाज़त के बिना कमलनाथ को पत्र क्यों लिखा गया.
चिठ्ठी में लिखा है, 'प्रिय नंदी, आपके द्वारा मध्य प्रदेश कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष कमलनाथ को मेरी अनुमति के बिना पत्र लिखे जाने का मामला मेरे संज्ञान में आया है. नंदी आप अत्यधिक भोले हो. आपने पूरे मामले को समझे बिना ही कमलनाथ को पत्र लिख दिया, जबकि कमलनाथ स्वयं कुछ दिनों पूर्व मेरे पास आए थे और मैंने ही उन्हे आशीर्वाद देकर मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी का नेतृत्व करने के लिए आदेशित किया था. नंदी क्या आप जानते हैं कि शिवराज की पार्टी काशी में सैकड़ों मंदिर तोड़ रही है?' इस चिठ्ठी में नंदी को समझाइश भी दी गई कि अब वो और गुमराह न हों, मध्य प्रदेश की जनता भी शिवराज की विदाई का मन बना चुकी है.

महाकाल का नंदी को पत्र
इन चिट्ठियों का कोई चुनावी फायदा हो या न हो, लेकिन सोशल मीडिया पर लोगों को मनोरंजन खूब हो रहा है. अभी तक ये पता नहीं है कि भगवान शिव और नंदी के नाम से ये चिट्ठियां लिख कौन रहा है. पर लोग पढ़ तो बड़े चाव से रहे हैं.
ये भी पढ़ें:
मध्य प्रदेश में लाखों फर्जी वोट, कांग्रेस-बीजेपी में से किसे जिताने वाले हैं?
मध्य प्रदेश में 6 किसानों का कत्ल किसने किया?
शिवराज सिंह का 'बाढ़ दर्शन' बन गया ऊप्स मूमेंट
EVM में धांधली के नाम पर आधी तस्वीर दिखाकर आपको बरगलाया तो नहीं जा रहा है?