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चोट के चलते खेल से दूर हुई थीं, अब बैडमिंटन स्टार कुहू गर्ग ने UPSC में परचम लहरा दिया!

बैडमिंटन स्टार Kuhoo Garg ने UPSC exam में अपना परचम लहरा दिया. Kuhoo Garg के नाम कुल 19 इंटरनेशनल मेडल्स हैं.

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स्टार शटलर कुहू गर्ग ने UPSC की परीक्षा में कमाल कर दिया (फोटो: X/AshokKumar_IPS)
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रविराज भारद्वाज
17 अप्रैल 2024 (Updated: 17 अप्रैल 2024, 01:49 PM IST)
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एक इंटरनेशनल लेवल की बैडमिंटन स्टार गंभीर रुप से चोटिल हो जाती हैं. उनका लिगामेंट टूट (ACL tear) जाता है. किसी खिलाड़ी के लिए होने वाले सबसी खराब इंजरी में से एक. जिसे ठीक होने में कई महीने और साल लग जाते हैं. इस खिलाड़ी की सर्जरी हुई और उन्हें भी स्पोर्ट्स से लगभग डेढ़ साल का ब्रेक लेने की सलाह दी गई. ऐसा समय जब कई लोग हौसला हार जाते हैं, लेकिन इस खिलाड़ी ने अपना हौसला बनाए रखा.

उन्होंने इस समय का इस्तेमाल पढ़ाई में किया. उन्होंने सालों तक UPSC की तैयारी की. और जब 16 अप्रैल 2024 को UPSC का रिजल्ट आया, तो इस बैडमिंटन स्टार ने झंडा गाड़ दिया. 178 वीं रैंक लेकर आईं. और अब ये स्टार शटलर (Badminton star clears UPSC exam) खाकी वर्दी में नजर आएंगी. यहां जिस खिलाड़ी की बात हो रही है, वो हैं कुहू गर्ग (Kuhoo Garg). उत्तराखंड के पूर्व डीजीपी अशोक कुमार (Ex DGP Ashok Kumar) की बेटी. जो कि नवंबर 2020 से नवंबर 2023 तक उत्तराखंड के DGP रह चुके हैं. 

इंडिया टुडे से जुड़े अंकित शर्मा से बात करते हुए कुहू ने सफलता का श्रेय अपने पापा को दिया है. कुहू ने कहा,

“पापा एक DGP होने के नाते रोजाना कई लोगों की मदद करते थे और मुझे ये देखकर काफी प्रेरणा मिलती थी. उन्होंने कई सारी बुक्स लिखी हैं. मैंने वो भी पढ़ीं और उनसे कई सवाल भी करती थी. तो इस तरह से पूरी गाइडेंस और मेंटरशिप मेरे लिए मेरे पापा ने ही की है. मेरी पूरी इस तैयारी में उनका बहुत बड़ा हाथ है.”

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कुहू ने आगे कहा,

“मैंने 12 साल की उम्र से ही पूरे समर्पण के साथ बैडमिंटन खेलने लगी थी. मेरा सपना था कि मैं ओलंपिक्स, कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियन गेम्स में देश को रिप्रजेंट करूं. हालांकि, लॉकडाउन की वजह से इसमें थोड़ी रुकावट आई और फिर स्वास्थ्य संबंधी कुछ समस्याएं भी हुईं. कुछ समय बाद मुझे लिगामेंट इंजरी हो गई, जिसकी सर्जरी होनी थी. तो इसके लिए बैडमिंटन से मुझे लगभग डेढ़ साल का ब्रेक लेना पड़ा. इस समय का इस्तेमाल करने के लिए मैंने UPSC की तैयारी करने के लिए सोचा. ”

बैडमिंटन में किया देश का नाम रौशन

कुहू ने देहरादून स्थित St. Joseph's Academy से स्कूलिंग की है. जबकि, उन्होंने अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई दिल्ली के SRCC कॉलेज से पूरी की. कुहू विमेंस डबल्स और मिक्स्ड डबल्स में देश का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं. उनके नाम कुल 19 इंटरनेशनल मेडल्स हैं. जबकि आल इंडिया लेवल पर कुहू ने 56 मेडल्स जीते हैं. Uber Cup के ट्रायल के दौरान उन्हें ACL इंजरी हो गई थी, जिसके बाद उन्हें सर्जरी करानी पड़ी. कुहू ने इसके बाद से UPSC की तैयारी शुरू कर दी. साल 2022 में उन्होंने पहली बार एग्जाम दिया. जबकि साल 2023 के एग्जाम में उन्होंने सेकंड अटेम्प्ट में ही अपना परचम लहरा दिया.

कुहू के पापा अशोक कुमार मूल रूप से हरियाणा के पानीपत जिले के रहने वाले हैं. IPS की नौकरी से रिटायर होने के बाद अशोक कुमार को हरियाणा खेल विश्वविद्यालय का कुलपति बनाया गया है. जबकि कुहू की मां पेशे से प्रोफेसर हैं.

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