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भारत-अमेरिका के बीच टैरिफ को लेकर बन सकती है बात, इस तारीख तक हो सकता है समझौता

India US Trade Deal: अमेरिका ने भारत पर 26 प्रतिशत रेसिप्रोकल टैरिफ लगाया था. ये 10 प्रतिशत बेसलाइन टैरिफ के अलावा था. दोनों देशों के बीच बातचीत हुई और रेसिप्रोकल टैरिफ पर 90 दिनों तक के लिए रोक लगा दी गई. 8 जुलाई को 90 दिनों की ये अवधि पूरी हो जाएगी.

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भारत और अमेरिका जल्द ही एक ट्रेड डील पर हस्ताक्षर कर सकते हैं. (फाइल फोटो: एजेंसी)
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रवि सुमन
22 मई 2025 (Published: 08:47 AM IST) कॉमेंट्स
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भारत और अमेरिका के बीच अंतरिम व्यापार समझौते (India US Tariff Deal) पर जल्द ही बात बन सकती है. रिपोर्ट है कि आगामी 8 जुलाई तक दोनों देश इस समझौते पर हस्ताक्षर कर सकते हैं. अमेरिका ने भारत सहित कई देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ लगाया था. इसके बाद भारत को लेकर इस टैरिफ पर 90 दिनों के लिए रोक लगाई गई थी. 8 जुलाई को ये 90 दिनों की अवधि खत्म हो रही है.

इंडियन एक्सप्रेस ने एक सरकारी अधिकारी के हवाले से इसे रिपोर्ट किया है. अधिकारी ने कहा है कि अंतरिम ट्रेड डील से भारत अमेरिका के 26 प्रतिशत के रेसीप्रोकल टैरिफ से बच सकता है. 

ट्रेड डील पर चल रही वार्ता को नई दिशा देने के लिए ‘कॉमर्स एंड इंडस्ट्री मिनिस्टर’ पीयूष गोयल पिछले सप्ताह अमेरिका पहुंचे थे. इस यात्रा के कुछ दिन पहले ही अमेरिका और चीन ने एक-दूसरे पर लगाए टैरिफ को कम करने का फैसला लिया था. दोनों देशों के बीच व्यापार को लेकर तनाव काफी ज्यादा बढ़ गए थे. लेकिन अंत में अमेरिका और चीन ने टैरिफ कम करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर कर दिए.

10 प्रतिशत का बेसलाइन टैरिफ

भारत को लेकर भी ऐसी ही उम्मीदें लगाई जा रही हैं. अधिकारी ने कहा है कि दोनों देशों के बीच सकारात्मक बातचीत चल रही है. उन्होंने कहा,

8 जुलाई को टैरिफ की पहली किस्त लागू होने से पहले हम एक अंतरिम सौदा पूरा करना चाहते हैं. हम ये सुनिश्चित करना चाहते हैं कि 26 प्रतिशत अतिरिक्त ड्यूटी (रेसिप्रोकल टैरिफ) और संभवत: 10 प्रतिशत बेसलाइन टैरिफ भारत पर लागू न हो.

हालांकि, एक दूसरे अधिकारी का कहना है कि हो सकता है कि 10 प्रतिशत बेसलाइन टैरिफ बना रहे. पिछले दिनों अमेरिका ने ब्रिटेन के साथ ऐसा ही ट्रेड डील किया था. उसमें भी 10 प्रतिशत बेसलाइन टैरिफ का विकल्प बना रहा. रिपोर्ट के अनुसार, भारत कपड़ा और चमड़ा उद्योग जैसे अपने 'श्रम-प्रधान क्षेत्रों' के लिए टैरिफ में छूट की मांग कर रहा है. 

ये भी पढ़ें: टैरिफ के बारे में 'ए टू जेड' सब जान लीजिए

ट्रेड डील पर ट्रंप से बात बनेगी?

दूसरी पर सत्ता में आने के बाद से ही अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप टैरिफ को लेकर बड़े फैसले ले रहे हैं. भारत को लेकर भी उनके कई बयान आए. वो बार-बार दोहरा रहे हैं कि भारत में व्यापार करना मुश्किल है क्योंकि उनके हिसाब से यहां बहुत ज्यादा टैक्स लगता है.

इस बीच ट्रंप ने ये भी कह दिया कि उन्होंने ‘एप्पल’ कंपनी के CEO टिम कुक से कहा था कि वो भारत में आईफोन ना बनाएं. ये कहते हुए भी ट्रंप फिर से भारत में व्यापार को लेकर अपनी पुरानी बात दोहरा गए. उन्होंने फिर से कहा कि भारत दुनिया में सबसे अधिक टैरिफ वाले देशों में से एक है.

वीडियो: ट्रंप शेर तो चीन सवा शेर, टैरिफ के मुद्दे पर चीन दो कदम आगे निकल गया

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