गुरुग्राम में गमला चोरी केस का नया वीडियो आया है!

चोर चोरी करके चले गए. 40 लाख की गाड़ी में गमला रखकर चले गए.
सुंदर-सुंदर फूल लगे थे, फूलों से फ़ील आ रही थी, फ़ील आने के साथ ही सबकुछ तय हो गया,
"ब्रो, वो देख. क्या शूशां गमले लग रहे हैं. G20 क्या होता है? सोच ब्रो, ये ड्राइंग रूम में लगेंगे तो कैसे लगेंगे?"
लेकिन फिर सोच को अमली जामा पहनाना हुआ. कैसे गमले प्राप्त किये जाएं? कैसे गमलाचोरी के हमले से बचा जाए? सामने टैक्सपेयरों के पैसे से लाए गए गमले थे, हरे-भरे, न जाने खुशबूदार थे या नहीं. उन्हें चोरी किया जाना था. इस बहस की शुरुआत भी होनी थी कि जब टैक्सपेयरों के पैसों का गबन मंत्री कर सकते हैं, सरकारी अधिकारी कर सकते हैं, विधायक-सांसद-पार्षद-सदस्य कर सकते हैं, तो 40 लाख की कार चलाने वाला चंद गमले तो उठाकर पार लगा ही सकता है. कौन इस बहस में क्या पक्ष लेगा? क्या पता?
कार रुकी, कार की डिग्गी खुली, दो लोग उतरे, गमले पार लगने शुरु हुए. एक के बाद एक. कई गमले. गमलों की संख्या तय हो गई. 45 सेकंड के वीडियो में 7 गमले पार लगते हैं.
भला हो वीडियो बनाने वाले का. जिसने वीडियो बनाकर वायरल करना जरूरी समझा, बजाय रोकने के. वीडियो बनाने वाले को पता था - आजकल के बीजगणित में क्या कैसे वायरल हो जाता है?
उस बीजगणित का लाभांश सभी को मिलना था.
पहले एल्विस यादव नाम के व्यक्ति को कहा गया कि कार उनकी है. एल्विस यादव ने कहा कि नहीं.
फिर गुरुग्राम पुलिस ने किसी को अरेस्ट कर लिया. नाम मनमोहन. काम प्रॉपर्टी डीलिंग. कार के मालिक का नाम भी बरामद - मनमोहन की पत्नी निकली मालकिन.
फिर पुलिस ने वीडियो-फोटो सब हराहराकर जारी कर दिया. साथ में फूटा एक और वीडियो. बरामद हुए गमलों का वीडियो.
देखें -
इति.
वीडियो: मोबाइल टावर चोरी कर कबाड़ियों को कितने में बेच डाला?