यूपी के गुप्ता ब्रदर्स, जिन्होंने साउथ अफ्रीका के राष्ट्रपति को अपनी जेब में रख लिया था!
UAE में अरेस्ट हुए गुप्ता ब्रदर्स. इंटरपोल ने जारी किया था नोटिस. आरोप अरबों रुपए की धांधली का.

साउथ अफ्रीका की सरकार ने बताया है कि उसने भ्रष्टाचार मामले में गुप्ता बर्दर्स (राजेश और अतुल गुप्ता) को गिरफ्तार किया है. यह गिरफ्तारी सोमवार, 6 जून को UAE में हुई है. गुप्ता ब्रदर्स के खिलाफ साउथ अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा के कार्यकाल में करोड़ों रुपये के भ्रष्टाचार का आरोप है. भारतीय मूल के दोनों भाई पूर्व राष्ट्रपति के बेहद करीबी माने जाते हैं. पिछले साल जुलाई में इंटरपोल ने राजेश और अतुल गुप्ता की गिरफ्तारी के लिए रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था.
साल 2018 में जैकब जुमा पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे. देश भर में उनके खिलाफ प्रदर्शन हुए. जैकब जुमा ने मजबूर होकर इस्तीफा दे दिया. इसके बाद गुप्ता ब्रदर्स ने भी साउथ अफ्रीका छोड़ दिया. 2018 में ही जैकब जुमा के खिलाफ जांच बैठी. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक तीन साल की न्यायिक जांच में गुप्ता बर्दर्स और जुमा के बीच गहरे संबंध की बात सामने आई. जिसमें उनपर कैबिनेट में नियुक्ति से लेकर ट्रांसपोर्ट, बिजली जैसे कई सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे. साउथ अफ्रीका की सरकार ने कहा कि जैकब जुमा के 9 सालों के कार्यकाल में कम से कम 32 अरब डॉलर की धांधली की गई.
गुप्ता ब्रदर्स साउथ अफ्रीका लाया जाएगागुप्ता ब्रदर्स और जैकब जुमा अपने खिलाफ इन आरोपों को हमेशा खारिज करते रहे हैं. पिछले साल इंटरपोल ने गुप्ता ब्रदर्स के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था. उनसे जुड़ी कंपनी पर 1.6 मिलियन डॉलर की मनी लॉन्ड्रिंग को लेकर ये नोटिस जारी हुआ था. सिर्फ पैसों की गड़बड़ियां ही नहीं, गुप्ता ब्रदर्स की सरकार के भीतर नियुक्तियों में अहम भूमिका होने लगी थी. उन पर 2015 में तत्कालीन वित्त मंत्री लानहला नेने को हटाने का भी आरोप लगा था.
यह गिरफ्तारी ठीक एक साल बाद हुई है, जब साउथ अफ्रीका और UAE की सरकार गुप्ता ब्रदर्स के प्रत्यर्पण समझौते पर सहमत हुए थे. दोनों देशों की कानून एजेंसियां गुप्ता ब्रदर्स को साउथ अफ्रीका लाने के लिए बातचीत कर रही हैं. साउथ अफ्रीका के न्याय मंत्रालय ने एक बयान जारी कर रहा कि उनकी सरकार UAE की मदद करेगी. राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने अब तक उनकी गिरफ्तारी पर कोई बयान नहीं दिया है.
कौन हैं गुप्ता बर्दर्स?गुप्ता ब्रदर्स उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के रहने वाले हैं. अजय गुप्ता, अतुल गुप्ता और राजेश उर्फ टोनी गुप्ता. 1990 के दशक की शुरुआत में मंझले भाई अतुल गुप्ता कारोबार के लिए दक्षिण अफ्रीका गए. बाद में दोनों भाई भी पहुंचे. वहां पर उन्होंने सत्ता और अधिकारियों के साथ ऐसा गठजोड़ कायम किया कि दक्षिण अफ्रीका का राष्ट्रपति उनके सबसे करीब हो गया. 2016 में खबर आई थी कि अतुल गुप्ता दक्षिण अफ्रीका के सबसे अमीर अश्वेत बन गए थे. तब उनकी संपत्ति करीब 55 अरब रुपये बताई जा रही थी. ये बस एक भाई की दौलत थी.
अतुल गुप्ता ने एक जूते की दुकान से व्यवसाय की शुरुआत की थी. फिर सहारा कंप्यूटर्स नाम की कंपनी शुरू की. इसमें विदेशों से सस्ते पार्ट्स मंगवाकर असेंबल किया जाता था. उनका ये कारोबार चलने लगा. गुप्ता ब्रदर्स ने राजनेताओं के साथ अच्छे संबंध बनाने शुरू किए. 1999 में नेल्सन मंडेला के सत्ता से बाहर जाने के बाद थाबो मबेकी राष्ट्रपति बने थे. इसी दौरान जैकब जुमा उपराष्ट्रपति बने थे. गुप्ता ब्रदर्स ने जैकब के साथ गहरी दोस्ती बना ली थी.
समय के साथ गुप्ता परिवार का कारोबार बढ़ता रहा. जूते, कंप्यूटर्स के साथ शुरू हुआ कारोबार माइनिंग से लेकर मीडिया कंपनी तक पहुंच गया. इस सफर में हमेशा उन्हें एक व्यक्ति का साथ मिला. जैकब जुमा का. 2009 में जैकब जुमा देश के राष्ट्रपति भी बन गए. फिर गुप्ता ब्रदर्स की सरकार में ऐसी पैठ बनी कि वह कहीं रुके नहीं. फिर धीरे-धीरे उनके ऊपर भ्रष्टाचार के भी आरोप लगने लगे. गुप्ता ब्रदर्स के सहारनपुर से निकलने, साउथ अफ्रीका में 'साम्राज्य' बनाने और भ्रष्टाचार के आरोपों की पूरी कहानी आप इस लिंक पर जाकर पढ़ सकते हैं.
वीडियो: उमा भारती ने गुप्ता ब्रदर्स के यहां 200 करोड़ की शादी की बात पर गुस्सा करते हुए 13 ट्वीट किए