The Lallantop
Advertisement
  • Home
  • News
  • First voter of free India Shya...

देश में पहला वोट डालने वाले श्याम सरन का निधन, पीएम मोदी बोले- "आप प्रेरणा थे"

दो दिन पहले, 2 नवंबर को ही उन्होंने अपना आख़िरी वोट डाला था.

Advertisement
shyam saran negi
हिमाचल के शोंगठोंग स्थित सतलुज किनारे का श्मशान घाट (फोटो - आजतक)
pic
सोम शेखर
5 नवंबर 2022 (Updated: 5 नवंबर 2022, 06:50 PM IST) कॉमेंट्स
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

आज़ाद भारत के सबसे पहले वोटर श्याम सरन नेगी (Shyam Sharan Negi) का आज, 5 नवंबर को निधन हो गया. श्याम, हिमाचल प्रदेश के किन्नौर के रहने वाले थे. 106 साल के थे. हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव (Himachal Pradesh Elections) के लिए उन्होंने 2 नवंबर को अपना वोट डाला था. उन्होंने डाक मतपत्र या पोस्टल बैलेट के ज़रिए मतदान किया था.

राजकीय सम्मान के साथ श्याम सरन नेगी का अंतिम संस्कार किया गया है. बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए. उनके पार्थिव शरीर को तिरंगे में लपेटकर श्मशान घाट तक ले जाया गया. होमगार्ड बैंड बजाया गया. किन्नौर पुलिस ने उन्हें गार्ड ऑफ़ ऑनर भी दिया. चुनाव प्रचार के दौरान मंडी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए PM नरेंद्र मोदी ने श्याम सरन के निधन पर शोक व्यक्त किया. कहा,

"मुझे स्वतंत्र भारत के पहले मतदाता श्याम सरन नेगी के दुखद निधन के बारे में पता चला. 2 नवंबर को उन्होंने इस बार के हिमाचल प्रदेश चुनाव के लिए मतदान किया था. मृत्यु से पहले उन्होंने अपना कर्तव्य पूरा किया. ये हर नागरिक को प्रेरित करता है."

प्रधानमंत्री के अलावा प्रियंका गांधी समेत अन्य नेताओं ने भी श्याम शरण को श्रद्धांजलि दी है. ख़बर ये भी आई थी कि चीफ़ इलेक्शन कमिश्नर राजीव कुमार नेगी परिवार से मिलने के लिए किन्नौर पहुंचे. 

कैसे बने पहले वोटर?

देश के पहले चुनाव में हुए थे 1952 के जनवरी-फरवरी में. मगर हिमाचल प्रदेश में उस वक़्त बर्फ़बारी की आशंका थी. इस वजह से साल 1951 के अक्टूबर में ही चुनाव करवा लिए गए थे. श्याम सरण उस वक़्त सरकारी स्कूल में टीचर थे. उनको वोट काल्पा में डालना था, लेकिन उनकी ड्यूटी कहीं और लगी थी. उन्होंने वोट डालने के लिए अपने प्रिसाइडिंग अफ़सर से एक दिन पहले छुट्टी ले ली. अगले दिन सुबह 6:30 बजे ही वो बूथ पर वोट डालने पहुंच गए और बन गए आज़ाद भारत के सबसे पहले वोटर. वोटिंग के तुरंत बाद तुरंत उस जगह चले गए, जहां उनकी ड्यूटी थी.

श्याम शरन नेगी को भारतीय लोकतंत्र का लिविंग लीजेंड भी कह सकते हैं. पहला वोट डाला, फिर कितने मुख्यमंत्री, कितने प्रधानमंत्री बदलते देखे. अपने पूरे जीवन में कुल 33 बार वोट डाला. बैलेट पेपर से EVM तक देखा. दोनों की 'अनुकूल धांधलियां' देखीं.

उनके इससे पहले भी कई वीडियो वायरल होते रहते हैं. हर बार ही मीडिया ‘सबसे पहले वोटर’ से बात करने की कोशिश करता है. ख़ासतौर पर हिमाचल चुनाव के दौरान. हम भी गए थे. 2017 में. उनसे लंबी बातचीत की थी. कांग्रेस के बारे में, नरेंद्र मोदी के बारे में और सबसे बढ़िया प्रधानमंत्री कौन लगा, इसके बारे में. देखिए वीडियो - 

श्याम शरण नेगी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इतनी उम्मीदें क्यों हैं?

श्याम शरण नेगी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इतनी उम्मीदें क्यों हैं?

Subscribe

to our Newsletter

NOTE: By entering your email ID, you authorise thelallantop.com to send newsletters to your email.

Advertisement