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नाम रूबिया, उम्र 21, घर कश्मीर में, सपना इंडिया के लिए खेलना

बुरे वक़्त में भी ये उम्मीद कश्मीर की लड़कियों को बचा लेगी.

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रुचिका
2 मई 2017 (Updated: 21 अक्तूबर 2017, 06:54 PM IST) कॉमेंट्स
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कश्मीर, जहां हमेशा तनावपूर्ण स्थितियां बनी रहती हैं. ऐसी जगह से भी हमारे देश में टैलेंट निखर कर आ रहा है. कश्मीर के जिला अनंतनाग के बदसगाम गांव की रहने वाली रूबिया सईद, क्रिकेट खेल कर भारत का मान बढ़ाना चाहती हैं. 21 साल की रूबिया महेंद्र सिंह धोनी की फैन हैं. उनके हेलिकॉप्टर शॉट की दीवानी हैं. और उन्हीं की तरह खेलने का ख्वाब रखती हैं. हाल ही में रूबिया ने बीसीसीआई की ओर से आयोजित राष्ट्रीय ज़ोन टूर्नामेंट में हिस्सा भी लिया था. रूबिया कश्मीर की वुमन अंडर-23 टीम की कप्तान भी हैं.

रूबिया भारतीय क्रिकेट टीम में शामिल होना चाहती हैं. सपना है धोनी की तरह अंतरराष्ट्रीय लेवल पर छक्के जड़ने का. वो कई टूर्नामेंट्स में हिस्सा ले चुकी हैं. 2015 में रांची में हुआ टी-20 टूर्नामेंट, 2016 में हुआ टी-20 सीनियर वुमेन टूर्नामेंट और अमृतसर में वुमेन अंडर-23 टूर्नामेंट में खेलीं. अमृतसर में हुए इस टूर्नामेंट में रूबिया ने 160 रनों की शानदार पारी खेली थी. ये पारी उन्होंने पंजाब के खिलाफ खेली थी, जो मेज़बान राज्य भी था. इतने सीमित साधन मिलने के बावजूद रूबिया का खेलना क्रिकेट के प्रति उनके जूनून को दिखाता है. 

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रूबिया ने 8 साल की उम्र से ही क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था. इतनी कम उम्र से ही क्रिकेट के लिए गज़ब का क्रेज़. दिक्कत यहां आ जाती थी कि बहुत कम लड़कियां क्रिकेट खेलती हैं. उसमें भी कश्मीर जैसी जगह पर तो और भी कम. ऐसे में रूबिया ने क्रिकेट खेलने की शुरुआत अपने गांव के लड़कों के साथ की. बचपन में जब भी उनके गांव के लड़के दूसरे गांव में क्रिकेट खेलने जाया करते थे, तो उन्हें ज़रूर ले जाते. हर मैच में उनका प्रदर्शन काफी अच्छा रहता था. इस वजह से भी रूबिया में एक भरोसा पैदा हुआ कि वो बहुत कुछ कर सकती हैं. धीरे-धीरे स्कूली स्तर से उठ कर वो आगे बढ़ीं. 2011 में उन्हें पहली बार रांची में खेलने का मौका मिला.

लड़कों के साथ क्रिकेट खेलने पर उन्हें कभी अचरज नहीं हुआ. उनके गांव ने भी उन्हें हमेशा प्यार दिया. रूबिया के पिता पेशे से टेलर हैं. पैसों की कमी तो हर समय रहती है, लेकिन ये बात कभी उन्होंने रूबिया के सपनों के आड़े नहीं आने दी. रूबिया अनंतनाग के गवर्नमेंट वुमन कॉलेज में पढ़ती है. कश्मीर में इतने मुश्किल हालातों के बीच भी रूबिया इतना अच्छा क्रिकेट खेल कर देश का नाम रोशन कर रही हैं. हम आशा करते हैं कि वो एक दिन इस हौसले के साथ बहुत आगे जाएंगी.


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