'मेरे लगाए टैरिफ के खिलाफ फैसला सुनाया तो... ', ट्रंप ने अमेरिकी अदालतों को सीधी चेतावनी दे दी
Donald Trump ने अमेरिकी अदालतों को चेतावनी दी है. उन्होंने कहा है कि अगर अदालतें टैरिफ पर रोक लगाती हैं, तो बुरा दौर शुरू होगा.
.webp?width=210)
अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने कहा है कि दुनिया के बाकी देशों पर टैरिफ (Tariff) लगाने से उनके देश को खूब फायदा हो रहा है. उनका दावा है कि शेयर बाजार पर भी टैरिफ का सकारात्मक असर पड़ा है. साथ ही ट्रंप ने अमेरिकी अदालतों को चेतावनी भी दी है. उन्होंने कहा है कि अगर अदालतें टैरिफ पर रोक लगाती हैं, तो ये अमेरिका को महामंदी की ओर धकेल सकता है.
डॉनल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रूथ पर लिखा,
टैरिफ की वजह से शेयर बाजार पर बहुत अच्छा असर पड़ रहा है. लगभग हर दिन नए रिकॉर्ड बन रहे हैं. साथ ही, सैकड़ों बिलियन डॉलर हमारे देश के खजाने में आ रहे हैं. अगर कोई ‘रैडिकल लेफ्ट’ (कट्टर वामपंथी) अदालत अमेरिका की सबसे बड़ी कमाई, और ताकत को गिराने या रोकने का प्रयास करती है, और इस समय हमारे खिलाफ फैसला देती है, तो हम कभी भी इन पैसों, इज्जत और तरक्की को वापस नहीं पा सकेंगे. हालात 1929 की महामंदी जैसे होंगे.
अगर उन्हें देश की दौलत, ताकत और शक्ति के खिलाफ फैसला देना ही था, तो ये शुरुआत में ही करना चाहिए था. ताकि देश इस तरह की महान तरक्की की उम्मीद में फंसकर 1929 जैसी मुसीबत में न पड़ता. इस तरह की न्यायिक गलती से अमेरिका कभी उबर नहीं पाएगा. लेकिन मुझे हमारी अदालतों के बारे में सब पता है. इतिहास में ऐसा कोई भी व्यक्ति नहीं है, जिसने इतनी मुश्किलें, अनिश्चितताएं और उतार-चढ़ाव देखे हों. कभी-कभी बेहद बुरे, लेकिन कभी बेहद खूबसूरत नतीजे भी निकल सकते हैं. अमेरिका तरक्की और महानता का हकदार है, न कि अफरातफरी, नाकामी और बदनामी का.
ये भी पढ़ें: ‘किसानों के हित से समझौता नहीं करेंगे...’ ट्रंप के टैरिफ पर पीएम मोदी का दो टूक जवाब
1929 की महामंदी में क्या हुआ था?1929 की महामंदी ने न केवल अमेरिका, बल्कि पूरे विश्व को प्रभावित किया था. ये मंदी 1929 में शुरू हुई और लगभग एक दशक तक चली, 1940 के दशक तक इसके असर महसूस किए गए.
महामंदी के दौरान, अमेरिका में बेरोजगारी बढ़ गई थी. लाखों लोग अपनी नौकरियां खो बैठे. अकाल और सूखा जैसी समस्याओं ने किसानों को बुरी तरह से प्रभावित किया. अधिक कर्ज और कम फसल की पैदावार ने किसानों को दिवालिया कर दिया. अमेरिका के अलावा यूरोप और अन्य देशों में भी ये मंदी फैली. यूरोपीय देशों की अर्थव्यवस्था पर इसका गहरा असर पड़ा, जिससे आर्थिक संकट और सामाजिक असंतोष बढ़ा.
वीडियो: खर्चा पानी: ट्रंप ने भारत के साथ ट्रेड डील की बातचीत रोकने का किया एलान, अब आगे क्या?