कांग्रेस को चंदा देने जाओगे, पैसा BJP के खाते में जाएगा!
कांग्रेस के क्राउडफंडिंग कैंपेन का नाम 'Donate for Desh' है. लेकिन इस नाम से गूगल सर्च मारो तो BJP का डोनेशन वाला पेज खुलता है.

18 दिसंबर, 2023 को कांग्रेस (Congress) ने 'Donate for Desh' नाम से पार्टी के लिए एक क्राउडफंडिंग कैंपेन शुरू किया था. लेकिन कुछ ही घंटे बाद इसमें एक तकनीकी ट्विस्ट सामने आया. कांग्रेस ने 'Donate for Desh' का खूब जमकर प्रचार किया है. लेकिन इंटरनेट पर इस नाम से डोमेन खोलो तो BJP का डोनेशन वाला पेज खुलता है. कांग्रेस ने BJP पर 'नक़ल' करने और ‘फ़र्जी डोमेन बनाकर लोगों को भ्रमित करने’ का आरोप लगाया है.
कांग्रेस का आरोपमीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कांग्रेस ने अपने डोनेशन वाले कैंपेन की घोषणा से पहले, 'Donate for Desh' नाम से इंटरनेट पर कोई डोमेन रजिस्टर नहीं करवाई. और नतीजतन अब हुआ ये है कि किसी भी ब्राउज़र पर DonateforDesh.org टाइप करके सर्च करें तो BJP की वेबसाइट bjp.org खुलती है. इतना ही नहीं, वेबसाइट के होमपेज की जगह, सीधे डोनेशन वाला पेज खुलता है, जहां डिटेल्स भरकर BJP को चंदा दिया जा सकता है. जबकि कांग्रेस के डोनेशन कैंपेन का असली डोमेन Donateinc.in है. नीचे तस्वीर देखिए, DonateforDesh.org टाइप करने पर जो पेज आता है, उसमें PM मोदी की तस्वीर है, BJP का चुनाव निशान कमल है-

हालांकि अब DonateforDesh.org टाइप करके सर्च करने पर, एक नया URL एड्रेस खुल रहा है- https://www.narendramodi.in/donation/
इसमें न BJP का कोई निशान है और न कोई तस्वीर. ये देखिए-

कांग्रेस नेता और कांग्रेस के सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स की मुखिया सुप्रिया श्रीनेत ने सोशल मीडिया साइट X पर लिखा है,
खरगे ने कैंपेन शुरू किया था"निरंकुश सत्ता, सारी संस्थाएं, सारे संसाधन, सबसे ज़्यादा पैसा होने के बावजूद BJP इतना डरती क्यों है? कांग्रेस ने डोनेशन कैंपेन शुरू किया तो ना सिर्फ़ घबरा गए बल्कि इनके तंत्र ने फ़र्ज़ी डोमेन बनाकर भ्रमित करना भी शुरू कर दिया. कांग्रेस के 𝐃𝐨𝐧𝐚𝐭𝐞 𝐟𝐨𝐫 𝐃𝐞𝐬𝐡 (कैंपेन) में आप सिर्फ़ http://donateinc.in के जरिए ही डोनेट कर सकते हैं. वैसे हमारी नक़ल करने के लिए धन्यवाद - आपका डर देख कर अच्छा लगा!"
16 दिसंबर को कांग्रेस ने देश भर में अपने क्राउडफंडिंग कैंपेन की घोषणा की थी. इसे नाम दिया गया- Donate for Desh. ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (AICC) के मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कांग्रेस के संगठन महासचिव (जनरल सेक्रेटरी), केसी वेणुगोपाल और कोषाध्यक्ष अजय माकन ने कहा कि 18 साल से ऊपर की उम्र वाले सभी भारतीय कम से कम 138 रुपये या इसी के गुणकों में (यानी 1380 रुपए या 13 हजार, 800 रुपए) के हिसाब से अभियान में अपना योगदान दे सकते हैं. इसके बाद 18 दिसंबर को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने डोनेशन की शुरुआत की. उन्होंने 1 लाख, 38 हजार रुपये की राशि दी. और हलके अंदाज में कहा,
"एक महीने की तनख्वाह चली गई".
उन्होंने महात्मा गांधी की मिसाल भी दी, जिन्होंने "आजादी की लड़ाई के दौरान, जनता से दान लिया था".
कांग्रेस पार्टी के नेताओं का कहना है कि उनके अभियान का उद्देश्य "समान संसाधन और अवसरों से समृद्ध भारत के निर्माण के लिए पार्टी को सशक्त बनाना" है. कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने मीडिया को ये भी बताया था कि कैंपेन 28 दिसंबर को पार्टी के स्थापना दिवस तक ऑनलाइन रहेगा. यानी 28 दिसंबर तक ऑनलाइन तरीके से कांग्रेस पार्टी जनता से दान लेगी. उसके बाद जमीनी अभियान शुरू होगा. वेणुगोपाल के मुताबिक, कांग्रेस के कार्यकर्ता घर-घर जाएंगे. और पार्टी के प्रचार के साथ-साथ हर पोलिंग बूथ से कम से कम 10 घरों से चंदा लिया जाएगा.
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