The Lallantop
Advertisement
  • Home
  • News
  • canada pm justin trudeau congr...

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने नरेंद्र मोदी को बधाई तो दी, लेकिन...

कनाडा के प्रधानमंत्री Justin Trudeau ने कहा है कि वो दोनों देशों के संबंध को आगे बढ़ाने के लिए तैयार है, जो 'मानवाधिकार, विविधता और क़ानून के शासन' पर आधारित है.

Advertisement
justin trudeau
भारत और कनाडा के संबंध तनावग्रस्त हैं. (फ़ोटो - AP)
pic
सोम शेखर
6 जून 2024 (Published: 11:45 AM IST) कॉमेंट्स
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) ने तीसरी बार सरकार बनाने की तैयारी कर रहे नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को उनकी जीत पर बधाई दी है. PM ट्रूडो ने बधाई के साथ भारत-कनाडा संबंधों (india canada relations) के जो तीन आधार गिनवाए, जनता ने उसके अलग राजनीतिक निहितार्थ निकाले. कनाडा PM कार्यालय की तरफ़ से किए पोस्ट में लिखा है,

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनावी जीत की बधाई. कनाडा उनकी सरकार के साथ मिलकर काम करने के लिए, हमारे देशों के संबंध को आगे बढ़ाने के लिए तैयार है, जो मानवाधिकार, विविधता और क़ानून के शासन पर आधारित है.

साल 2024 के लोकसभा चुनाव नतीजों के मुताबिक़, किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है. मगर 543 में से 240 सीटों के साथ भारतीय जनता पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. 

जनता ने निहितार्थ इसलिए निकाले कि हाल के समय में भारत-कनाडा संबंधों में दरार आ गई है.

सितंबर, 2019 में भारत सरकार पर आरोप लगे थे कि ‘ख़ालिस्तानी आतंकी’ हरदीप सिंह निज्जर (Hardeep Singh Nijjar) की हत्या में उनका हाथ है. ऐसा आरोप देश के प्रधानमंत्री ट्रूडो ने लगाए थे, कि उनके पास विश्वसनीय सबूत भी हैं. इन्हीं आरोपों के आधार पर कनाडा ने भारत के एक टॉप डिप्लोमैट को निष्कासित भी कर दिया था.

भारत सरकार ने इस आरोप को सिरे से ख़ारिज किया. कहा है कि आरोप बेतुके हैं, राजनीति से प्रेरित हैं. इसके बाद नरेंद्र मोदी सरकार ने भी कनाडा के उच्चायुक्त को तलब किया और एक सीनियर डिप्लोमैट को निष्कासित कर दिया. तब से भारत और कनाडा के संबंध बदतर ही हुए हैं. 

ये भी पढ़ें - 'खालिस्तान', भारत और कनाडा: दोनों देशों के इतिहास की कहानी

अक्टूबर, 2023 में भारत ने कनाडा के 41 डिप्लोमैट्स को वापस भेजने के लिए कहा. फाइनेंशियल टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक़, भारत में कनाडा के 62 राजनयिक थे, जिन्हें घटाकर भारत सरकार ने 21 करने को कह दिया. इस पर बयान-प्रतिक्रिया चली.

मार्च, 2024 में ब्लूमबर्ग ने रिपोर्ट किया कि भारत सरकार ने अमेरिका को एक रिपोर्ट सौंपी है. इसमें उन्होंने क़ुबूल किया है कि निज्जर की हत्या की साजिश में भारतीय एजेंट शामिल थे. लेकिन साथ में ये दावा भी किया गया कि उन्होंने एजेंसी के दायरे से बाहर जा कर ऐसा किया है. पिछले महीने - मई, 2024 - कनाडाई पुलिस ने एक कथित हिट-स्क्वॉड को गिरफ़्तार किया है. जांच करने वालों का मानना ​​है कि भारत सरकार ने ही निज्जर की हत्या का काम सौंपा था.

ऐसे तनावग्रस्त माहौल में ट्रूडो की बधाई भी तंज़ के तौर पर देखी जा रही है. 

वीडियो: दुनियादारी: अमेरिका ने इज़रायल की बम की सप्लाई क्यों रोकी?

Subscribe

to our Newsletter

NOTE: By entering your email ID, you authorise thelallantop.com to send newsletters to your email.

Advertisement