यूपी: 9वीं के छात्र ने इस्लाम विरोधी बात लिखी, भीड़ घर पर पत्थर बरसा आई, फिर पुलिस ने...
मामला बरेली के शीशगढ़ शहर का है. 18 जुलाई को मुस्लिम समुदाय के लोगों की एक भीड़ ने 9वीं क्लास के छात्र के घर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. आरोप लगे कि 14 साल के छात्र ने क्लासमेट के साथ चैट में इस्लाम धर्म पर आपत्तिजनक टिप्पणी की.

उत्तर प्रदेश के बरेली (Bareilly) में आपत्तिजनक सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर बवाल मचा हुआ है. पुलिस ने मामले में तीन नाबालिग समेत 17 और लोगों को हिरासत में लिया है. इससे पहले 19 जुलाई को 9वीं क्लास के दो छात्रों को इस्लाम धर्म के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में पकड़ा गया था.
मामला बरेली के शीशगढ़ शहर का है. 18 जुलाई को मुस्लिम समुदाय के लोगों की एक भीड़ ने 9वीं क्लास के छात्र के घर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. आरोप लगे कि 14 साल के छात्र ने क्लासमेट के साथ चैट में इस्लाम धर्म पर आपत्तिजनक टिप्पणी की. उस चैट का स्क्रीनशॉट वायरल हो गया था. प्रदर्शनकारियों ने कथित तौर पर छात्र के घर पर पथराव किया और पुलिस के साथ बहस की.
इसके बाद 19 जुलाई को पुलिस ने 9वीं क्लास के छात्र और उससे कथित चैट करने वाले क्लासमेट को हिरासत में लिया. जिस छात्र के घर बाहर प्रदर्शन हुआ उसके पिता ने आजतक को बताया,
प्रदर्शन करने वाले भी अरेस्टमेरे बेटे और उसके दोस्तों का इंस्टाग्राम पर एक ग्रुप है. वहां हमारे भगवान पर आपत्तिजनक टिप्पणी हुई होगी तो मेरे बेटे ने भी कुछ कमेंट कर दिया. वो मैसेज ग्रुप पर सबके पास गया. ग्रुप में शामिल किसी दोस्त ने कमेंट का स्क्रीनशॉट वायरल कर दिया. हमारे घर पर हमला किया गया. हम सभी दहशत में हैं.
आजतक से जुड़े कृष्ण राज की रिपोर्ट के मुताबिक, शीशगढ़ थाने के इंस्पेक्टर ने बताया कि 19 जुलाई को 400 से 500 अज्ञात लोगों ने लाठी-डंडों और हथियारों से पुलिस पर हमला किया. इस दौरान कुछ पुलिसकर्मी घायल भी हुए. खबर है कि लगभग 500 अज्ञात लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है. 20 जुलाई को एक नाबालिग समेत प्रदर्शन कर रहे 14 लोगों को भी अरेस्ट भी किया गया. उन पर IPC की धारा 307 (हत्या की कोशिश), 353 (लोक सेवक को उसका काम करने से रोकने के लिए हमला या आपराधिक बल), 341 (गलत तरीके से रोकना) समेत अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया.
इधर, बरेली के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राज कुमार ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि 10वीं क्लास के एक नाबालिग लड़के ने चैट के स्क्रीनशॉट वायरल किए थे, जिसके बाद विरोध प्रदर्शन हुआ. उसके साथ दो और नाबालिग हिरासत में लिए गए हैं. एक पर भीड़ को घर के बाहर इकट्ठा कराने और दूसरे पर दो समुदाय के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने का आरोप है.
पुलिस ने बताया कि वो सभी पांच लड़के एक ही स्कूल के हैं. उन पर धारा 295-ए (जानबूझकर किया गया काम जिसका उद्देश्य किसी भी धर्म का अपमान कर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना है) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
बाकी 15 लोगों को हिंसा करने के आरोप में अरेस्ट किया गया है.
वीडियो: यूपी के बरेली में मुस्लिम टीचर को इस प्रेयर के लिए गिरफ्तार क्यों किया गया?