The Lallantop
Advertisement
  • Home
  • News
  • amazon sweets as ayodhya ram mandir prasad online scam action against sellers selling

राम मंदिर प्रसाद के नाम पर खूब बेची ऑनलाइन मिठाई, अमेजन पर बड़ा 'स्कैम' अब पकड़ा गया

Amazon पर ये सब खेल चल रहा था, अब पकड़ में आया कि राम मंदिर प्रसाद के नाम पर सिंपल पेड़ा और लड्डू लोगों को चिपका रहे थे, अब Amazon ने क्या एक्शन लिया?

Advertisement
amazon takes action against sellers selling sweets as ayodhya ram mandir prasad online scam
'श्री राम मंदिर अयोध्या प्रसाद' के नाम से बिके लड्डू (फोटो- इंडिया टुडे)
pic
ज्योति जोशी
20 जनवरी 2024 (Updated: 20 जनवरी 2024, 01:35 PM IST)
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

कुछ एमेजॉन सेलर्स ने अपनी बिक्री बढ़ाने के लिए सारी हदें पार कर दीं. ई-कॉमर्स वेबसाइट पर अयोध्या राम मंदिर के प्रसाद के नाम पर अपनी मिठाई बेचने लगे (Ram Mandir Prasad Scam). अब एमेजॉन ने इस घोटाले पर एक्शन लिया है. कंपनी ने बताया कि वेबसाइट से राम मंदिर के प्रसाद की बिक्री का ऑप्शन हटा दिया गया है. साथ ही आरोपी सेलर्स के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई है.

Confederation of All India Traders (CAIT) ने शिकायत में आरोप लगाया गया था कि एमेजॉन अयोध्या में राम मंदिर के प्रसाद की आड़ में मिठाइयों की बिक्री से जुड़ी धोखाधड़ी वाले व्यापार में शामिल हुआ है. ऐसे कुछ प्रॉडक्ट्स के नाम हैं- श्री राम मंदिर अयोध्या प्रसाद - रघुपति घी लड्डू, अयोध्या राम मंदिर अयोध्या प्रसाद, खोया खोबी लड्डू, राम मंदिर अयोध्या प्रसाद - देसी गाय के दूध का पेड़ा.

इसके बाद CCPA (Central Consumer Protection Authority) ने घोटाले के संबंध में एमेजॉन को नोटिस भेजा था. नोटिस में CCPA ने एमेजॉन से सात दिनों के अंदर जवाब मांगा और चेतावनी दी कि ऐसा नहीं किया तो कंपनी को उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम, 2019 के प्रावधानों के तहत कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा. उपभोक्ता संरक्षण (ई-कॉमर्स) नियम, 2020 का हवाला देते हुए CCPA ने कहा कि कोई भी ई-कॉमर्स इकाई किसी भी अनुचित व्यापार वाली प्रैक्टिस नहीं अपनाएगी, चाहे वो अपने प्लेटफॉर्म पर व्यापार के दौरान हो या कहीं और. 

इस पर अब एमेजॉन के एक प्रवक्ता ने इंडिया टुडे को बताया,

हमें CCPA से पता चला कि कुछ सेलर्स कस्टमर को भ्रम में डालकर गलत तरह से अपने प्रॉडक्ट बेच रहे हैं. उल्लंघन करने वालों की जांच की जा रही है. हम अपनी पॉलिसी के हिसाब से ऐसी लिस्टिंग के खिलाफ उचित कार्रवाई कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें- Amazon-Flipkart की सेल में ऐसा क्या 'स्कैम' हो गया जो लोगों ने शिकायतों की लाइन लगा दी?

बता दें, उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम, 2019 'भ्रामक विज्ञापनों' पर प्रतिबंध लगाता है जो इस तरह से प्रॉडक्ट और सर्विस का गलत वर्णन करते हैं या ऐसे प्रॉडक्ट और सर्विस की प्रकृति, पदार्थ, मात्रा या गुणवत्ता के बारे में उपभोक्ताओं को गलत गारंटी देते हैं या गुमराह करने की संभावना रखते हैं.

वीडियो: माइक्रोसॉफ्ट, एमेजॉन, फेसबुक ने हजारों लोगों से नौकरी से निकालते हुए कितना पैसा दिया?

Advertisement