"जिहादी बता एनकाउंटर कर देंगे"- मुस्लिम बिजनेसमैन के पुलिस पर आरोप, कहानी जान विश्वास नहीं होगा!
बिजनेसमैन ने असम पुलिस पर लगाए आरोप. कहा कि उससे करोड़ों रुपये मांगे गए थे.

असम (Assam) के बजाली जिले में CID ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ 9 लोगों को गिरफ्तार किया है. एक स्थानीय व्यवसायी ने पुलिस पर जबरन वसूली करने का आरोप लगाया था. इसके चलते इन्हें गिरफ्तार किया गया है.
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, व्यवसायी रबीउल इस्लाम ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें गलत तरीके से हिरासत में लिया. उनसे ढाई करोड़ रुपये देने की मांग की. उनसे कहा गया कि पैसे नहीं देने पर उन्हे एनकाउंटर में मार दिया जाएगा और बताया जाएगा कि उनके पाकिस्तानी और बांग्लादेशी जिहादियों के साथ संबंध थे.
असम के DGP जी. पी. सिंह ने एक सितंबर को बताया कि शिकायत पर कर्रवाई करते हुए डॉयरेक्टोरेट ऑफ विजिलेंस एंड एंटी-करप्शन ने अधिकारियों को पकड़ने के लिए जाल बिछाया लेकिन वे सावधान थे. इसके चलते उन्हें पकड़ा नहीं जा सका.
DGP जी. पी. सिंह ने ये भी बताया कि शुरुआती जांच में शिकायत सही पाई गई. इस मामले में FIR दर्ज़ कर ली गई है.
शिकायत में और क्या कहा?रबीउल इस्लाम ने अपनी शिकायत में बताया कि एक व्यक्ति जो खुद को एन्काउंटर स्पेशलिस्ट बताता है, उसने उन्हें धमकियां दीं. ये सब 16 जुलाई को शुरू हुआ. इस दिन पुलिस देर रात करीब 1:30 बजे उनके घर में घुस गई. उन्हें बाहर निकाला और उनसे ड्रग्स और पैसों के बारे में पूछताछ करने लगे.
रबीउल ने कहा कि उन्हें इस बारे में कुछ भी पता नहीं था. उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस अधिकारियों ने कम से कम 2 से 3 घंटे तक उनके साथ मारपीट की. उन्हें मुक्के मारे, लातों से पीटते रहे. बिना वॉरंट के उनके घर की तलाशी ली और कई सामान जब्त कर लिए.
रबीउल ने अपनी शिकायत में आगे कहा कि इसके बाद पुलिस अधिकारी उन्हें और उनके दो रिश्तेदारों को भबनीपुर पुलिस स्टेशन ले गई. यहां उन्हें हिरासत में ले लिया गया. अगले दिन दोपहर में उन्हें SP के घर ले जाया गया. यहां SP ने पूछा कि उन्होंने अवैध सामान कहां रखा है? पूछताछ के दौरान, कथित तौर पर पुलिस अधिकारी ने कई बार उन पर हमला किया.
रबीउल ने आरोप लगाया कि इसके बाद उन्हें वापस पुलिस स्टेशन ले जाया गया. यहां भी उनके साथ मारपीट हुई. इस दिन पुलिस ने उनके कार्यालय और उनके ससुर के घर की तलाशी भी ली.
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एनकाउंटर की धमकी और 2.5 करोड़ की मांगइस दिन देर रात भबनीपुर पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी उन्हें एक गाड़ी में ले गए. इसमें सादे कपड़ों में दो व्यक्ति और एक इंसान पुलिस वर्दी में था. ये लोग उन्हें डिटर्जेंट फैक्ट्री ले गए. रबीउल ने इल्जाम लगाया कि यहां उन्होंने उनसे भागने के लिए कहा. उन्होंने कहा कि असम के DGP के आदेश पर वे मुझे गोली मार देंगे.
रबीउल ने आगे कहा कि इसी समय एक आदमी आया. वो हमारा पीछा कर रहा था. उसने उनके पास आकर हिंदी में कहा कि वो जिहादियों से अपने रिश्तों को कबूल कर लें. ये भी मान लें कि उन्होंने अपनी सारी संपत्ति अवैध रूप से जोड़ी है.
जब रबीउल ने इससे मना किया तो उस आदमी ने अपनी हैंडगन निकाली और उन्हें गोली मारने की कोशिश की. उसने रबीउल से ढाई करोड़ रुपये मांगे. उसने कहा कि वो एनकाउंटर स्पेशलिस्ट है. और पुलिस ये बताते हुए कि रबीउल के पाकिस्तानी और बांग्लादेशी जिहादियों से रिश्ते हैं, इसे एनकाउंटर की तरह दिखाएगी.
ASP ने अलग से मांगे ढाई करोड़रबीउल ने अपनी शिकायत में आगे कहा कि उन्होंने पैसे देने की मांग मान ली. उन्होंने दावा किया कि उन्होंने 10 लाख रुपये कैश दिए भी. इसके अलावा उनकी मां ने अपने बैंक अकाउंट से 10-10 लाख रुपये के 21 चैक जारी किए. उन्होंने आरोप लगाया कि इसके बाद भी उन्हें नहीं छोड़ा गया.
ASP गायत्री सोनोवाल ने उनसे अलग से ढाई करोड़ रुपये मांगे. इसके बाद उन्हें जाने दिया गया. लेकिन एनकाउंटर का डर उन पर बना रहा. 31 जुलाई के बाद से SP के करीबी होने का दावा करने वाले दो लोग उनके परिवार को फोन करने लगे. उन्होंने कहा कि पैसे सीधे SP को भेजे जाएं.
4 सितंबर को असम पुलिस ने बजाली के SP रहे सिद्धार्थ बुरागोहन को गिरफ्तार किया. उनका दो दिन पहले ही असम पुलिस मुख्यालय में ट्रांसफर हुआ है. और वे 2014 बैच के IPS अधिकारी हैं.
मुख्यालय में DSP पुष्कल गोगोई, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) गायत्री सोनोवाल, उनके पति सुभाष चंदर, SI देबजीत गिरी और कॉन्स्टेबल इंजमामुल हसन को भी गिरफ्तार किया गया है. इनके अलावा किशोर बरुआ, पुलिस ड्राइवर्स नबीर अहमद और दीपजॉय कलिता भी गिरफ्तार किए गए हैं.
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