इंडियन प्रीमियर लीग. दुनिया की सबसे मशहूर और सबसे बड़ी T20 लीग. इस लीग को पूरी दुनिया में देखा जाता है. लीग की लोकप्रियता का आलम ये है कि लोग इंतजार करते हैं कि ये कब शुरू हो. वैसे इसके शुरू होने का इंतजार तो पूरी दुनिया के क्रिकेटर्स को भी रहता है. वैसे क्रिकेटर्स लीग के अलावा एक और चीज का इंतजार करते हैं- IPL ऑक्शन.
क्रिकेट की दुनिया के सबसे बड़े ऑक्शन में बिकने के लिए दुनियाभर के क्रिकेटर बेकरार रहते हैं. इन ऑक्शन को टूर्नामेंट जितना ही महत्व मिलता है. ऑक्शन के सीधे प्रसारण को सिर्फ भारत में ही लाखों लोग देखते हैं. ऑक्शन में अपना नाम देने वाले क्रिकेटर्स के इंट्रेस्ट को तो पूछिए ही मत. टीवी के आगे चिपके रहकर अपनी बारी का इंतजार करना उनके लिए आसान नहीं होता.
# किसने दिया आइडिया?
तमाम लोग सोचते हैं कि आखिर ये किसका आइडिया था, किसने सोचा होगा कि प्लेयर्स को इस तरह खरीद-बेचा जा सकता है. हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान IPL के पूर्व चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (COO) सुंदर रमन ने इस बात का खुलासा किया है.
रमन ने गौरव कपूर के साथ बातचीत के दौरान कहा,
‘प्लेयर्स ऑक्शन की बात ऐसे ही चाय पर चर्चा के दौरान सामने आई. हमने फ्रेंचाइजी बेच ली थी, वेन्यू कंफर्म कर लिए थे, अब बस प्लेयर्स बांटने का काम बाकी था. सिर्फ मार्की प्लेयर्स तय थे. मुंबई के लिए सचिन तेंडुलकर, दिल्ली के लिए विरेंदर सहवाग, पंजाब के लिए युवराज सिंह, कोलकाता के लिए सौरव गांगुली, लेकिन महेंद्र सिंह धोनी के लिए कोई टीम फिक्स नहीं थी.
इस दौर में होने वाली ऐसी बैठकों के दौरान चर्चा के मुख्य विषयों में यह सवाल भी होता था कि हम प्लेयर्स को फ्रेंचाइजी तक कैसे भेजेंगे? तभी एक फ्रेंचाइजी, जिसका नाम मुझे नहीं याद, उनके किसी बंदे ने कहा- हम उनका ऑक्शन क्यों नहीं करते? दो मिनट तक विचार करने के बाद मैंने कहा- अच्छा आइडिया है, इससे काफी सारा इंट्रेस्ट भी आएगा.’
IPL का 13वां एडिशन इस साल मार्च से मई तक होना था. लेकिन कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते इसे अभी तक शुरू नहीं कराया जा सका है.
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