अगले वित्त वर्ष यानी अप्रैल से इनकम टैक्स रिटर्न भरते वक्त ‘सैलरी’ ही नहीं बाकी इनकम को छुपाना भी असंभव होगा. क्यूं और कैसे, आइए जानते हैं. हर साल आप अपनी आय पर इनकम टैक्स देते हैं. और आप जितनी सेविंग्स करते हैं, उतना अपना इनकम टैक्स बचाने की कोशिश करते हैं. (ऑफ़ कोर्स एक लिमिट तक) तो हर फ़ाइनेंशियल इयर में आपने कितने पैसे कमाए, कितनी सेविंग की, कितना टैक्स दिया, कितना टैक्स बचाया, यही लेखा-जोखा आपको इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को देना होता है. ये लेखा जोखा इनकम टैक्स रिटर्न यानी ITR कहलाता है. देखिए वीडियो.