निक फ्यूरी वो आदमी, जो सुपरहीरोज को दिहाड़ी पर रखता है
वो गालीबाज़ है, बदमिजाज है, लेकिन बताता है देव-दानवों की लड़ाई में इंसान कहां खड़ा होगा.
सारी तस्वीरें marvel से.
आशीष मिश्रा
21 दिसंबर 2016 (Updated: 21 दिसंबर 2016, 12:46 PM IST)
एक निशानची है. एक ढाल वाला आदमी है, जो 70 साल बाद जागा है. एक लड़की है जो पहले खलनायक होनी थी, फिर सुपरहीरोज की टीम में आ गई. जो दो हाथों से तीन बंदूकें भी चला सकती है. एक हथौड़े वाला है जो साक्षात देवता ही है. एक हरा दानव है जो हमेशा गुस्से में रहता है. और एक टीन का डब्बा है, जो बिना फौलादी कवच के जीनियस, अरबपति, प्लेबॉय और समाजसेवी होना क्लेम करता है.

और इनके सिर पर एक आदमी बैठता है, जो सबको कंट्रोल करता है. कोशिश करता है, उनको एक टीम में बनाए रखने की. उन खतरनाक लोगों को जो किसी के रोके नहीं रुकते. उस कैरेक्टर का नाम निक फ्यूरी है. जो आदमी उसका कैरेक्टर प्ले करता है. उसका नाम सैमुअल एल जैक्सन है. 21 दिसंबर को उसका जन्मदिन होता है. एक अफवाह उड़ी थी, 21 दिसंबर को दुनिया नष्ट हो जाएगी. नहीं हुई. जो आदमी निक फ्यूरी बनता है. SHIELD का डायरेक्टर है. उसके जन्मदिन पर ये दुनिया कैसे नष्ट हो सकती है? अवेंजर्स धरती के महानतम सुपरहीरो कहलाते हैं, निक फ्यूरी वो आदमी है जो सुपरहीरोज को दिहाड़ी पर रखता है.

हम उस निक फ्यूरी की बात कर रहे हैं, जिसे आपने आयरन मैन में पाया था, अवेंजर्स में देखा था. मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स में सैमुअल ही हमारे लिए निक फ्यूरी है. कॉमिक्स में आप ये भी देखने को पाएंगे कि निक फ्यूरी वास्तव में दूसरे विश्व युद्ध का एक 'श्वेत' लड़ाका था. मार्वल ने जब अल्टीमेट यूनिवर्स के लिए अपनी चीजें अलटाई-पलटाईं तो तय हुआ अब कॉमिक्स में चेहरा सैमुअल होंगे. मार्वल वालों की अपनी सुभीता है, चीजें कुछ ऐसी व्यवस्थित हुईं कि निक फ्यूरी दरअसल में निक फ्यूरी जूनियर निकले जो निक फ्यूरी का अश्वेत अफ्रीकन-अमेरिकन बेटा है.

डीटेल्स में न खपिए. ये वो आदमी है जो सवाल करता है,
'जब आपके आसपास देवता और दैत्य हों तो एक आदमी की क्या कीमत होती है.' ये निक फ्यूरी के किरदार का मूलमंत्र है. वो देवता और दैत्य कोई भी हो सकते हैं. भले और बुरे की लड़ाई शाश्वत है. हर दौर में चलती है. किसी के भीतर भी चल सकती है. तब जो चीज बची रहनी चाहिए वो इंसान की जान. बड़ी लड़ाइयों में कुछ चीजें दांव पर लग जाती है, कुछ चीजें बहुत छोटी हो जाती हैं. निक फ्यूरी उस सबसे छोटी चीज की परवाह करता है. इंसानियत बची रहनी चाहिए.

एक वक्त ऐसा आता है जब निक फ्यूरी के आभामंडल तले हर चीज छोटी नजर आ रही होती है. रिसर्च फैक्ट्री में जब वार्महोल से लोकी धरती पर आ पहुंचता है, तो निक फ्यूरी उसे अपनी छड़ी रखने को ऐसे कहता है जैसे नुक्कड़ के उचक्के को दरोगा सरेंडर करने को कह रहा हो. वो तब भी नहीं घबराता जबकि उसे पता होता है कि हॉकआई लोकी की गिरफ्त में आ चुका है. खलनायक जितना बड़ा हो हीरो और मजबूत नज़र आता है. अपने तौर-तरीकों से वक्त खर्चता और टेसेरेक्ट लेकर निकलने की फ़िराक में तैयार फ्यूरी वैसा ही लगता है. इस दौरान से घमंड से भरा, लोकी फ्यूरी को धमकाता है. एक चींटी का एक जूते से कोई झगड़ा हो भी नहीं सकता.

वक्त बदलता है, लोकी को वो तोते जैसे एक बाड़े में बंद कर देता है. जबकि उसे भी अंदेशा होता है वो वहां टिकने वाला नहीं है. इसी दौरान वो लोकी को उल्टा धमकाता है. कहने का लब्बोलुआब ये रहता है.
"ये बात भेजे में बिठा लो, भागने की कोशिश की या कांच पर रगड़ भी आई. तो मैं ये बटन दबाऊंगा और तुम स्टील के पिंजरे के साथ तीस हजार फुट नीचे गिरोगे. समझ आया कैसे. चींटी...जूता.."
निक फ्यूरी बड़ी लड़ाइयों में इंसानों की जगह खोजने की कोशिश भी लगते हैं. इंसान उस मेजबान की तरह लगते हैं, जिनके बसाए घर में सबकुछ हो रहा है, फिर वो क्यों न घटनाओं को कंट्रोल करें? लोकी के हाथों फिल कॉल्सन मारा जाता है. कॉल्सन की मौत से ज्यादा दुखद पूरे मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स में कुछ नहीं हुआ होगा. फ्यूरी उसके मरने पर भी अपना काम नहीं भूलते, सारे सुपरहीरोज को साथ लाते हैं. झूठ बोलकर ही सही. वो कैप्टन अमेरिका को फिल के खून में भीगा वो कार्ड दिखाते हैं, जिसमें वो कैप्टन अमेरिका से ऑटोग्राफ चाहते थे. बाद में पता लगता है फ्यूरी ने झूठ कहा था. (ठीक वैसे ही जैसे फिल की मौत की खबर झूठी होती है. फिल कॉल्सन ज़िंदा है, ये बात एजेंट्स ऑफ शील्ड देखने वालों को पता है. फिल्म में इसका जिक्र नहीं है. येन तेन प्रकारेण निक फ्यूरी अपने एजेंट को बचा ही लेते हैं. भले इस बात का कहीं जिक्र न हो, लेकिन निक फ्यूरी का सम्मान करने को एक ये फैक्ट भी वाजिब वजह है.)

जैसा कि निक फ्यूरी कहते हैं लीजेंड्स हमें एक चीज बताते हैं, इतिहास दूसरी. लेकिन अब और तब में एक चीज होती है जो दोनों से जुड़ी होती है. ये जो हम हैं वही सब हैं. यही सबसे जुड़े होते हैं. वो आदमी जिसकी आंख एक ग्रेनेड के धमाके के बाद चली गई, वो बुरा है. वो बहुत गालियां देता है. उसकी उम्र नहीं बढ़ती. वो आपके प्यारे सुपरहीरो के पिछवाड़े पर लात मार सकता है. जो बंदूक के बूते अपनी बात मनवा सकता है, उसे हीरोज पर भी उतना ही भरोसा है जितना अपनी मशीनों पर. उसने धोखे खाए, घाव सहे , लोगों को खोया पर वो फिर खडा हो जाता है, अपना काम नहीं भूलता. वो ट्रबलशूटर है अपने पर आए तो शहर के शहर को पनाह दे सकता है. उसका काम ही यही है.

ह्यू जैकमैन को देखता हूं, तो मरा हुआ भाई याद आ जाता है