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 कर्नाटक विधानसभा चुनाव : उन तीन नेताओं का क्या हुआ जो दो-दो सीटों से चुनाव लड़ रहे हैं

अंतिम नतीजे भले ही न आए हों, लेकिन मुकाबला कांटे का है.

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अविनाश
15 मई 2018 (Updated: 15 मई 2018, 05:37 AM IST) कॉमेंट्स
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कर्नाटक विधानसभा की 224 सीटों के लिए पीएम मोदी से लेकर अमित शाह, राहुल गांधी और कई बड़े-बड़े नेताओं ने चुनाव प्रचार किया. इस दौरान बीजेपी के सीएम के चेहरे येदुरप्पा से लेकर कांग्रेस के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया तक चुनावी मैदान में थे. लेकिन इस दौरान कर्नाटक के तीन ऐसे भी बड़े नेता थे, जो दो सीटों से चुनाव लड़ रहे थे. सिद्धारमैयाSiddha_150518-021243-600x314 सिद्धारमैया के नेतृत्व में 2013 में कांग्रेस ने कर्नाटक में सरकार बनाई थी. 2018 के चुनाव में भी चेहरे के तौर पर सिद्धारमैया ही दिख रहे थे. ऐसे में सिद्धारमैया ने दो सीटों से चुनाव लड़ने का फैसला किया. उन्होंने बादामी और बीदर सीट से नामांकन दाखिल किया और चुनाव लड़ा. बादामी में उनके सामने थे बीजेपी के कद्दावर नेता श्रीरामुलु, जहां मुकाबला कांटे का था. बादामी में बीजेपी ने श्रीरामलु को मैदान में उतारा है. श्रीरामलु इस चुनाव के सबसे अमीर उम्मीदवारों में से एक हैं. बादामी सीट पर सिद्धा पहली बार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. यहां वाल्मीकि बिरादरी के वोट निर्णायक भूमिका में हैं. बी श्रीरामलु फिलहाल बेल्लारी से सांसद हैं और उन्हें खनन माफिया रेड्डी बंधुओं का करीबी बताया जाता है. वहीं सिद्धारमैया ने अपनी पुरानी सीट चामुंडेश्वरी से भी चुनाव लड़ा है, जहां से वो पांच बार विधायक रह चुके हैं. अंतिम रुझानों तक सिद्धारमैया श्रीरामुलु से करीब 3 हजार वोटों से आगे थे. श्रीरामुलुSriramulu बीजेपी के ही नहीं कर्नाटक के सबसे अमीर उम्मीदवारों में से एक श्रीरामुलु ने भी दो सीटों से चुनाव लड़ा है. बादामी सीट पर उनके सामने चुनाव लड़ रहे हैं कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया. वहीं उनकी दूसरी सीट है मोलाकालमुरु, जहां से उनके सामने हैं बी. योगेश बाबू. रुझानों के दौरान श्रीरामुलु बादामी सीट पर सिद्धारमैया से तीन हजार वोटों से पीछे थे. वहीं मोलाकालमुरु सीट से श्रीरामुलु करीब 9 हजार वोटों से आगे हैं. एचडी कुमारस्वामीkumar swami जनता दल (सेक्युलर) के सर्वे सर्वा हैं पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा. लेकिन अगर हकीकत की बात की जाए, तो पार्टी पर पकड़ सिर्फ और सिर्फ देवगौड़ा के छोटे बेटे एचडी कुमारस्वामी की है. कुमार स्वामी कर्नाटक के मुख्यमंत्री रह चुके हैं. इस बार के चुनाव में कुमारस्वामी भी दो सीटों से चुनाव लड़े. उनकी पहली सीट है रामनगरम, जो कुमार स्वामी का गढ़ रहा है. वो 2004 से ही इस सीट पर जीतते आ रहे हैं. पिछले चुनाव में उन्होंने यहां से कांग्रेस की मरीदेवारू को 25,398 वोट से हराया था. रामनगर सीट पर मुस्लिम आबादी निर्णायक भूमिका में है. कांग्रेस ने मुकाबले को दिलचस्प बनाते हुए इकबाल हुसैन को मैदान में उतारा है. लेकिन रुझानों के मुताबिक वो दो हजार वोटों से आगे हैं. वहीं उनकी दूसरी सीट है चन्नपटना, जिसके बारे में कहा जा रहा था कि देवगौड़ा का बेटा अपना बदला लेने के लिए आया है. पिछले चुनाव में कुमार ने अपनी बीवी अनीता को इस सीट से मैदान में उतारा था. उनके सामने थे चार बार से अलग-अलग पार्टी से विधायक रह चुके सीपी योगेश्वर. योगेश्वर पिछले चुनाव में समाजवादी पार्टी के टिकट से मैदान में उतरे थे. उन्होंने देवेगौड़ा की बहुरानी को 6464 वोट से मात दी थी. और अंतिम रुझानों में वो चन्नपटना से करीब 6 हजार वोटों से आगे थे.
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