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बुलेटप्रूफ जैकेट, हेलमेट और पुलिस का सुरक्षा घेरा, ब्लॉक प्रमुख सुशील सिंह की इतनी टाइट सिक्योरिटी क्यों?

पुलिस ने ब्लॉक प्रमुख Sushil Singh को एक जमीन विवाद में गिरफ्तार किया था. लेकिन जब उससे पूछताछ हुई तो एक बड़े मामले का पता चला. इतना बड़ा मामला कि रातों-रात उनकी सुरक्षा बढ़ानी पड़ी.

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Viral Block Pramukh Sushil Singh
वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है.
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सुनील कुमार यादव
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22 अगस्त 2025 (Updated: 22 अगस्त 2025, 12:20 PM IST)
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उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ (Pratapgarh) जिले के एक ब्लॉक प्रमुख की खूब चर्चा हो रही है. सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है. इसमें देखा जा सकता है कि बेलखरनाथ का ब्लॉक प्रमुख सुशील सिंह पुलिस की गिरफ्त में है और पुलिस उसकी सुरक्षा को लेकर अतिरिक्त सतर्कता बरत रही है. कोर्ट ले जाते वक्त उसको हेलमेट और बुलेटप्रूफ जैकेट पहनाया गया था. पुलिस ने उसके आसपास सुरक्षा घेरा भी बनाया था.

इस दौरान पूरे इलाके को छावनी में बदल दिया गया था. बताया जा रहा है कि सीओ, कई थाना प्रभारी, दर्जन भर दरोगा और करीब दो दर्जन सिपाही उसकी सुरक्षा में लगे हुए थे. वीडियो वायरल होने के बाद लोगों में उत्सुकता जगी कि आखिर ब्लॉक प्रमुख का मामला क्या है, जो उसकी इतनी सुरक्षा की जा रही है. वीडियो देखें-

कौन है ब्लॉक प्रमुख सुशील सिंह?

जल्द ही मामले की जानकारी सामने आई. वैसे तो सुशील सिंह की गिरफ्तारी किसी और मामले में हुई थी, लेकिन जब पुलिस ने उनसे पूछताछ की तो किसी दूसरे बड़े मामले का खुलासा हो गया. पुलिस ने ब्लॉक प्रमुख को एक जमीन विवाद में, दो भाइयों को गोली मारने के आरोप में गिरफ्तार किया था. लेकिन जब उससे पूछताछ हुई तो पता चला कि वो ड्रग्स की तस्करी में भी शामिल है.

सुशील से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने पट्टी इलाके से 34.10 ग्राम एमडी (ड्रग) बरामद की. इसके बाद उसके खिलाफ NDPS एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया. पुलिस ने बताया है कि सुशील सिंह प्रतापगढ़ और आसपास के जिलों में ड्रग्स की तस्करी करता था. ऐसा करके उसने करोड़ों रुपये की बेनामी संपत्ति अर्जित कर ली है. पुलिस ने लखनऊ से उसकी एक लग्जरी कार भी बरामद की है. सुशील सिंह के खिलाफ पट्टी और नगर कोतवाली में कुल 6 मामले दर्ज हैं. 

बताय जा रहा है कि सुशील के ड्रग्स सिंडिकेट से जुड़े होने और उसकी जान के संभावित खतरे को ध्यान में रखते हुए उसे इस तरह की सुरक्षा दी गई.

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सुशील सिंह जमीन विवाद में क्या हुआ?

21 जुलाई को दो भाई अरुण तिवारी और आदित्य तिवारी, पट्टी तहसील के रजिस्ट्री ऑफिस में जमीन से जुड़ा काम कराने आए थे. दोनों को दिनदहाड़े गोली मार दी गई थी. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था. पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया कि गुंडा टैक्स न देने की वजह से सुशील और उसके साथियों ने दोनों भाइयों पर हमला किया. इसके बाद पुलिस ने ब्लॉक प्रमुख को फरार घोषित करते हुए उस पर 25,000 रुपये का इनाम घोषित किया था. बाद में पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया और उससे पूछताछ की.

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