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बिहार चुनाव: जन सुराज पार्टी को ऐसा चुनाव चिह्न मिला, प्रशांत किशोर ने हाथोंहाथ मुद्दा बना दिया

Jan Suraaj Party Symbol: चुनाव आयोग ने Prashant Kishor की पार्टी 'जन सुराज पार्टी' को चुनाव निशान आवंटित कर दिया है. इस साल के आखिर में Bihar Vidhansabha Election होंगे. जन सुराज पार्टी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगी.

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जन सुराज पार्टी का चुनाव निशान 'स्कूल का बस्ता' है.
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रोहित कुमार सिंह
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25 जून 2025 (Published: 10:59 PM IST) कॉमेंट्स
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Jan Suraaj Party Election Symbol: बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए सभी पार्टियां मजबूती के साथ तैयारियां कर रही हैं. पूर्व चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की राजनीतिक पार्टी 'जन सुराज पार्टी' भी पूरे दमखम के साथ मैदान में उतरने का दावा कर रही है. चुनाव आयोग ने पार्टी को चुनाव निशान भी अलॉट कर दिया है. नई नवेली जन सुराज पार्टी को 'स्कूल बैग' यानी 'स्कूल का बस्ता' दिया गया है. बिहार की 243 विधानसभा सीटों पर पार्टी इसी निशान के साथ मैदान में उतरेगी.

जनता दल यूनाइटेड (JDU) के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और अब जन सुराज पार्टी के कर्ताधर्ता प्रशांत किशोर बिहार के लिए नया राजनीतिक विकल्प पेश कर रहे हैं. पार्टी राज्य की सभी 243 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशी उतारेगी. प्रशांत किशोर ने चुनाव से पहले या बाद में किसी भी राजनीतिक पार्टी के साथ गठबंधन करने से इनकार किया है.

जन सुराज पार्टी को स्कूल का बस्ता चुनाव निशान मिला तो प्रशांत किशोर ने भी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा,

"लालू-नीतीश के 35 साल के राज में बिहार के बच्चों की पीठ से स्कूल का बस्ता हटाकर बोड़ा बांध दिया है. मजदूरी का बोड़ा बांध दिया है. जन सुराज की सोच बिहार की गरीबी को खत्म करने का रास्ता है. शिक्षा यानी स्कूल का बस्ता, बिहार के लोगों के लिए रोजगार का रास्ता है स्कूल का बस्ता, बिहार में पलायन रोकना है, तो उसका रास्ता है स्कूल का बस्ता. इसीलिए जन सुराज का चुनाव चिह्न है स्कूल का बस्ता. क्योंकि पढ़ाई से ही लोगों का विकास हो सकता है, पढ़ाई से ही गरीबी दूर हो सकती है. बिहार में गरीबी दूर करने का सबसे बड़ा जरिया है अच्छी पढ़ाई. जन सुराज का पूरा फोकस ही है पढ़ाई और रोजगार."

प्रशांत किशोर ने 2 अक्टूबर 2024 को जन सुराज पार्टी को लॉन्च किया था. पार्टी बनाने से पहले किशोर ने बिहार में 3,000 किलोमीटर लंबी पदयात्रा की थी. इस यात्रा की शुरुआत चंपारण से की गई थी, जहां से महात्मा गांधी ने देश में पहला सत्याग्रह शुरू किया था.

प्रशांत किशोर और उनकी पार्टी के नेता-कार्यकर्ता हरेक सीट पर जनता तक पहुंचकर बिहार के लिए अपना विजन और रोडमैप बता रहे हैं. हर विधानसभा क्षेत्र में नुक्कड़ सभाओं हो रही हैं, जहां प्रशांत किशोर खुद जनता को संबोधित करते हुए सरकार और विपक्ष की असफलताओं को उजागर कर रहे हैं. वो ये भी बता रहे हैं कि जन सुराज दूसरे पार्टियों से किस तरह अलग है और क्यों इस पार्टी को समर्थन देना चाहिए.

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