'कौन नहीं जानता उनको क्या डर है?' बिहार में PM-CM वाले बिल पर क्या-क्या बोले पीएम मोदी?
बिहार में पीएम मोदी ने कहा कि पीएम-सीएम को हटाने वाले बिल का विरोध वही लोग कर रहे हैं जो बेल पर बाहर हैं. उन्होंने इसके जरिए आरजेडी और कांग्रेस जैसे विपक्षी दलों पर हमला बोला है.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार में संविधान संशोधन बिल का विरोध करने वाले विपक्षी दलों को पर खूब व्यंग्य-बाण छोड़े हैं. उन्होंने कहा कि आरजेडी और कांग्रेस वाले इस बिल को लेकर गुस्से में हैं क्योंकि वो भी जानते हैं कि उन्होंने क्या-क्या खेल खेला है. पीएम मोदी ने कहा कि आरजेडी-कांग्रेस में कोई बेल पर बाहर है तो कोई अदालत के चक्कर काट रहा है. जो जमानत पर बाहर घूम रहे हैं, वही इस बिल का विरोध कर रहे हैं.
पीएम ने कहा कि अभी जो नियम है, उसमें किसी प्यून, क्लर्क या ड्राइवर की 50 घंटे तक जेल में रहने के बाद जिंदगी तबाह हो जाती है, लेकिन पीएम, सीएम और मंत्री जेल में रहकर भी सत्ता सुख पा सकते हैं.
बिहार में इस साल के अंत तक चुनाव है और यहां चुनावी रंग भी धीरे-धीरे चढ़ना शुरू हो गया है. SIR का मुद्दा ठंडा भी नहीं हुआ था कि मोदी सरकार ने लोकसभा में पीएम-सीएम को हटाने वाला 130वां संविधान संशोधन बिल पेश कर दिया. इसने यहां माहौल और गर्मा दिया है. कांग्रेस, आरजेडी समेत सभी विपक्षी दल इस बिल का विरोध कर रहे हैं और आशंका जता रहे हैं कि कानून बनने के बाद बीजेपी सरकार इस बिल का ‘मिसयूज’ विपक्ष का सफाया करने में करेगी.
लेकिन बिहार में पीएम मोदी ने विपक्ष के इस विरोध को नया ही ‘एंगल’ दे दिया है. अपनी रैली में उन्होंने कहा कि जो लोग बिल का विरोध कर रहे हैं वह खुद बेल पर बाहर हैं. मोदी ने कहा,
मेरा साफ मानना है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई को अंजाम तक पहुंचाना है तो कोई भी कार्रवाई के दायरे से बाहर नहीं होना चाहिए. आप सोचिए आज कानून है कि अगर किसी छोटे सरकारी कर्मचारी को 50 घंटे तक हिरासत में रख दिया तो अपने आप वो सस्पेंड हो जाता है. ड्राइवर हो, छोटा क्लर्क हो या प्यून हो. उसकी जिंदगी हमेशा-हमेशा के लिए तबाह हो जाती है. लेकिन अगर कोई सीएम है, मंत्री है या प्रधानमंत्री है तो वो जेल में रहकर भी सत्ता का सुख पा सकता है.
पीएम मोदी ने आगे कहा,
हम संविधान की मर्यादा को तार-तार होते नहीं देख सकते. इसलिए एनडीए सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ एक ऐसा कानून लाई है जिसके दायरे में देश का प्रधानमंत्री भी है. इस कानून में मुख्यमंत्री और मंत्रियों को भी शामिल किया गया है. जब ये कानून बन जाएगा तो प्रधानमंत्री हो या मुख्यमंत्री या फिर कोई भी मंत्री. उसे गिरफ्तारी के 30 दिनों के अंदर जमानत लेनी होगी. अगर जमानत नहीं मिली तो 31वें दिन उसे कुर्सी छोड़नी पड़ेगी.
विपक्ष के विरोध पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ये आरजेडी वाले, कांग्रेस और लेफ्ट वाले इस कानून का विरोध कर रहे हैं. ये बहुत गुस्से में हैं और कौन नहीं जानता कि उनको किस बात का डर है? जिसने पाप किया होता है, वो अपने पाप को दूसरे से छिपाता है लेकिन खुद तो भीतर से जानता है कि क्या खेल खेला है. इन सबका भी यही हिसाब है.
उन्होंने कहा,
आरजेडी और कांग्रेस में कोई बेल पर बाहर है. कोई ‘रेल के खेल में’ अदालत के चक्कर लगा रहा है. और जो जमानत पर बाहर घूम रहे हैं वो आज इस कानून का विरोध कर रहे हैं. उन्हें लगता है कि अगर जेल चले गए तो इनके सारे सपने चकनाचूर हो जाएंगे. इसलिए सुबह शाम ये लोग मोदी को भांति-भांति की गाली दे हे हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि इस बिल के आने के बाद अब भ्रष्टाचारी जेल भी जाएगा और उसकी कुर्सी भी जाएगी.
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