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सिर पर 15 फ्रैक्चर, लीवर के 4 टुकड़े, गर्दन टूटी, दिल फटा...मुकेश चंद्राकर की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आई

Chhattisgarh के पत्रकार Mukesh Chandrakar का पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टर्स का कहना है कि उन्होंने पूरे करियर में ऐसा केस नहीं देखा.

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Mukesh Chandrakar Postmortem report
मुकेश चंद्राकर की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है. (इंडिया टुडे)
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आनंद कुमार
6 जनवरी 2025 (Updated: 6 जनवरी 2025, 12:47 PM IST) कॉमेंट्स
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पत्रकार मुकेश चंद्राकर (Mukesh Chandrakar) की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने आई है. रिपोर्ट में उनके साथ दरिंदगी के जो साक्ष्य सामने आए हैं, वो बेहद डरावने हैं. पोस्टमॉर्टम के दौरान मुकेश के लीवर के चार टुकड़े  मिले.उनके सिर में 15 फ्रैक्चर मिले. दिल फटा हुआ था. गर्दन टूटी हुई थी. पांच पसलियां टूटी हुई थी. और शरीर पर गंभीर चोटों के निशान मिले हैं. जिन डॉक्टर्स ने 28 साल के पत्रकार का पोस्टमॉर्टम किया है, उनका कहना है कि ऐसा केस पूरे करियर में उन्होंने नहीं देखा. पोस्टमॉर्टम के बाद डॉक्टर्स का कहना है कि इस हत्या में दो लोगों से ज्यादा शामिल हो सकते हैं. 

ये मामला छत्तीसगढ़ के बीजापुर का है. 3 जनवरी को मुकेश का शव मिला था. वह 1 जनवरी से लापता थे. उनका शव बीजापुर में एक ठेकेदार के कंपाउंड में बने सेप्टिक टैंक में मिला. मुख्य आरोपी ठेकेदार का नाम है सुरेश चंद्राकर है. ताज़ा जानकारी के मुताबिक सुरेश चंद्राकर को आज पुलिस ने हैदराबाद से गिरफ्तार कर लिया है. उसके दो सगे भाई, दिनेश चंद्राकर और रितेश चंद्राकर को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका था.

हत्या की वजह

24 दिसंबर, 2024 को मुकेश ने राष्ट्रीय चैनल NDTV के लिए एक रिपोर्ट की थी. इस रिपोर्ट में आरोपी ठेकदार के खिलाफ भ्रष्टाचार की बात की गई थी. बीजापुर के गंगालूर से नेलशनार तक बनने वाली सड़क को लेकर भ्रष्टाचार के आरोप लगे. रिपोर्ट के अनुसार, गंगालूर से हिरौली तक की सड़क पर कई गड्ढे पाए गए, जिनमें सिर्फ एक किलोमीटर के हिस्से में ही ‘35 गड्ढे’ देखे गए.

ये भी पढ़ें - पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या का आरोपी ठेकेदार गिरफ्तार, SIT ने हैदराबाद से किया अरेस्ट

बताया गया कि सड़क निर्माण में उपयोग की जा रही सामग्री की गुणवत्ता भी बहुत खराब थी. ये प्रोजेक्ट करीब ‘120 करोड़ रुपये’ का है और सड़क की कुल लंबाई 52 किलोमीटर है, जिसमें से अब तक 40 किलोमीटर का काम पूरा हो चुका है. इस रिपोर्ट के छपने के बाद, जगदलपुर के लोक निर्माण विभाग ने मामले की जांच के लिए एक कमिटी बनाई. वहीं, बीजापुर के कलेक्टर संबित मिश्रा ने लोक निर्माण विभाग को बेहतर गुणवत्ता वाले काम को सुनिश्चित करने का आदेश दिया था.

वीडियो: पत्रकार मुकेश चंद्राकर के भाई ने कलेक्टर और एसपी के सामने जो कहा वो सुनना चाहिए

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