The Lallantop
Advertisement

"अमेरिका ने भारतीयों को हथकड़ी में डिपोर्ट किया", कांग्रेस का दावा

अमेरिका से डिपोर्ट किए गए 104 प्रवासी भारतीयों को लेकर यूएस मिलिट्री एयरक्राफ्ट पंजाब के अमृतसर एयरपोर्ट पर लैंड किया. विमान के जरिए 79 पुरुष और 25 महिलाएं भारत पहुंचे. इनमें 13 बच्चे भी शामिल हैं.

Advertisement
Indians deported from US were handcuffed humiliated claims Congress
अमेरिका से डिपोर्ट किए गए 104 प्रवासी भारतीयों को लेकर यूएस मिलिट्री एयरक्राफ्ट पंजाब के अमृतसर एयरपोर्ट पर लैंड किया. (फोटो- PTI)
pic
प्रशांत सिंह
5 फ़रवरी 2025 (Updated: 5 फ़रवरी 2025, 05:10 PM IST) कॉमेंट्स
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

अमेरिका से डिपोर्ट किए गए 104 प्रवासी भारतीयों को लेकर यूएस मिलिट्री एयरक्राफ्ट भारत आ गया है. लेकिन विमान के भारत लैंड करते ही कॉन्ट्रोवर्सी भी शुरू हो गई. कांग्रेस ने दावा किया है कि अमेरिका डिपोर्ट किए गए भारतीयों को ‘हथकड़ी लगाई गई और उन्हें अपमानित किया गया’.

इंडियन एक्सप्रेस में छपी रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा,

"अमेरिका से डिपोर्ट किए जाने के दौरान भारतीयों को हथकड़ी लगाए जाने और अपमानित किए जाने की तस्वीरें देखकर एक भारतीय होने के नाते मुझे दुख होता है."

खेड़ा ने X पर एक पोस्ट में बताया,

"मुझे याद है कि दिसंबर 2013 में अमेरिका में भारतीय राजनयिक देवयानी खोबरागड़े को हथकड़ी लगाई गई थी और उनके कपड़े उतारकर तलाशी ली गई थी. विदेश सचिव सुजाता सिंह ने अमेरिकी राजदूत नैन्सी पॉवेल के समक्ष कड़ा विरोध दर्ज कराया था."

उन्होंने आगे कहा,

"यूपीए सरकार ने इस मामले का तीखा जवाब दिया था. मीरा कुमार, सुशील कुमार शिंदे और राहुल गांधी जैसे नेताओं ने उस समय भारत दौरे पर आए अमेरिकी कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल से मिलने से भी इनकार कर दिया था."

2013 की घटना के बारे में खेड़ा ने आगे लिखा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 'अमेरिकी कार्रवाई को ‘निंदनीय’ बताया था. खेड़ा ने कहा,

“भारत सरकार ने अमेरिकी दूतावास को दिए जाने वाले कई भत्ते वापस ले लिए, जिसमें दूतावास के कर्मचारियों द्वारा रियायती दरों पर खाद्य और शराब का आयात शामिल है.”

उन्होंने आगे बताया,

“आयकर विभाग ने अमेरिकी दूतावास के स्कूल की जांच शुरू कर दी... जॉन केरी ने देवयानी खोबरागड़े के साथ किए गए व्यवहार पर खेद व्यक्त किया. अमेरिकी प्रशासन ने विदेश सचिव सुजाता सिंह को फोन करके अमेरिका के खेद से अवगत कराया.”

लोकसभा में कांग्रेस के डिप्टी लीडर गौरव गोगोई ने भी अमेरिकी सरकार द्वारा भारतीयों को डिपोर्ट किए जाने के तरीके का विरोध किया. उन्होंने कहा,

"जिस तरह से उन्हें जंजीरों में जकड़ा जा रहा है, वो अपमानजनक और अमानवीय है. मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका में ट्रंप प्रशासन द्वारा भारतीयों के साथ किए जा रहे व्यवहार पर चुप क्यों हैं?"

भारतीयों को डिरोपर्ट जाने पर दिल्ली में अमेरिकी दूतावास के प्रवक्ता ने 4 जनवरी को कहा,

"अमेरिका अपनी सीमा पर सख्ती से निगरानी कर रहा है. इमिग्रेशन कानूनों को सख्त किया जा रहा है और अवैध प्रवासियों को हटाया जा रहा है. ये कार्रवाइयां एक स्पष्ट संदेश देती हैं, अवैध प्रवास जोखिम के लायक नहीं है."

अमेरिका से डिपोर्ट किए गए 104 प्रवासी भारतीयों को लेकर यूएस मिलिट्री एयरक्राफ्ट पंजाब के अमृतसर एयरपोर्ट पर लैंड किया. विमान के जरिए 79 पुरुष और 25 महिलाएं भारत पहुंचे. इनमें 13 बच्चे भी शामिल हैं. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक 205 भारतीय नागरिकों को लेकर एक C-17 विमान सैन एंटोनियो, टेक्सास से रवाना हुआ है. इन यात्रियों में गुजरात, पंजाब, चंडीगढ़ , उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के लोग शामिल हैं.

वीडियो: दुनियादारी : प्रवासियों पर क्या बड़ा निर्णय लेने वाले हैं डॉनल्ड ट्रंप?

Subscribe

to our Newsletter

NOTE: By entering your email ID, you authorise thelallantop.com to send newsletters to your email.

Advertisement