'भेड़ की खाल में भेड़िए', नेपाल के पूर्व पीएम ने Gen Z को किस बात के लिए चेताया?
नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री बाबूराम भट्टाराई ने ये भी बताया कि प्रदर्शनकारियों ने उनके घर में आग लगा दी थी. जिसमें उनके 96 वर्षीय पिता बाल-बाल बचे थे.

नेपाल उथल-पुथल के दौर से गुजर रहा है. Gen Z प्रोटेस्ट के बीच केपी शर्मा ओली को पीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा. इसके बाद सेना ने देश में शांति व्यवस्था की कमान संभाल ली है. अब नेपाल के एक और पूर्व प्रधानमंत्री बाबूराम भट्टाराई (Ex Nepal PM on infiltrators among Gen Z) ने प्रदर्शनकारियों को चेतावनी दी है. उन्होंने कहा है कि नेपाल में जारी विरोध प्रदर्शनों में बाहरी लोग भी शामिल हो सकते हैं.
नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री बाबूराम भट्टाराई ने X पर एक पोस्ट में इन लोगों को ‘भेड़ की खाल में भेड़िए’ बताया. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक भट्टाराई ने ये भी बताया कि प्रदर्शनकारियों ने उनके घर में आग लगा दी थी. जिइमें उनके 96 वर्षीय पिता बाल-बाल बचे थे. उन्होंने पोस्ट में लिखा,
"पंद्रह मिनट पहले, अगर सिक्योरिटी फोर्स ने मुझे जबरन बाहर नहीं निकाला होता, तो मेरे 96 वर्षीय पिता और मैं एक ही कब्र में समा जाते.”
उन्होंने कहा कि संसद, सिंह दरबार, अदालतों, गृह मंत्रालय, राजनीतिक पार्टी कार्यालय और नेताओं के आवास पर हुए हमले प्रदर्शनकारियों ने नहीं, बल्कि घुसपैठियों द्वारा किए गए थे.
भट्टाराई ने प्रदर्शनकारियों से इस पर विचार करने और आंदोलन को कमजोर करने वालों की पहचान करने का आग्रह करते हुए पूछा,
"शायद 'क्रांति' अब उल्टी पड़ रही है. मैंने शुरू में ही आपका समर्थन करते हुए चेतावनी दी थी कि 'भेड़ की खाल में भेड़ियों' से सावधान! ये कौन हैं जो जानबूझकर लोकतंत्र के मुख्य स्तंभों में आग लगा रहे हैं? उनका मकसद क्या हो सकता है?"
पूर्व पीएम ने प्रदर्शनकारियों से हिंसा को कम करने पर ध्यान केंद्रित करने और फ्रांसीसी क्रांति जैसी ऐतिहासिक क्रांतियों का अध्ययन करने की बात कही. साथ ही ये भी कहा कि वो नेपाल के प्रारंभिक राजनीतिक उथल-पुथल के दौरान उनके लेखों को भी पढ़ें. भट्टाराई ने कहा,
"मैं नहीं मानता कि आप मेरे जैसे किसी व्यक्ति को मारेंगे, जो लगातार आपके पक्ष में खड़ा रहा है, या मेरे घर में आग लगा देंगे."
उधर नेपाली सेना ने कई जिलों में कर्फ्यू लगा दिया है और काठमांडू एयरपोर्ट का कंट्रोल अपने हाथ में ले लिया है. सेना ने प्रदर्शनकारियों के साथ आधी रात को बातचीत भी की.
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