गांव के पंचायत भवन में 15 अगस्त को बंटे लड्डू, शख्स को सिर्फ एक मिला, सीधे CM से की शिकायत, फिर...
मध्य प्रदेश के भिंड जिले के एक गांव में 15 अगस्त पर पंचायत भवन में कार्यक्रम के बाद लड्डू बंट रहे थे. कमलेश कुशवाहा नाम के एक युवक को दो लड्डू चाहिए थे, लेकिन उसे एक ही लड्डू दिया गया. CM Mohan Yadav से शिकायत करने के बाद अब बात पंचायत सचिव तक पहुंची है.

मध्य प्रदेश के भिंड (Bhind) में 15 अगस्त समारोह में एक शख्स को एक ही लड्डू मिला. युवक इतना खफा हुआ कि सीएम मोहन यादव (CM Mohan Yadav) से शिकायत कर दी. फिर सीएम ने युवक की इस शिकायत का निस्तारण किया. तो जानते हैं कि क्या है भिंड के लड्डू की कहानी.
पंचायत भवन पर बंट रहा था लड्डूयह पूरी घटना 15 अगस्त की है. भिंड जिले के मछंड इलाके के नौधा गांव में 15 अगस्त के दिन पंचायत भवन पर झंडा फहराने का कार्यक्रम था. इस मौके पर गांव के सरपंच, जनप्रतिनिधि, सचिव समेत ग्राम पंचायत का चपरासी भी मौजूद था. इसके अलावा गांव के लोग भी कार्यक्रम में शामिल होने पंचायत भवन पहुंचे थे. ध्वजारोहण कर दिया गया और इसके बाद लड्डुओं का वितरण शुरू हो गया. जिस वक्त ग्राम पंचायत चपरासी धर्मेंद्र लड्डू वितरण कर रहा था. उस वक्त ग्राम पंचायत भवन के बाहर वाली सड़क पर गांव का ही रहने वाला एक युवक कमलेश कुशवाहा खड़ा था.
लड्डू बांटते हुए धर्मेंद्र जब कमलेश कुशवाहा के पास पहुंचा तो एक लड्डू उसे भी दे दिया. लेकिन कमलेश दो लड्डू लेने की जिद पर अड़ा रहा, धर्मेंद्र ने दो लड्डू देने से इनकार कर दिया. इसके बाद कमलेश ने मौके पर ही सीएम हेल्पलाइन में फोन लगा दिया. कमलेश कुशवाहा ने शिकायत दर्ज कराई कि ग्राम पंचायत द्वारा ध्वजारोहण कार्यक्रम के बाद लड्डुओं का वितरण नहीं किया जा रहा है. इस समस्या का निराकरण किया जाए. जब इसकी जानकारी पंचायत सचिव रवींद्र श्रीवास्तव तक पहुंची तो वह हैरान रह गए. इस मामले में जब आज तक ने कमलेश कुशवाहा से फोन पर बातचीत की तो कमलेश कुशवाहा ने बताया कि ग्राम पंचायत भवन में ध्वजारोहण के बाद लड्डू वितरण किया ही नहीं गया. कमलेश ने कहा,
पंचायत भवन के अंदर बैठे हुए कुछ लोगों को लड्डू बांट दिए गए. हम पंचायत भवन के बाहर सड़क पर खड़े हुए थे हमें कोई लड्डू नहीं दिया गया. मैंने सीएम हेल्पलाइन पर फोन करके सिर्फ इस बात की जानकारी मांगी थी कि स्वतंत्रता दिवस के दिन ग्राम पंचायत द्वारा प्रसाद वितरण किया जाता है या नहीं? क्योंकि ग्राम पंचायत द्वारा लड्डू नहीं बांटे जा रहे हैं. लेकिन सीएम हेल्पलाइन में उनकी शिकायत दर्ज कर ली गई.
इस बारे में जब पंचायत के सचिव रवींद्र श्रीवास्तव से आज तक ने बातचीत की तो पंचायत सचिव ने बताया,
15 अगस्त के दिन कमलेश कुशवाहा ग्राम पंचायत भवन के बाहर सड़क पर खड़ा हुआ था. चपरासी धर्मेंद्र द्वारा लड्डू वितरण किया गया. कमलेश कुशवाहा को एक लड्डू दिया गया था और उसे दो लड्डू चाहिए थे. धर्मेंद्र ने दो लड्डू देने से मना कर दिया. इसलिए उसने सीएम हेल्पलाइन में शिकायत कर दी. कमलेश पहले से ही सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत करने का आदी है. अब तक वह हर विभाग की सीएम हेल्पलाइन में दर्जनों शिकायतें दर्ज करवा चुका है.
सीएम हेल्पलाइन पर हुई शिकायत के निराकरण के बारे में जब सचिव से जानकारी मांगी गई तो, रवींद्र श्रीवास्तव ने कहा कि वे 1 किलो लड्डू खरीद कर ले जाएंगे और उनसे माफी मांगते हुए उन्हें मनाने का प्रयास करेंगे. यह पहला मामला नहीं है जब भिंड जिले से इस तरह का अजीब मामला सामने आया है. इससे पहले भी जब एक शिकायतकर्ता ने हैंडपंप की खराबी की शिकायत सीएम हेल्पलाइन में दर्ज करवाई थी तो, उसके निराकरण में सीएम हेल्पलाइन में लिख दिया गया था- ‘शिकायतकर्ता का दिमाग खराब है, हैंडपंप इसकी छाती पर गड़ा देना चाहिए.’
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