फैटी लिवर रिवर्स करना है तो डॉक्टर के बताए ये 6 टिप्स मान लीजिए
अच्छी बात ये है कि फैटी लिवर को रिवर्स किया जा सकता है. यानी ये पूरी तरह ठीक हो सकता है. बस आपको कुछ बातों का पालन करना है. डॉक्टर से सबकुछ जानें.
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इन दिनों संसद में मॉनसून सत्र चल रहा है. कुछ दिन पहले AIMIM सांसद Asaduddin Owaisi ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री JP Nadda से एक सवाल पूछा. सवाल MAFLD पर था. यानी Metabolic Dysfunction-Associated Fatty Liver Disease. आसान शब्दों में कहें तो फैटी लिवर पर. भारत की एक बहुत बड़ी आबादी फैटी लिवर की शिकार है. ओवैसी जानना चाहते थे कि देश में MAFLD के कितने मामले हैं और सरकार इससे निपटने के लिए क्या कर रही है.
जवाब में जेपी नड्डा ने एक स्टडी का ज़िक्र किया. इस स्टडी के मुताबिक, हैदराबाद के आईटी सेक्टर में काम करने वाले 84% से ज़्यादा कर्मचारी MAFLD से जूझ रहे हैं. ये स्टडी जुलाई 2023 से जुलाई 2024 तक 345 आईटी कर्मचारियों पर की गई थी. ये साइंटिफिक रिपोर्ट्स नाम के जर्नल में छपी है. स्टडी को यूनिवर्सिटी ऑफ हैदराबाद के रिसर्चर्स ने, एशियन इंस्टीट्यूट ऑफ गैस्ट्रोएंटरोलॉजी की टीम के साथ मिलकर किया है.
ये स्टडी सिर्फ एक शहर में की गई है. अगर ऐसे ही देश के हर शहर में फैटी लिवर पर स्टडी हो, तो ये आंकड़ा बहुत बड़ा होगा. फैटी लिवर का रिस्क आईटी कर्मचारियों, या किसी भी कंपनी में काम करने वाले एंप्लॉयीज़ को सबसे ज़्यादा है. वजहें बहुत सारी हैं. जैसे उनका एक ही जगह पर घंटों बैठकर काम करना. हेल्दी डाइट न लेना. रोज़ एक्सरसाइज़ न करना. नींद की कमी. स्ट्रेस वगैरह.
आप खुद अपने आसपास ऑफिस में पूछकर देखिए, कौन-कौन फैटी लिवर से जूझ रहा है. कई हाथ खड़े होंगे. अच्छी बात ये है कि फैटी लिवर को रिवर्स किया जा सकता है. यानी ये पूरी तरह ठीक हो सकता है. बस आपको कुछ बातों का पालन करना है. आर्टेमिस हॉस्पिटल्स में गैस्ट्रोएंटरोलॉजी डिपार्टमेंट के यूनिट इन-चार्ज डॉक्टर बिमल कुमार साहू ने हमें फैटी लिवर ठीक करने के लिए कुछ बहुत ही काम की टिप्स बताईं.

डॉक्टर बिमल बताते हैं कि शुरुआती स्टेज में अक्सर फैटी लिवर के लक्षण नहीं दिखते. इस वजह से लोग इसे पहचान नहीं पाते. लेकिन धीरे-धीरे लिवर काम करना बंद कर देता है. कई बार तो लिवर पूरी तरह फेल हो जाता है. पर अगर आप कुछ टिप्स फॉलो करें, तो फैटी लिवर को पूरी तरह ठीक किया जा सकता है.
पहली टिप- रोज़ आधा घंटा एक्सरसाइज़ या कोई भी फिज़िकल एक्टिविटी ज़रूर करें. जैसे तेज़ कदमों से चलना. जॉगिंग. योग करना. स्ट्रेंथ ट्रेनिंग करना. यानी वज़न उठाना. इससे कैलोरीज़ बर्न होती हैं. इंसुलिन सेंसेटिविटी सुधरती है. आसान भाषा में समझें तो शुगर कंट्रोल में रहती है जिससे लिवर में जमा फैट कम होता है.
दूसरी टिप- प्रोसेस्ड और जंक फूड न खाना. जैसे पिज़्ज़ा, बर्गर, पैकेट में मिलने वाले स्नैक्स और कोल्ड ड्रिंक वगैरह. इनमें शुगर और फैट बहुत ज़्यादा होता है. इन चीज़ों को खाने से लिवर में फैट जमा होने लगता है. इसलिए अगर फैटी लिवर रिवर्स करना है, तो पहले अपनी डाइट से इन्हें बाहर निकालिए. इनकी जगह साबुत अनाज, दालें, फल और सब्ज़ियां खाइए.
तीसरी टिप- खाने में ओमेगा-थ्री फैटी एसिड्स से भरपूर चीज़ें शामिल करें. जैसे ऑलिव ऑयल, फ्लैक्स सीड्स यानी अलसी के बीज, अखरोट, बादाम और सैल्मन मछली वगैरह. इससे लिवर की सूजन कम करने में मदद मिलती है.

चौथी टिप- अपना वज़न कम करना. अगर आप ओवरवेट हैं, तो 5-10 परसेंट वज़न घटाने से भी फैटी लिवर ठीक करने में मदद मिल सकती है. आप एक बैलेंस्ड डाइट और रेगुलर एक्सरसाइज़ से अपना वज़न घटा सकते हैं. बस खुद को भूखा न रखें और बहुत तेज़ी से वज़न न घटाएं.
पांचवी टिप- शराब, सिगरेट से दूरी बनाएं. ये चीज़ें फैटी लिवर का ख़तरा बढ़ाती हैं. इन्हें एकदम बंद कर दें.
छठवीं टिप- कोलेस्ट्रॉल लेवल कंट्रोल में रखें. कोलेस्ट्रॉल एक तरह का फैट है. ये शरीर के सेल्स में पाया जाता है. अगर इसका लेवल बढ़ जाए तो ये लिवर में जमा हो सकता है. इसलिए कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करना ज़रूरी है. इसके लिए खाने में तेल कम करें और हाई फैट वाली चीज़ें न खाएं.
साथ ही, स्ट्रेस कम लें. इससे भी लिवर में फैट जमा होता है. अगर आपको फैटी लिवर है तो हो सकता है डॉक्टर आपको खाने के लिए कुछ दवाएं भी दें. इन्हें सही डोज़ और सही समय पर ज़रूर लें. फैटी लिवर से छुटकारा मिलेगा.
(यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)
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