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इलेक्ट्रिक टूथब्रश या नॉर्मल टूथब्रश: आपके लिए कौन-सा बेहतर?

बहुत सारे लोग इलेक्ट्रॉनिक टूथब्रश का इस्तेमाल करते हैं. वहीं कई लोग का मानना है कि ये दांतों की ठीक से सफ़ाई नहीं कर पाता. अब क्या इलेक्ट्रिक टूथब्रश का इस्तेमाल करना चाहिए और क्या ये सेफ है? ये हमने पूछा डॉक्टर से.

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electric toothbrush vs normal toothbrush which one is better for us
इलेक्ट्रिक टूथब्रश बनाम नॉर्मल टूथब्रश (फोटो: Getty Images)
4 फ़रवरी 2025 (Published: 04:53 PM IST) कॉमेंट्स
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आजकल हर चीज़ स्मार्ट हो गई है. घड़ी, फोन, यहां तक कि आपका टूथब्रश भी. हम बात कर रहे हैं टूथब्रश के नए और अपडेटेड रूप की. यानी इलेक्ट्रिकल टूथब्रश (Electrical Toothbrush). बहुत सारे लोग इलेक्ट्रॉनिक टूथब्रश का इस्तेमाल करते हैं. वहीं कई लोग का मानना है कि ये दांतों की ठीक से सफ़ाई नहीं कर पाता. अब क्या इलेक्ट्रिक टूथब्रश का इस्तेमाल करना चाहिए और क्या ये सेफ है? ये हमने पूछा डॉक्टर रवनीत कौर से.

dr ravneet kaur
डॉ. रवनीत कौर, इनविज़लाइन एंड ब्रेसेज़ स्पेशलिस्ट, फाउंडर, एस्पेन डेंटल्स एंड स्माइल्स

डॉक्टर रवनीत बताती हैं कि इलेक्ट्रॉनिक टूथब्रश एक आधुनिक तकनीक है. इसे आम टूथब्रश की तुलना में ज़्यादा प्रभावी माना जाता है. अगर आप अपने दांतों की सफाई के लिए इलेक्ट्रॉनिक टूथब्रश का इस्तेमाल करना चाहते हैं. तो, बेशक कर सकते हैं. ये दांतों पर जमा प्लाक हटाने में कारगर है. प्लाक यानी दांतों पर जमी परत. इससे कैविटी और मसूड़ों से जुड़ी बीमारियों का रिस्क भी घटता है.

इलेक्ट्रॉनिक टूथब्रश में बहुत सारे स्पेशल फीचर होते हैं. जैसे इसमें टाइमर होता है. जिससे पता चलता है कि कितनी देर तक ब्रश करना है. कुछ इलेक्ट्रॉनिक टूथब्रश में प्रेशर सेंसर होता है. ऐसे में जब आप ब्रश करते समय बहुत ज़्यादा दबाव डालते हैं तो टूथब्रश अपने आप बंद हो जाता है. इससे दांतों और मसूड़ों को नुकसान से बचाया जा सकता है. कुछ टूथब्रश में ब्रिसल्स मोड भी होता है. ब्रिसल्स ब्रश पर मौजूद हिस्से को कहते हैं. इन टूथब्रश में हार्ड ब्रिसल्स मोड और सॉफ्ट ब्रिस्लस मोड होता है. आप अपने दांतों की सेंसेटिविटी देखते हुए, कोई एक मोड चुन सकते हैं.

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इलेक्ट्रिक टूथब्रश की घुमावदार तकनीक दांतों की गहराई में जाकर सफाई करती है

इलेक्ट्रॉनिक टूथब्रश की घुमावदार और वाइब्रेटिंग तकनीक दांतों की गहराई में जाकर सफाई करती है. इसलिए ये डर अपने मन से निकाल दीजिए कि इलेक्ट्रिकल टूथब्रश ठीक से दांतों की सफ़ाई नहीं कर पाते.

हालांकि, इसका मतलब ये नहीं है कि आपका नॉर्मल टूथब्रश किसी काम का नहीं है. अगर दांतों को दिन में दो बार पूरे 2 मिनट तक अच्छे से ब्रश किया जाए, तो आम टूथब्रश भी दांतों और मसूड़ों को अच्छे से साफ कर सकते हैं. ये पूरी तरह आपकी पसंद और ज़रूरत पर निर्भर करता है कि आपको कौन-सा टूथब्रश इस्तेमाल करना है.

अगर आप नॉर्मल टूथब्रश इस्तेमाल कर रहे हैं तो उसे हर 3-4 महीने में ज़रूर बदलें. जहां तक रही बात इलेक्ट्रिक टूथब्रश की. तो आपको उसे पूरा बदलने की ज़रूरत नहीं है. सिर्फ़ ब्रश का ऊपरी हिस्सा, यानी जिसपर ब्रिस्ल्स होते हैं, उसे हर तीन महीने में बदलना है.

(यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर पूछें. ‘दी लल्लनटॉप ’आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)

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