पड़ताल: मनमोहन सरकार ने दूरदर्शन के लोगो से 'सत्यम शिवम सुंदरम' हटा दिया था?
सोशल मीडिया पर वायरल मेसेज में किया जा रहा है दावा.
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दावा- 2013 में मनमोहन सिंह की सरकार ने दूरदर्शन के लोगो से उसका टैगलाइन "सत्यम शिवम सुंदरम" हटा दिया था.
दावा
सोशल मीडिया पर दूरदर्शन चैनल को लेकर एक दावा शेयर किया जा रहा है. लोग दावा कर रहे हैं कि कांग्रेस नेतृत्व वाली यूनाइटेड प्रोग्रेसिव अलायंस (UPA) की सरकार ने 2013 में दूरदर्शन के लोगो के नीचे लिखा टैगलाइन 'सत्यम शिवम सुंदरम' हटा दिया था. वायरल मेसेज में ये भी लिखा है कि तत्कालीन सूचना प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने राज्यसभा में कहा था कि 'सत्यम शिवम सुंदरम' सिर्फ़ हिंदुओ की भावनाओं को व्यक्त करता है, इसलिए हमने इसे हटा दिया.फेसबुक यूज़र Gk Praveen Udaan
ने वायरल मेसेज पोस्ट किया है.
Posted by Gk Parveen Udaan
on Monday, 28 December 2020
)
एक और फेसबुक यूज़र MD Taslim
ने भी यही मेसेज पोस्ट किया है.
Posted by MD Taslim
on Tuesday, 29 December 2020
)
सोशल मीडिया पर ये दावा कई सालों से वायरल है. बाकी के दावे आप यहां
और यहां
भी देख सकते हैं. (आर्काइव लिंक
) (आर्काइव लिंक
)
पड़ताल
'दी लल्लनटॉप' ने वायरल दावे की पड़ताल की. हमारी पड़ताल में वायरल दावा ग़लत निकला. दूरदर्शन के लोगो से 'सत्यम शिवम सुंदरम' टैगलाइन को कभी नहीं हटाया गया है.वायरल मेसेज की पुष्टि के लिए हमने दूरदर्शन को संचालित करने वाली संस्था प्रसार भारती के CEO शशि एस वेम्पति के कार्यालय में संपर्क किया. वहां कार्यरत सीनियर अधिकारी ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर हमें बताया-
"दूरदर्शन का टैगलाइन 'सत्यम शिवम सुंदरम' कभी नहीं हटाया गया. आज भी आप देख सकते हैं. वायरल मेसेज में कोई सच्चाई नहीं है."वायरल मेसेज में ज़िक्र किये गए UPA सरकार में सूचना प्रसारण मंत्री रहे और मौजूदा लोकसभा सदस्य मनीष तिवारी से भी हमने संपर्क किया. उन्होंने हमें बताया-
"UPA सरकार ने कभी कोई ऐसा निर्णय नहीं लिया गया था, इसलिए मेरे राज्यसभा में ऐसा बयान देने का सवाल ही नहीं उठता. ये वायरल मेसेज बिल्कुल फ़ेक है. इसमें कहीं कोई सच्चाई नहीं है."हमने दूरदर्शन
की ऑफिशियल वेबसाइट को सर्च किया. वहां हमें दूरदर्शन के लोगो के नीचे 'सत्यम शिवम सुंदरम' लिखा हुआ मिला.

दूरदर्शन की वेबसाइट पर लोगो के नीचे लिखा "सत्यम शिवम सुंदरम".
(आर्काइव लिंक
)
दूरदर्शन के ऑफिशियल फेसबुक
और ट्विटर
अकाउंट पर लगे लोगो में भी टैगलाइन 'सत्यम शिवम सुंदरम' हमें लिखा हुआ मिला.

दूरदर्शन के ऑफिशियल फेसबुक (बाएं) और ट्विटर अकाउंट पर लगे लोगो के नीचे लिखा "सत्यम शिवम सुंदरम".
हमने यूट्यूब पर 2013 और 2014 के आसपास के दूरदर्शन के वीडियोज़ सर्च किये. उन वीडियोज़ में भी लोगो में 'सत्यम शिवम सुंदरम' लिखा हुआ मिला.

दूरदर्शन के यूट्यूब चैनल पर 2013 में अपलोड किए गए वीडियो में लोगो के नीचे लिखा "सत्यम शिवम सुंदरम".

दूरदर्शन के यूट्यूब चैनल पर 2014 में अपलोड वीडियो में लोगो के नीचे लिखा "सत्यम शिवम सुंदरम".
हालांकि प्रसार भारती ने 2017 में दूरदर्शन के लिए लोगो कॉन्टेस्ट आयोजित किया था. इस कॉन्टेस्ट में 5 लोगो को चुना गया था. इसकी जानकारी प्रसार भारती
ने 20 मई 2019 को ट्वीट कर दी थी.
(आर्काइव लिंकDoordarshan Logo Contest - Here are the top 5 logo designs selected out of more than 10,000 entries. pic.twitter.com/qV8Ni2Zkj8
— Prasar Bharati प्रसार भारती (@prasarbharati) May 20, 2019
)
इस ट्वीट के बाद लोग सोशल मीडिया पर दूरदर्शन के पुराने लोगो को नहीं बदलने की मांग करने लगें. प्रसार भारती के CEO शशि शेखर वेम्पति ने 21 मई 2019 को ट्वीट कर बताया-
"चुने गए लोगो के बारे में प्रतिक्रिया देने के लिए सभी का धन्यवाद. साफ़ कर दूं कि ये चुने गए लोगो 2017 में आयोजित कॉन्टेस्ट का परिणाम है. इस वक्त दूरदर्शन का लोगो को बदलने की कोई योजना नहीं है. चुने गए लोगो में से एक को दूरदर्शन के अंग्रेजी न्यूज़ चैनल के लोगो को नया रूप देने में इस्तेमाल किया गया है."
(आर्काइव लिंकThanks for all the feedback on shortlisted logos. To be clear this shortlist is merely the outcome of the contest held in 2017. There are no changes planned at this time. A variant of one of the shortlisted concepts has been piloted specifically only for @DDIndiaLive
— Shashi S शशि शेखर (@shashidigital) May 21, 2019
’s new look. https://t.co/M1vvhTnLQo
)
साफ़ है कि दूरदर्शन के लोगो से टैगलाइन 'सत्यम शिवम सुंदरम' UPA सरकार के दौरान नहीं हटाया गया था.