जावेद अख्तर पाकिस्तान को सुनाकर आए थे, वसीम अकरम ने अब ना कहकर भी बहुत कुछ कह दिया!
जावेद अख्तर ने पाकिस्तान को पाकिस्तान में सुनाया था. खूब तारीफ हुई थी.
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जावेद अख्तर (Javed Akhtar) इस साल फरवरी महीने में पाकिस्तान के लाहौर गए थे. फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ की याद में रखे गए एक फेस्टिवल में हिस्सा लेने. वहां जावेद अख्तर ने मुंबई हमले और भारत-पाकिस्तान के संबंधों को लेकर कई बातें कही थीं. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हुआ था. अब पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर वसीम अकरम (Wasim Akram) ने जावेद अख्तर के इस बयान को लेकर अपना पक्ष सामने रखा है.
दरअसल, इन दिनों वसीम अकरम अपनी फिल्म ‘मनी बैक गारंटी’ को प्रमोट कर रहे हैं. फिल्म के प्रमोशन के लिए वसीम ने हिंदुस्तान टाइम्स को एक इंटरव्यू दिया. इंटरव्यू के दौरान वसीम अकरम से जावेद अख्तर के बयान के बारे में सवाल पूछा गया. इसका जवाब देते हुए वसीम अकरम ने कहा,
“मैं यहां अपनी फिल्म को प्रमोट करने के लिए आया हूं. पॉलिटिकल सब्जेक्ट पर कुछ भी नहीं कहूंगा.”
स्विंग के सुल्तान कहे जाने वाले वसीम अकरम ने आगे कहा,
“अगर मुझे किसी दूसरे देश में आमंत्रित किया जाता है तो उस देश के बारे में कुछ पॉजिटिव चीजें बोलना पसंद करूंगा.”
इतना ही नहीं, वसीम अकरम से इंटरव्यू में ये भी पूछा गया कि मौजूदा भारतीय क्रिकेट टीम में उनका फेवरेट क्रिकेटर कौन है? इसके जवाब में वसीम ने विराट कोहली का नाम लिया और कहा,
जावेद अख्तर ने क्या कहा था?“विराट अमेज़िंग प्लेयर हैं. मुझे उनकी लीडरशिप क्वालिटी पसंद है.”
पाकिस्तान के लाहौर में एक कार्यक्रम में पहुंचे जावेद अख्तर ने भारत-पाक संबंधों पर कहा था कि जो कम्युनिकेशन होने चाहिए थे, वो नहीं हुए. जावेद अख्तर ने कहा था,
“लाहौर और अमृतसर के सेंटर के बीच सिर्फ 30 किलोमीटर का डिस्टेंस है. पता नहीं कितने लोग ये बात जानते हैं. उसके बावजूद इन दोनों शहरों में और दोनों मुल्कों में एक-दूसरे के बारे में जो लाइल्मी है, वो हैरतअंगेज है. ये तो अफसोस की बात है, इस तरह के जो कल्चरल एक्सचेंज होने चाहिए थे, या स्टूडेंट एक्सचेंज होने चाहिए थे, वो नहीं हुए. जो कम्युनिकेशन होने चाहिए थे, वो नहीं हैं.”
जावेद अख्तर ने मुंबई में हुए हमले को लेकर भी बात की. उन्होंने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा,
“हम एक-दूसरे को इल्ज़ाम न दें. इससे कुछ सॉल्व नहीं होगा. अहम बात ये है कि ये जो फिज़ा आजतक गरम है, वो कम होनी चाहिए. हम तो मुंबई के लोग हैं. हमने देखा, हमारे शहर पर कैसे हमला हुआ? वो लोग नॉर्वे से तो नहीं आए थे. न इजिप्ट से आए थे. वो लोग अभी भी आपके मुल्क में घूम रहे हैं. ये शिकायतें अगर हिन्दुस्तानी के दिल में हों, तो आपको बुरा नहीं मानना चाहिए.”
जावेद अख्तर के इस बयान की काफी चर्चा हुई थी. बहुत से लोगों ने उनकी तारीफ की थी.
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