बारिश या कोहरे में नहीं, इस मौसम में हुए सबसे ज्यादा एक्सीडेंट, एक महीने में 43 हजार
India Road Accident: सड़क दुर्घटना के मामले आए दिन बढ़ रहे हैं. 2022 में रोड एक्सीडेंट के 4.61 लाख मामले सामने आए थे, जो 2023 में बढ़कर 4.80 लाख हो गए. रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में सबसे ज्यादा सड़क हादसे शाम 6 बजे से रात 9 बजे तक होते हैं.
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सड़क दुर्घटना के मामले आए दिन खबरों में सुनने को मिल जाते हैं. कई लोग इन हादसों में गंभीर रूप से घायल हो जाते हैं, तो कई अपनी जान गंवा देते हैं. इन्हीं हादसों को कम करने के लिए सुरक्षा नियम बनाए गए हैं. लेकिन कुछ लोग इनका पालन नहीं करते हैं. जिसका रिजल्ट निकलता है एक्सीडेंट. यही वजह है कि भारत उन देशों की लाइन में सबसे आगे खड़ा है, जहां रोड एक्सीडेंट के मामले सबसे ज्यादा आते हैं. बता दें कि भारत में एक लाख की आबादी में 12 लोग सड़क पर जान गंवा रहे हैं. ये एक्सीडेंट मई महीने में सबसे ज्यादा हुए हैं. ऐसा हम नहीं कह रहे, बल्कि आंकड़े कहते हैं, वो भी सरकारी.
दरअसल, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने हाल ही में एक रिपोर्ट जारी की. जिसमें सामने आया कि 2023 में 4.80 लाख सड़क दुर्घटनाएं हुईं. इनमें 1.72 लाख मौतें हुईं, जबकि 4.62 लाख लोग घायल हुए. यहां सबसे चिंता की बात है कि ये आंकड़े साल दर साल बढ़ते जा रहे हैं. बता दें कि 2022 में सड़क दुर्घटना के 4.61 लाख मामले सामने आए थे. यानी 2023 में 2.6 फीसदी ज्यादा मौत हुईं और 4.4% ज्यादा घायल हुए. मतलब साल बदला और मामले भी बढ़ गए.

सड़क दुर्घटना की सबसे ज्यादा चिंता जनवरी-दिसंबर के महीने में होती है, क्योंकि इस मौसम में कोहरे की वजह से विजिबिलिटी कम हो जाती है. लेकिन सरकारी आंकड़ों की मानें, तो मई महीना सबसे ज्यादा खूनी रहा है. 2023 में मई महीने में 43,500 से ज्यादा हादसे हुए. फिर आता है ड्राइविंग से लिहाज से सबसे खतरनाक माना जाना वाला महीना, जनवरी और दिसंबर. जनवरी में 41,841 हादसे और दिसंबर में 40,997 एक्सीडेंट हुए. बता दें कि 2022 में भी मई महीने में सबसे ज्यादा सड़क हादसे हुए थे. इस महीने 43,300 मामले सड़क दुर्घटना के सामने आए थे. इसके बाद मार्च और दिसंबर का नंबर आता है.
ये टाइम सबसे खतरनाकरिपोर्ट की मानें तो, सड़क पर सबसे रिस्की टाइम होता है शाम 6 बजे से रात 9 का. 100 में 21 एक्सीडेंट इन्हीं 3 घंटों में होते हैं. वजह कई हैं. जैसे कि ऑफिस से लौटती भीड़, थकान, ट्रैफिक का दबाव और लापरवाह ड्राइविंग. वहीं, रात 12 बजे से सुबह 6 बजे तक हादसे कम होते हैं. लेकिन जो भी होते हैं, जानलेवा होते हैं. वजह है रात के समय तेज रफ्तार में गाड़ी चलाना. अब अगर आपको लगता है कि कोहरा सड़क दुर्घटना का सबसे बड़ा दुश्मन है, तो बता दें कि ऐसा बिल्कुल नहीं है. आंकड़े कहते हैं कि 2023 में 76% से ज्यादा हादसे धूप-छांव वाले, यानी साफ मौसम में हुए. बरसात में सिर्फ 7.8% और कोहरे/धुंध में 7.1%. कहने का मतलब ये कि सड़क पर खतरा मौसम से कम और हमारी लापरवाही से ज्यादा है.
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