स्मार्टफोन कंपनियां वैसे तो आपस में लड़ने का कोई मौका नहीं छोड़ती हैं मगर एक मामले में इनका कार्यक्रम पूरा सेटल है. नए फोन के लॉन्च की टाइमिंग में ये एक दूसरे के काम में बिल्कुल ही दखलंदाजी नहीं करती हैं. सितंबर ऐप्पल का तो जनवरी सैमसंग का होता है. ऐसे ही दिसंबर का महीना भारतीय बाजार की नंबर वन कंपनी Vivo के नाम पर दर्ज है. दिसंबर मतलब Vivo की फ्लैग्शिप X सीरीज के लॉन्च का महीना.
Vivo X 300 सीरीज: कंपनी का सबसे पावरफुल फोन कहीं उसकी सबसे बड़ी कमजोरी ना बन जाए
Vivo ने अपनी परंपरा और अनुशासन को बरकरार रखते हुए Vivo X 300 और Vivo X 300 Pro को मार्केट में उतार दिया है. 75999 रुपये से स्टार्ट होने वाला फोन क्या कंपनी की 'प्रतिष्ठा' बरकरार रख पाएगा. जानने की कोशिश करते हैं.


कंपनी ने अपनी इस परंपरा और अनुशासन को बरकरार रखते हुए Vivo X 300 और Vivo X 300 Pro को मार्केट में उतार दिया है. 75999 रुपये से स्टार्ट होने वाला फोन क्या कंपनी की ‘प्रतिष्ठा’ बरकरार रख पाएगा. जानने की कोशिश करते हैं.
Vivo X 300 और Vivo X 300 ProVivo की X सीरीज के फोन शानदार जबरदस्त जिन्दाबाद तस्वीरें खींचते हैं, ये अब जगजाहिर है. X 200 सीरीज ने इस बात पर मोहर लगा दी थी कि फोटो और स्पेशली पोर्ट्रेट शॉट्स में कंपनी ऐप्पल, सैमसंग, गूगल से बहुत आगे निकल गई है. इसलिए अपन नई सीरीज के खिचक-खिचक वाले विभाग की कोई चर्चा नहीं करने वाले. हालांकि कंपनी ने अपने लॉन्च इवेंट में बुक्का फाड़कर फोटो की बात की. कंपनी ने फोन के साथ एक टेलीफ़ोटो लेंस भी लॉन्च किया है. जंगल में फोटो खींचने वालों के बहुत काम आएगा. बढ़िया, अपन बात करेंगे इसके सॉफ्टवेयर की.
Vivo स्मार्टफोन की सबसे कमजोर कड़ी है उसका यूजर इंटरफेस. Funtouch OS में फन छोड़कर सब कुछ था. टेक एक्सपर्ट से लेकर यूजर्स भी इसके लिए कंपनी को खरी-खोटी सुनाते रहे हैं. कंपनी ने इस फीडबैक को सुना और नवंबर में OriginOS 6 इंडिया में लॉन्च किया. हालांकि चीन वाले वर्जन की तुलना में इसमें फीचर्स कम मिलते हैं मगर पुराने ऑपरेटिंग सिस्टम के मुकाबले इसमें फन ज्यादा है.
X 300 सीरीज कंपनी के वो स्मार्टफोन हैं जिसमें पहले से ही OriginOS 6 आने वाला है. नया ऑपरेटिंग सिस्टम फोन को वाकई फास्ट बनाने वाला है. उदाहरण के लिए गैलरी ऐप 106 फीसदी तेजी से डाउनलोड होगा तो Memory Fusion की मदद से एक बार में 45 से ज्यादा ओपन ऐप्स को आसानी से झेल जाएगा. Snap-Up इंजन जैसा फीचर आपकी टिकट बुकिंग को तेजी से बुक करने में मदद करेगा. आईआरसीटीसी सुन लो आप भी.

इसके साथ में कस्टमाइजेशन के भतेरे ऑप्शन मिलने वाले हैं. होम स्क्रीन पर डायनेमिक आइलेंड का भी प्रबंध किया गया है. आप ठीक समझे, वही आईफोन वाला. आईफोन से कंपनी साइड बटन भी उठा लाई है. मतलब पता नहीं क्या ही सनक है बेकार के फीचर कॉपी करने की. खैर बात करें यूजर इंटरफ़ेस की तो पहली नजर में बदलाव साफ नजर आता है. कंपनी 5 साल का सॉफ्टवेयर अपडेट भी देने वाली है.
Vivo X 300 सीरीज का एक्स फैक्टरएक हफ्ते के इस्तेमाल के बाद सबसे ज्यादा इंप्रेस इसकी बैटरी ने किया है. प्रो मॉडल की 6510mAh बैटरी एक दिन से ज्यादा चलती है. साफ समझ आ रहा है कि चीनी कंपनियां बैटरी के मामले में ऐप्पल, सैमसंग, गूगल से बहुत आगे निकल गई हैं. 90W की फास्ट चार्जिंग भी है जो एक काम चाय सुड़कने तक फोन को पर्याप्त चार्ज कर देती है. लेकिन यह सब भी एक्स फैक्टर नहीं है.
मतलब मेरे मुताबिक फोन को एक कंप्लीट डिवाइस बनने के लिए वीडियो टेस्ट में फर्स्ट डिवीजन में पास होना होगा. जमाना फोटो का नहीं बल्कि रील और शॉर्ट्स का है. हर कोई रील-रील खेल रहा है और वहां अभी भी बादशाहत आईफोन की है. हम भी फोन के साथ वीडियो बनाने वाले हैं. उम्मीद है फोन निराश नहीं करेगा. बात करें कीमत की तो X 300 का दाम 75,999 रुपये है.
Vivo X 300 प्रो के लिए 109,999 रुपये खर्च करने होंगे. जो आपको इसमें Telephoto Extender Kit फिट करनी है तो 18,999 रुपये और दीजिए. अब इतने पैसे यूजर वीवो के नाम पर देगा या नहीं. जल्द पता चलेगा.
वीडियो: संचार साथी ऐप को लेकर अगर आप कंफ्यूज हैं तो ये वीडियो आपके लिए है!




















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