स्मार्टफोन (Smartphone) में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला फीचर है उसका टच. टच मतलब स्क्रीन. इसलिए इसका ठीक रहना भी सबसे ज्यादा जरूरी है. वैसे तो आजकल स्मार्टफोन स्क्रीन पहले से खूब मजबूत हो गई है, लेकिन फिर भी इसके टूटने और खराब होने के मामले गाहे-बगाहे नजर आ ही जाते हैं. एक बड़ी कंपनी के लोग तो इससे कुछ ज्यादा ही परेशान नजर आते हैं. मतलब फोन लाख रुपये का, लेकिन स्क्रीन दरकी हुई. अब ऐसे में एक बढ़िया सा स्क्रीन गार्ड (Screenguard) आपके बहुत काम आ सकता है. बस दिक्कत इतनी की ऑप्शन बहुत ज्यादा हैं. इसलिए चुनना कैसे है, वो हमसे जान लीजिए.
फोन में ढंग का स्क्रीन गार्ड लगवाना है तो पहले ये जरूरी बातें जान लीजिए
मार्केट में कई सारे स्क्रीन गार्ड हैं. ऐसे में अच्छा स्क्रीन गार्ड चुनने में कनफ्यूजन हो जाती है.

आपकी जरूरत क्या है, उसको ध्यान में रखकर स्क्रीन गार्ड लेना चाहिए. मार्केट में कई तरीके के स्क्रीन गार्ड उपलब्ध हैं. जैसे प्लास्टिक और टेम्पर्ड. दोनों ही ठीक हैं, लेकिन आपकी जरूरत और आप कौन सा स्मार्टफोन इस्तेमाल करते हैं, वो ध्यान रखना बेहद जरूरी है. वैसे आजकल प्लास्टिक को इम्प्रूव करके एक और स्क्रीन गार्ड चलन में है, जिसको 'बफ' कहते हैं.
ये बहुत पतली लेयर होती है. इसका फायदा ये है कि लगता ही नहीं जैसे स्क्रीन पर कुछ लगा हो. मतलब टच का असल अनुभव बना रहता है. प्लास्टिक और 'बफ' वाले स्क्रीन गार्ड कर्व स्क्रीन वाले स्मार्टफोन के लिए सबसे मुफीद होते हैं. बात करें टेम्परड स्क्रीन गार्ड की, तो ये फ्लैट स्क्रीन पर बढ़िया काम करते हैं.
वैसे तो दोनों तरीके के स्क्रीन गार्ड मोहल्ले की दुकान से लेकर बड़े शॉपिंग मॉल में उपलब्ध हैं, इसलिए कीमत की कोई परेशानी नहीं है. 50-100 रुपये से लेकर कुछ हजार रुपये की रेंज में मिल जाते हैं. लेकिन इसका मतलब ये कतई नहीं है कि महंगा होगा तो अच्छा होगा. ये जानना जरूरी है कि उसकी टच सेन्सटिविटी कैसी है. फिट कैसे आएगा. एज और सेंसर के लिए कुछ है या नहीं. कॉर्नर से कॉर्नर कवर करेगा या नहीं. लगाने की प्रोसेस कितनी आसान है. अगर ऑनलाइन खरीद रहे हैं, तो सबसे बढ़िया है कि सोशल मीडिया पर रिव्यू देख लें. वहां आमतौर पर सब मिल ही जाता है.
आजकल कई सारी कंपनी स्क्रीन गार्ड लगाने का टूल भी साथ में मुहैया कराती है. ये मिल गया तो काम और आसान. एक बात और अगर स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनी स्क्रीन गार्ड बनाती है या फिर किसी कंपनी का नाम सुझाती है, तो उसको प्राथमिकता दें.

आखिर में एक काम की टिप. स्क्रीन गार्ड लगाने के बाद अपने फोन में टच सेंसर को इनेबल जरूर करें. ये फीचर विशेषकर स्क्रीन गार्ड लगाने के बाद बहुत काम आता है.
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