भारत में स्मार्टफोन कंपनियों के दिन शायद अच्छे नहीं चल रहे. कुछ सालों में OnePlus में से बहुत कुछ ‘माइनस’ हो गया तो एक समय इंडिया में नंबर वन रही Xiaomi की हालत भी बहुत खराब है. इस लिस्ट में एक और नाम Honor का जुड़ गया है. पिछले हफ्ते से ही मार्केट में खबरें हैं कि कंपनी ने इंडिया से अपना कारोबार समेट (Honor is exiting Indian market) लिया है. हालांकि कंपनी के बड़े अधिकारी सोशल मीडिया पर इससे इनकार कर रहे हैं. लेकिन फिर सवाल उठता है कि अगर आग नहीं लगी तो धुआं क्यों उठ रहा है? कई लोगों ने इस धुएं के पार देखने की कोशिश की.
चार्जर बॉक्स में चार्जर नहीं, फोन दिया पर सर्विस नहीं, इस कंपनी ने यूजर्स को बहुत 'बेइज्जत' किया!
Honor ने तो इंडियन यूजर्स को एक तरह से Dishonour किया है. ये वो कंपनी ही नहीं है जो हम (Honor is exiting Indian market) समझ रहे. पिछले कई महीनों से कंपनी को इंडिया में मोबाइल लाने की इजाजत नहीं है. कंपनी के लिए काफी कुछ गड़बड़ चल रहा है.

पता चला कि Honor ने तो इंडियन यूजर्स को एक तरह से ‘Dishonour’ किया हुआ है. ये वो कंपनी ही नहीं है जो हम समझ रहे. पिछले कई महीनों से कंपनी को इंडिया में मोबाइल लाने की इजाजत नहीं है. कंपनी के लिए काफी कुछ गड़बड़ चल रहा है.
ये तो दूसरी Honor हैटेक की दुनिया से अगर आपका राब्ता है तो आपको पता ही होगा कि इस चीनी कंपनी की पेरेंट कंपनी Huawei पर साल 2019 में अमेरिका में बैन लग गया था. एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम का इस्तेमाल करने पर भी रोक लग गई थी. इसके बाद कंपनी ने अपना ऑपरेटिंग सिस्टम बनाने की खूब कोशिश की मगर सफल नहीं हो पाई. 2023 में कंपनी ने अपने स्मार्टफोन ब्रांड Honor को 30 चीनी कंपनियों के एक ग्रुप को बेच दिया.
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लेकिन भारत में कहानी इससे और अलग है. 2022 में असली वाली कंपनी इंडिया से चली गई और फिर 2023 में एक नई कंपनी ने इंडिया में इंट्री की. कंपनी ने एक इंडियन कंपनी Htech के साथ साझेदारी में बाजार में कदम रखा. इसे एक किस्म का लाइसेंस समझ लीजिए. माने Htech सीधे चीन से Honor Global के फोन आयात करती है और इंडिया में सेल करती है. इस Htech के बॉस हैं माधव सेठ. आप एकदम सही पकड़े. टेक की दुनिया के बड़े नाम जो कभी Realme इंडिया के भी सर्वेसर्वा हुआ करते थे. कंपनी-कंपनी खेल लिया, अब फोन की बात करते हैं.
Htech ने इंडियन मार्केट में Honor 90 के जरिये फिर से बिजनेस स्टार्ट किया, मगर स्टॉप लगा दिया. माने जिस मार्केट में दूसरी फोन कंपनियां लगातार अपने डिवाइस लॉन्च करती हैं, वहां कंपनी का दूसरा फोन 9 महीने बाद आया. इसके बाद कंपनी ने कभी 20 हजार का फोन उतार दिया तो कभी 90 हजार का. समझ ही नहीं आया कि कंपनी आखिर कौन से सेगमेंट में रहना चाहती है.
इतना ही नहीं, कंपनी अपने फ्लैग्शिप डिवाइस Honor 200 प्रो के साथ खिलवाड़ सा करती नजर आई. बॉक्स में चार्जर की जगह दी मगर चार्जर नहीं दिया. चलो कोई बात नहीं, अलग से खरीद लेंगे. लेकिन कीमत जानकर झटका लगेगा. वेबसाइट पर इसकी कीमत 2999 रुपये है. चार्जर की बात करना इसलिए जरूरी है क्योंकि ये फोन 100W चार्जिंग सपोर्ट करता है. ऐसे में यूजर उसके मजे क्यों नहीं लेना चाहेगा. लेकिन 3 हजार रुपये देकर. यहां तक भी ठीक है. मगर आगे क्या.

इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक Honor पिछले कई महीनों से चीन से नए डिवाइस आयात नहीं कर पा रही है. इसके पीछे है CBU (Completely Built-Up) वाला चक्कर. इंडिया में अभी ज्यादातर स्मार्टफोन ब्रांड लोकल प्रोडक्शन करते हैं. अगर नहीं भी करते तो उसके पार्ट्स इम्पोर्ट करके इंडिया में असेम्बल किया जाता है. इनको BIS सर्टिफिकेट की भी दरकार होती है जो CBU यूनिट को नहीं मिल सकता है. ऊपर से तगड़ा टैक्स भी है, इसलिए फोन आ ही नहीं रहे. भारत सरकार ने भी ऐसी यूनिट्स पर बैन लगाया है. वैसे ये बैन काफी सालों से था, मगर अब इसका कड़ाई से पालन हो रहा है.
सर्विस सेंटर का नोकंपनी की दिक्कतों के बाद बात फोन की दिक्कतों की. भारत में Honor के जो फोन बिक गए, उनका हाल भी बुरा है. सोशल मीडिया कंपनी की बेकार सर्विस से जुड़े रिएक्शन्स से भरा पड़ा है. TechWiser नाम के टेक चैनल ने जब सर्विस सेंटर से बात की तो वहां से साफ कह दिया गया- हम Honor के फोन लेते ही नहीं हैं. पिछले हफ्ते कंपनी के टेलीग्राम चैनल पर पोस्ट हुआ कि कंपनी इंडिया से निकल रही है. हालांकि पोस्ट डिलीट हो गया, मगर चल क्या रहा वो किसी को समझ में नहीं आ रहा है.

इसीलिए ऊपर लिखा कि ऐसा लगता है जैसे Honor ने तो इंडियन यूजर्स को एक किस्म से Dishonour ही कर दिया है.
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