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Google Gemini AI: आ गया गूगल का वो AI मॉडल जिसपर है ChatGPT को पछाड़ने की जिम्मा

Gemini AI बार्ड से भी ज्यादा स्मार्ट है जो कई तरह के टास्क को आसानी से हैंडल कर सकता है. ये मॉडल टेक्स्ट, इमेज, ऑडियो और कोड आदि को आसानी से हैंडल कर सकता है. इसका नैनो मॉडल जहां पिक्सल स्मार्टफोन पर काम करेगा तो प्रो मॉडल बार्ड चैट बॉट के साथ उपलब्ध होगा.

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गूगल जेमिनी AI

Nano, Pro, और Ultra. पढ़ने में शायद किसी स्मार्टफोन ब्रांड के मॉडल लग सकते हैं लेकिन असल में ये Google के नए लैंग्वेज मॉडल के नाम हैं. टेक दिग्गज ने लैंग्वेज मॉडल का नया वर्जन Gemini AI पेश किया है. ये लाइन शायद आपको बहुत टेक्निकल टाइप लग रही होगी. हमें भी लगी इसलिए हम इसको थोड़ा आसान करते हैं. दरअसल गूगल ने ChatGPT से मुकाबला करने के लिए कुछ समय पहले अपना चैट बॉट बार्ड पेश किया था. अब इसी बार्ड की अंदरूनी ताकत को शानदार-जबरदस्त-जिन्दाबाद बनाने के लिए Gemini AI लॉन्च किया गया है.  

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Gemini AI बार्ड से भी ज्यादा स्मार्ट है जो कई तरह के टास्क को आसानी से हैंडल कर सकता है. ये मॉडल टेक्स्ट, इमेज, ऑडियो और कोड आदि को आसानी से हैंडल कर सकता है. इसका नैनो मॉडल जहां पिक्सल स्मार्टफोन पर काम करेगा तो प्रो मॉडल बार्ड चैट बॉट के साथ उपलब्ध होगा. अल्ट्रा मॉडल कई सारे बड़े कामों (सुपर कंप्यूटर/ बड़ी केलकुलेशन) टाइप के लिए इस्तेमाल होगा.

Gemini AI के नैनो और प्रो मॉडल पब्लिक के इस्तेमाल के लिए उपलब्ध हो गए हैं मगर अल्ट्रा मॉडल सेफ़्टी चेक के बाद अगले साल यानी 2024 में बाजार में आएगा.

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नैनो: नाम छोटा लेकिन काम बड़ा

एक शब्द में कहें तो हमारी यानी यूजर की ताकत बढ़ेगी. अभी तक चैट बॉट का इस्तेमाल सवालों के जवाब के लिए होता है. लेकिन अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की ताकत सीधे स्मार्टफोन के अंदर इनेबल होगी. ऐसा होने से Gboard (की-बोर्ड) अपने से जवाब देने में सक्षम होगा. शुरुआती तौर पर इसको पिक्सल 8 प्रो फोन में इनेबल किया गया है, जहां ये अपना जलवा WhatsApp के साथ दिखाएगा. इतना ही नहीं,  नया टूल ऑडियो-वीडियो रिकॉर्डिंग को भी संक्षेप में समझा देगा. कहने का मतलब अगर बहुत लंबी चौड़ी रिकॉर्डिंग है और उसमें कई सारी बातें बार-बार रिपीट हुई हैं तो उनको सटीक तरीके से फ़ाइल में कनवर्ट कर देगा. हालांकि Gemini AI का नैनो मॉडल पिक्सल फोन के अलावा और स्मार्टफोन में मिलेगा या नहीं. इसके बारे में अभी कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है.  

प्रो बनाएगा बार्ड को प्रो-मैक्स

Gemini AI का प्रो मॉडल गूगल के चैट बॉट 'बार्ड' के साथ जुड़ने वाला है. बार्ड सभी के लिए मुफ़्त उपलब्ध है तो इसे कोई भी यूजर इस्तेमाल कर सकता है. मतलब पिक्सल स्मार्टफोन वाली गरारी नहीं फसेगी. टेक्स्ट से लेकर इमेज तक और ऑडियो से लेकर वीडियो तक. इधर आपने सवाल किया उधर जवाब हाजिर. इतना ही नहीं बार्ड की मदद से अब आप कोडिंग से जुड़े सवालों के जवाब भी आसानी से पा सकते हैं. हालांकि ये सारे फीचर धीरे-धीरे बार्ड में इनेबल होंगे. बार्ड के अंदर जेमिनी प्रो शुरुआत में टेक्स्ट बेस्ड प्रॉम्ट को सपोर्ट करेगा जिसमें बाद में मल्टीमॉडल का सपोर्ट मिलेगा.

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अल्ट्रा: बड़े कामों के लिए बड़ा टूल

ChatGPT आने के बाद AI बेस्ड चैट बॉट की बाढ़ आई हुई है. तकरीबन हर काम के लिए आजकल एक चैट बॉट मार्केट में उपलब्ध है. मगर ये सारी बेसिक सी चीजें हैं. इनके बिना भी काम हो सकता है. ऐसे में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के असल मकसद को साधने के लिए गूगल ने अल्ट्रा मॉडल पेश किया है. कंपनी के मुताबिक अल्ट्रा मॉडल कठिन से कठिन केलकुलेशन को करने में इंसानों की मदद करेगा. गूगल के मुताबिक अल्ट्रा मॉडल MMLU (मैसिव मल्टीटास्क लैंग्वेज अंडरस्टैंडिंग) बेंचमार्क पर डेवलप किया गया है. मतलब जैसे इंसान कई सारी भाषाएं समझ सकता है और कई सारे काम एक साथ कर सकता है, वैसे ही अल्ट्रा भी काम करेगा. अल्ट्रा किसी सवाल के जवाब के लिए वर्ल्ड नॉलेज और प्रॉब्लम सॉल्विंग के साथ मैथ, फिजिक्स, हिस्ट्री, लॉ, मेडिसिन और एथिक्स जैसे 57 सब्जेक्ट के कॉम्बिनेशन का इस्तेमाल करेगा.

आपकी जानकारी के लिए बताते चलें कि गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट ने AI रिसर्च यूनिट DeepMind और गूगल ब्रेन का मर्जर करके Google DeepMind यूनिट बनाई थी. Gemini AI इस यूनिट का सबसे पहला AI मॉडल है. नया मॉडल फिलहाल के लिए सिर्फ अंग्रेजी में और 170 से अधिक देशों में उपलब्ध होगा. यूरोपियन यूनियन की भाषाओं और और हिन्दी के लिए अभी इसकी उपलब्धता के बारे में जानकारी नहीं मिली है. 

वीडियो: ChatGPT से दो साल पहले चैट बॉट बनाने वाले Samanyou Garg का इंटरव्यू

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