आपके हाथ में जो स्मार्टफोन है, क्या वो आपकी बीमारी में मदद कर सकता है. बात स्टेप काउंट या ब्लड प्रेशर मापने की नहीं बल्कि स्किन इन्फेक्शन जैसी गंभीर बीमारी की हो रही है. आज से कुछ साल पहले ऐसा सोचना सिर्फ हॉलीवुड की फिल्म में ही संभव था, मगर अब ये हकीकत है. स्मार्टफोन से बीमारी पकड़ने का सपना आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए पूरा होता नजर आ रहा है और इसका सबसे करीबी उदाहरण दिखाया है गूगल ने. गूगल लेंस एक ऐसा फीचर (Search for skin conditions) लेकर आया है जो स्किन पर हो रहे इन्फेक्शन को पकड़ सकता है. फिर चाहे वो छोटा सा पिंपल हो या फिर गंभीर किस्म का सोरायसिस. टेक दिग्गज ने AI की मदद से त्वचा में हो रहे बदलावों को समझने का फीचर डेवलप किया है और अच्छी बात ये है कि ये फ्री में उपलब्ध है. गूगल ऐप के अंदर.
गूगल का एक और कमाल, मिनटों में बताएगा स्किन में कोई दिक्कत या बीमारी तो नहीं
नया फीचर स्किन की समस्या को शुरुआत में ही पकड़ने में मदद करेगा.

आगे बढ़ने से पहले एक चेतावनी, गूगल और हमारी तरफ से! बीमारी को पकड़ने में अभी भी डॉक्टर सबसे आगे हैं. इलाज भी वही कर सकते हैं इसलिए गूगल के नए टूल को फाइनल मानकर नहीं देखें. ये सिर्फ एक टूल है जो कई तरीकों से स्किन इन्फेक्शन को समझने की कोशिश कर रहा है.
गूगल ऐप के अंदर रियल टाइम में इमेज को समझने वाला एक टूल है गूगल लेंस. कोई प्रोडक्ट आपके सामने है और आपको समझ नहीं आ रहा कि वो है क्या तो बस लेंस को उसके ऊपर तान दीजिए. ऐप सेकंड के अंदर अपने डेटा बेस से मैच करके बता देगा कि ये फलां प्रोडक्ट है. कहीं कोई भाषा लिखी है और उसको आपको हिन्दी, अंग्रेजी या किसी दूसरी भाषा में ट्रांसलेट करना है तो भी लेंस आपके काम आएगा.
यही गूगल लेंस शरीर पर होने वाले इन्फेक्शन का पता लगाएगा. फीचर सिर्फ चेहरे पर ही नहीं बल्कि पूरे शरीर पर काम करेगा. तरीका वही है. जैसे ही आप स्किन का फोटो या गैलरी में सेव फोटो को लेंस पर अपलोड करेंगे, वो इंटरनेट पर मौजूद लाखों तस्वीरों से उनका मिलान करेगा.

जो इमेज सबसे नजदीक होगी उसके बारे में आपको आगाह करेगा. लेंस इसके साथ इन्फेक्शन के ट्रीटमेंट के बारे में भी बता देगा. लेकिन ये सब सिर्फ सुझाव हैं. आखिर निर्णय आपके डॉक्टर का. कंपनी ने फीचर फिलहाल सिर्फ अमेरिका मे लॉन्च किया है.
गूगल की दूसरी कोशिशगूगल ने 2021 में DermAssist नाम से एआई बेस्ड स्किन और हेयर कंडीशन डायग्नोस्टिक ऐप लॉन्च किया था. इसमें यूजर्स को अपने फोन या कंप्यूटर से तीन फोटो अपलोड करके कुछ सवालों के जवाब देने होते हैं. कंपनी का दावा है कि ये ऐप कलेक्ट की गई जानकारी से 90 फीसदी से ज्यादा कॉमन स्किन डिसीज का पता लगा सकता है. लेंस एक एडवांस्ड सिस्टम है. वैसे तो एआई के फायदे और नुकसान पर खूब बातें हो रही हैं, मगर हेल्थ में एक उम्मीद जरूर बंधी है. क्या पता आगे जाकर स्मार्टफोन मेडिकल डायग्नोसिस और ट्रीटमेंट की दुनिया ही बदल दे.
(इस खबर के लिए रिसर्च हमारे साथ इंटर्नशिप कर रहे अक्षत ने की है.)
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