स्मार्टफोन मार्केट में एंड्रॉयड आगे है या iPhone? लंबी बहस है जिसका कोई अंत नहीं. दोनों ही प्लेटफॉर्म कमाल के हैं और उनके मुरीद भी कम नहीं. मगर एक जगह पर निश्चित तौर पर आईफोन फ़िलहाल आगे है. चार्जिंग में. “ही-ही-ही…”. पता है-पता है इतना पढ़ते ही आपका यही रिएक्शन होगा. आप कहोगे कि क्या ही मजाक कर रहे हो. एंड्रॉयड में चार्जिंग 200 वॉट से ऊपर पहुंच गई है और आईफ़ोन में अभी मामला 25 वॉट से ऊपर नहीं गया है. ठीक बात है मगर हम वायर नहीं बल्कि वायरलेस चार्जिंग की बात कर रहे. आप फिर हंस लिए.
iPhone की तरह अब Android स्मार्टफोन में भी चुंबक लगकर आने वाली है
MagSafe wireless charging जो अभी तक सिर्फ़ iPhone का फ़ीचर हुआ करता था. आइफ़ोन यूजर्स MagSafe को लेकर खूब इतराते थे और एंड्रॉयड यूजर्स दुखी रहते थे. अब ऐसा नहीं होगा क्योंकि Qi2 (ची टू) चार्जिंग आने वाली है.

अब आप कहोगे यार इधर भी एंड्रॉयड बहुतई आगे है. आईफ़ोन से डबल मतलब 50 वॉट का प्रबंध है. ठीक बात है मगर हम MagSafe wireless charging की बात करें तो. अब आपका रिएक्शन होगा कि हां यार इधर आईफ़ोन आगे है. एंड्रॉयड में ये नहीं होता है. मगर हम आपसे इसी की तो बात कर रहे. अब होगा.
एंड्रॉयड में MagSafeMagSafe मतलब वायरलेस चार्जिंग से लेकर भतेरे प्रोडक्ट मसलन वॉलेट और बैक कवर का प्रबंध है. Apple ने आईफोन 12 के साथ इसको लॉन्च किया था. और जैसा होता है, इसके बाद इससे जुड़े प्रोडक्ट्स की लाइन लग गई. जितने प्रोडक्ट एप्पल बनाती है, उतने ही थर्ड पार्टी. वैसे इसमें सबसे ज्यादा लोकप्रिय है वायरलेस चार्जर. गोल-गोल सी चुंबक जो आईफोन के पीछू तरफ चिपक जाती है और फिर चार्जिंग स्टार्ट.

इसकी स्पीड तो हम आपको बता चुके हैं मतलब आज के जमाने के हिसाब से काफी स्लो है. लेकिन इस्तेमाल में काफी व्यावहारिक है. 2 ये भी है कि ये पहले सिर्फ 15 वॉट तक सीमित थी और जो अब 25 पहुंच गई तो उसके पीछू भी एप्पल का हाथ है. वायरलेस चार्जिंग जिसे Qi कहते हैं उसका पहला वर्जन था Qi1 (ची वन) और जो आजकल चलन में है उसे कहते हैं Qi2. इसी Qi2 (ची टू) के डेवलपमेंट के लिए एप्पल ने इसे बनाने वाली कंपनी Wireless Power Consortium (WPC) को मोटा पैसा दिया था. आईफोन यूजर्स MagSafe को लेकर खूब इतराते थे और एंड्रॉयड यूजर्स दुखी रहते थे. वैसे कुछ जुगाड़ थे मसलन बैक कवर लगा लो लेकिन वो मजेदार नहीं था. अब मजा आयेगा.
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अमेरिका के Las Vegas में चल रहे CES 2025 में WPC ने इसकी घोषणा की है. साल 2025 में कई सारे स्मार्टफोन MagSafe चार्जिंग के साथ आयेंगे. गूगल पिक्सल और सैमसंग के प्रीमियम स्मार्टफोन सबसे पहले इसको सपोर्ट करने वाले हैं. मुमकिन है Galaxy S25 Ultra में मिलेगा. साउथ कोरियन दिग्गज का फ्लैगशिप डिवाइस 22 जनवरी 2025 को बाजार में आयेगा.
मतलब अब एंड्रॉयड स्मार्टफोन में भी चुंबक लगकर आने वाली.
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