ध्रुव त्यागी मर्डर केस को हिंदू-मुस्लिम एंगल देने पर उनके भाई ने जो समझदारी दिखाई, काश सब दिखाते
भाई ने कहा है 'इस मामले को हिंदू मुस्लिम रंग ना दें.'
नई दिल्ली में मोती नगर के बसई दारापुर की बात है. 51 साल के धुव्र राज त्यागी देर रात अपनी बेटी और बेटे के साथ अस्पताल से वापस आ रहे थे. बेटी को माइग्रेन की समस्या थी. अपने पिता और भाई के साथ अस्पताल गई थी. घर के पास पहुंचे तो गली में खड़े लोगों से रास्ता मांगने के पीछे उनका झगड़ा हो गया. पिता ने बेटी को घर छोड़ा और पड़ोसी को समझाने वापस आए. वहां दोबारा झगड़ा हुआ और पिता धुव्र राज त्यागी की चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई थी.