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ऐश्वर्या राय और आशुतोष राणा की वो फिल्म, जिसके साथ बहुत बुरा हुआ

कभी डायरेक्टर ने फिल्म छोड़ दी तो कभी कैमरा नदी में गिर गया.

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'हम पंछी एक डाल के' फिल्म के एक सीन में ऐश्वर्या राय और आशुतोष राणा.
ऐश्वर्या राय जल्द ही मणीरत्नम की फिल्म पीएस-1 में दिखाई देने वाली हैं. मगर आज पीएस-1 पर बात नहीं करेंगे. बल्कि ऐश्वर्या की उस फिल्म के बारे में बताएंगे, जिसके साथ बहुत ज़्यादा ट्रेजडी हो गई. पहले डायरेक्टर ने फिल्म छोड़ी. फिर जब दोबारा फिल्म पर काम शुरू हुआ, तो पूरा का पूरा कैमरा ही पानी में जा गिरा. कुल मिलाकर इस फिल्म की किस्मत इतनी फूटी थी कि तमाम जद्दोजहद के बाद भी इसे रिलीज़ नहीं किया जा सका.
साल 1999-2000 की बात है. वन टू का फोर और ग्रहण फिल्म बनाने वाले डायरेक्टर शशिलाल के. नायर एक फिल्म पर काम कर रहे थे. फिल्म का नाम था हम पंछी एक डाल के. फिल्म में ऐश्वर्या राय, सुनील शेट्टी और आशुतोष राणा को कास्ट किया गया था. ये स्टोरी फैंटसी फिक्शन थी. जिसमें आशुतोष राणा का किरदार आधा इंसान और आधे जानवर का था.
आशुतोष राणा और ऐश्वर्या राय 'हम पंक्षी एक डाल के' फिल्म की शूटिंग के वक्त.
आशुतोष राणा और ऐश्वर्या राय 'हम पंक्षी एक डाल के' फिल्म की शूटिंग के वक्त.

ऐश्वर्या राय बच्चन और सुनील शेट्टी की साथ में ये दूसरी फिल्म थी. इससे पहले दोनों राधे श्याम सीता राम में काम कर चुके थे. मगर ये इत्तेफाक ही है कि अनीस बज़्मी के निर्देशन में बनी इस मूवी को भी किसी वजह से शेल्फ करना पड़ा था. सुनील शेट्टी और शशिलाल के साथ काम करने को लेकर ऐश्वर्या ने एक बार कहा था,
सुनील बिल्कुल बच्चों जैसा है. बहुत शरारती है. ऑन स्क्रीन हम बड़ी परफेक्टली काम करते हैं. मगर ऑफ स्क्रीन एक-दूसरे की टांग खींचा करते हैं. शशी भी बिल्कुल रिलैक्स पर्सन हैं. नॉट सो सीरियस टाइप. इन दोनों के साथ काम करना पिकनिक मनाने जैसा है.
आधे इंसान और आधे जानवर की इस फिल्म की शूटिंग शुरू हो गई थी. कई हिस्से शूट किए जा चुके थे. मगर डायरेक्टर साहब ने फिल्म बीच में ही छोड़ दी. उनके फिल्म को छोड़ने की क्या वजह थी, इसका पता किसी को नहीं चला. मगर उन्होंने फिल्म से दूरी बना ली.
फिल्म के एक दृश्य में ऐश्वर्या राय.
फिल्म के एक दृश्य में ऐश्वर्या राय.

उस वक्त तक ये फिल्म 75 प्रतिशत पूरी हो चुकी थी. ऐसी स्टेज तक पहुंच गई थी, जहां से इसे ड्रॉप करना बहुत मुश्किल था. डायरेक्टर शशिलाल के फिल्म छोड़ने के बाद प्रड्यूसर राहुल गुप्ता ने कई डायरेक्टर्स को अप्रोच किया. बहुत हाथ-पैर पटके कि इस अधूरी फिल्म को कोई पूरा कर दे. मगर उनकी कोशिश नाकामयाब ही रही. कुछ महीनों बाद आक्रोश और दहक बनाने वाले डायरेक्टर लतीफ बिन्नी ने इस प्रोजेक्ट के लिए हां कर दी.
लगभग तीन सालों बाद एक बाद फिर फिल्म पर काम शुरू हुआ. मूवी की शूटिंग विदेश में की जानी थी. तो पूरी टीम फुल इक्वीपमेंट के साथ तय की हुई जगह पहुंच गई. जोधा अकबर फेम एक्शन डायरेक्टर रवि दीवान ने डेक्कन क्रोनिकल को दिए एक इंटरव्यू में बताया,
अक्सर फिल्ममेकर पैसा बचाने के चक्कर में इंडियन स्टंट मास्टर्स को सीरियसली नहीं लेते. वो फॉरेनर्स की ज़्यादा सुनते हैं और जो वो कहते हैं उन्हीं पर पैसे भी लगाते हैं.
मुझे याद है साल 2003 में ऐश्वर्या राय और सुनील शेट्टी की फिल्म हम पंछी एक डाल के की शूटिंग के वक्त मैंने उस विदेशी लड़के स्कॉट से कहा था कि कैमरे को राफ्ट के ऊपर मत टिकाओ. मगर उसने मेरी नहीं सुनी और कैमरा पानी में गिर गया. ऐसी जगह गिरा कि दोबारा कभी मिला ही नहीं. बस ऐसी ही जगहों पर आपको एक सेफ्टी डायरेक्टर्स की ज़रूरत होती है, जो आपको बताए कि कैसे क्या करना है. उस वक्त मेरी किसी ने नहीं सुनी थी क्योंकि मैं इंडियन था.
ये फिल्म ना बनने की कहानी अपने आप में स्क्रिप्ट जैसी लगती है. जिसके बनने में अड़चने आती ही गईं. फिल्म के सेट से कुछ पुरानी तस्वीरों के अलावा कुछ भी नहीं बचा. इसकी किस्मत इतनी खराब रही कि डायरेक्टर की लगन, प्रड्यूसर के पैसे और पूरी टीम की मेहनत भी इसे बचा नहीं पाई.