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'धोनी मेरा फोन ही नहीं उठाते हैं... पर', विराट ने धोनी और कैप्टेंसी पर क्या कहा?

धोनी के बाद विराट ने भारत की कप्तानी संभाली थी.

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विराट कोहली और एमएस धोनी (PTI)

विराट कोहली और एमएस धोनी. दोनों की दोस्ती के बारे में हर क्रिकेट फैन जानता है. हालांकि, दोनों एक दूसरे से बहुत अलग थे. विराट कोहली अग्रेसिव हैं, और धोनी शांत. दोनों की कैप्टेंसी करने के तरीके में भी ये अंतर देखने को मिलता है. कोहली का डेब्यू धोनी की कप्तानी में ही हुआ था. टीम इंडिया की कमान धोनी के बाद कोहली ने संभाली.

IPL 2023 में धोनी चेन्नई सुपर किंग्स और विराट रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए खेलने उतरेंगे. इस टूर्नामेंट से पहले भारत के पूर्व कप्तान विराट कोहली ने धोनी पर दिल खोलकर बातचीत की. विराट ने कहा है कि 100 में से 99 बार धोनी उनका फोन ही नहीं उठाते हैं. RCB पॉडकास्ट सीज़न 2 पर बात करते हुए विराट ने बताया -

मैं अभी अपने करियर में एक दूसरे किस्म का दौर देख रहा हूं. इतने सालों से इस लेवल पर क्रिकेट खेलने के बाद मैं बहुत वक्त बात इतना फ्री महसूस कर रहा हूं.

कोहली ने अपनी कप्तानी में कोई भी ICC ट्रॉफी नहीं जीती है. ऐसे में उनपर लगातार सवाल उठते रहे हैं. 2019 वनडे वर्ल्ड कप के बाद से ही वो एक मुश्किल दौर से गुज़र रहे थे. कोहली ने बताया कि इस दौर में सिर्फ धोनी थे, जिन्होंने उनसे बात की. विराट बताते हैं -

इस फेज़ में अनुष्का, जो मेरे लिए स्ट्रेंथ का सबसे बड़ा सोर्स रहीं हैं और मेरे साथ उन्होंने ये पूरा दौर बिताया है, उनके अलावा, मेरे बचपन के कोच और मेरे परिवार के अलावा सिर्फ एक इंसान ऐसा है जिसने मुझसे बातचीत की. वो एमएस धोनी हैं. उन्होंने खुद से आगे बढ़कर मुझसे बातचीत की. आप उनतक नहीं पहुंच सकते. मैं किसी भी दिन उन्हें फोन करूं, 99 प्रतिशत वो फोन नहीं उठाते हैं, क्योंकि वो फोन की ओर देखते ही नहीं. इसलिए वो ही मुझसे बात कर लेते हैं. ऐसा दो बार हो चुका है. उन्होंने मुझसे ये भी कहा कि जब लोग आपसे उम्मीद करते हैं कि आप मजबूत होंगे और ऐसा ही देखकर भी लगता हो, तो लोग अक्सर ये पूछना भूल जाते हैं कि आप कैसे हैं.

विराट ने आगे कहा -

इन बातों का मुझपर बहुत असर हुआ. मुझे हमेशा ऐसा ही माना गया है. मुझे बहुत कॉन्फिडेंट माना जाता है. लोग सोचते हैं मैं मेंटली बहुत स्ट्रॉन्ग हूं और मैं किसी भी हाल में टीम को रास्ता दिखा सकता हूं. फिर आपको समझ आता है कि इंसानों को कभी-कभी एक-दो कदम पीछे लेना होता है, और ये समझना होता है कि आप कैसे हैं, कौन-सी चीज़ों से आपको खुशी मिलेगी.

विराट ने बताया कि एमएस उनसे ये सब बातें इसलिए कर सकते हैं क्योंकि वो खुद उस दौर से गुज़र चुके है और इसे अच्छे से समझते हैं.

ऐसे बहुत लोग नहीं हैं, जिन्हें आप ये समझा सकते हैं. जिन्होंने मजबूती से लंबे समय तक क्रिकेट खेला हो. इसलिए मैंने इस वाकये का ज़िक्र किया. एमएस धोनी जानते थे कि क्या चल रहा है, क्योंकि वो खुद भी उस दौर में रह चुके हैं. मैं अभी जो अनुभव कर रहा हूं, वो कर चुके हैं. अगर आप ऐसे दौर से गुज़र चुके हैं, तो ही आप समझ पाएंगे कि उससे गुज़रने वाला इंसान क्या फील कर रहा है.

# 'मैं हमेशा धोनी का राइड-हैंड मैन था'

कोहली ने ये भी कहा कि जब धोनी कप्तान थे, तब दोनों प्लेयर्स ग्राउंड में बहुत बाते करते थे. विराट ने खुद को धोनी का राइड हैंड मैन भी बताया. विराट ने कहा -

मेरे और एमएस में उस दौर में कोई असहजता नहीं थी. सच्चाई ये है कि एमएस ने मुझे चुना था. उन्होंने 2012 से ही मुझे सिखाना शुरू कर दिया था. मैं उनका उपकप्तान था. हम हमेशा बाते करते थे कि हम ग्राउंड पर क्या कर सकते हैं. मैं हमेशा उनका राइड हैंड मैन था. मैं हमेशा क्रिकेट को समझने की कोशिश करता था. मैं टीम के लिए लगातार मैचविनिंग पारियां खेल रहा था, इसलिए मेरा कॉन्फिडेंस भी हाई था.

कोहली ने आगे बताया -

मैं उन्हें फील्ड पर बहुत सारे इनपुट्स देता था. मैं कभी भी वो प्लेयर नहीं रहा हूं जो मैदान में सिर्फ फील्डिंग करे. मैच टाइट होता था तो मैं हमेशा उनके पास जाता था. मैं स्कोरबोर्ड नहीं देखता था, इतने रन्स बन गए, इतने रन्स चाहिए. मैं हमेशा ये देखता था कि पिच कैसे रिएक्ट कर रही है, कंडीशन्स कैसी हैं, हम किसी पार्टनरशिप को तोड़ने के लिए क्या कर सकते हैं... ऐसी चीज़ें. वो बहुत जल्दी समझ गए थे. इसलिए कैप्टेंसी में बदलाव का दौर बहुत स्मूद रहा. मैं उनकी बहुत इज़्ज़त करता हूं और करता रहूंगा. जिस तरह से उन्होंने टीम इंडिया को लीड किया और परफॉर्म किया, वो शानदार था. 

कोहली ने आगे ये भी बताया कि वो एमएस के लिए क्या फील करते थे.

मैंने उन्हें लेकर कभी खराब नहीं सोचा. ये सोच कभी नहीं आई, कि उनकी जगह मुझे होना चाहिए था. मैं इस बात का बहुत सम्मान करता था कि वो मुझपर बहुत भरोसा करते थे और मैं उनसे कभी भी बात कर सकता था.

तीन साल सेंचुरी नहीं लगाने के बाद 2022 के आखिर में कोहली ने इस कड़ी को तोड़ा. T20 इंटरनेशनल और वनडे क्रिकेट में सेंचुरी लगाने के बाद अब फै़न्स को उनकी टेस्ट सेंचुरी का इंतज़ार है. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीसरा टेस्ट इंदौर में 1 मार्च से शुरू हो रहा है. 
 

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