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विनेश फोगाट को लेकर जल्द आ सकता है CAS का फैसला, रेसलर ने छोड़ा ओलंपिक्स विलेज

Vinesh Phogat appeal to CAS: भारतीय पहलवान विनेश फोगाट को लेकर 13 अगस्त को कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्टस (CAS) का फैसला आ सकता है. इस फैसला के आने से पहले ही विनेश ने ओलंपिक विलेज को छोड़ दिया है.

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विनेश फोगाट को लेकर आज आ सकता है CAS फैसला (फोटो: PTI)

रेसलर विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) को लेकर आज यानी 13 अगस्त को कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्टस (CAS) का फैसला आ सकता है. विनेश ने अपनी अपील में पेरिस ओलंपिक्स में क्यूबा की रेसलर के साथ संयुक्त रूप से सिल्वर मेडल दिए जाने की मांग की है. 9 अगस्त को इस मामले में तीन घंटे तक सुनवाई चली. जिसके बाद फैसला 10 तारीख को आने की उम्मीद थी. हालांकि फिर इसकी टाइम लाइन बढ़ गई थी. 

इंडिया टुडे से जुड़े निखिल नाज की रिपोर्ट के मुताबिक विनेश फोगाट ने ओलंपिक विलेज को छोड़ दिया है. जिसका एक वीडियो भी सामने आया है. इस वीडियो में विनेश एक बैग के साथ बाहर जाती हुई दिख रही हैं. हालांकि वो स्वदेश 13 अगस्त को लौटेंगी या 14 अगस्त को, इसकी जानकारी अभी तक सामने नहीं आई है. 

दरअसल, फाइनल मुकाबले से पहले 100 ग्राम वजन ज्यादा होने की वजह से रेसलर विनेश फोगाट और भारत के हाथ से जीता हुआ मेडल छीन लिया गया था. उनकी जगह फाइनल में क्यूबा की रेसलर युस्नेलिस गुजमान लोपेज को मौका मिला. जिनको विनेश ने सेमीफाइनल में हराया था. जिसके बाद विनेश फोगाट ने इस फैसले के खिलाफ कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) में दलील दी.

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# CAS क्या है?

अब कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) के बारे में जान लीजिए.  CAS दुनिया भर में स्पोर्ट्स के लिए बनाई गई एक स्वतंत्र संस्था है. जिसका काम खेल से जुड़े विवादों का निपटारा करना है. इसकी स्थापना साल 1984 में की गई. इसका हेड क्वॉर्टर लॉज़ेन, स्विट्जरलैंड में है. जबकि इसके कोर्ट न्यूयॉर्क और सिडनी में भी है. वहीं, पेरिस ओलंपिक्स के लिए अस्थायी अदालत बनाई गई है. दरअसल, हर ओलंपिक्स के लिए CAS की अस्थाई अदालतें बनाई जाती हैं.

पीटी उषा का बयान

वहीं, रेसलर विनेश फोगाट के वजन बढ़ने को लेकर IOA (Indian Olympics Association) चीफ पीटी उषा का बयान सामने आया. उनके मुताबिक एथलीट के वजन बढ़ने को लेकर IOA की मेडिकल टीम और डॉक्टर को जिम्मेदार नहीं ठहराना चाहिए. पीटी उषा ने कहा कि वजन मैनेज करने की जिम्मेदारी एक एथलीट और उसके सपोर्ट स्टाफ की होती है. पीटी उषा के मुताबिक IOA की तरफ से नियुक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ दिनशॉ पारदीवाला और उनकी टीम के लिए नफरत अस्वीकार्य है और निंदनीय है.

वीडियो: पीटी ऊषा ने ओलंपिक्स में वज़न कॉन्ट्रोवर्सी पर किसका नाम ले क्या बताया?