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BCCI वालों ने सनी पाजी की सुन ली तो रणजी प्लेयर्स की मौज होनी तय है!

Ranji Trophy खेलने वालों की मौज होने वाली है. अगर जय शाह ने बैटिंग लेजेंड सुनील गावस्कर की सलाह मान ली तो. सनी पाजी ने ज्यादा से ज्यादा प्लेयर्स को रणजी खेलने के लिए लुभाने को एक मस्त तरीका बताया है.

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गावस्कर चाहते हैं कि BCCI रणजी प्लेयर्स की फ़ीस दोगुनी या तिगुनी कर दी जाए (फ़ाइल फ़ोटो)

रणजी ट्रॉफ़ी खूब चर्चा में है. BCCI इसकी बेहतरी के लिए तमाम काम कर रही है. अब इन कामों में एक और काम जुड़ सकता है. अगर सुनील गावस्कर की सलाह मानी गई तो. लेजेंडरी सनी सर ने BCCI से अपील की है कि रणजी ट्रॉफ़ी में भी टेस्ट क्रिकेट वाली इंसेंटिव स्कीम लाई जाए. सनी सर के मुताबिक इससे घरेलू प्लेयर्स और मोटिवेट होंगे.

आगे बढ़ने से पहले बता दें कि ये टेस्ट क्रिकेट वाली इंसेंटिव स्कीम है क्या. दरअसल इसी महीने BCCI ने घोषणा की थी कि साल में 75 परसेंट टेस्ट मैच खेलने वाले प्लेयर्स को हर मैच का 45 लाख मिलेगा. जबकि 50 से 75 परसेंट खेलने वाले प्लेयर्स को हर मैच का 30 लाख मिलेगा. ये पैसे 15 लाख की मैच फ़ीस से अलग होंगे.

एक इवेंट से इतर गावस्कर ने इस बारे में कहा,

'यह BCCI द्वारा टेस्ट खेलने वाले प्लेयर्स को पुरस्कृत करने के लिए किया गया कमाल का काम है. लेकिन मैं BCCI से रिक्वेस्ट करूंगा कि टेस्ट टीम के फ़ीडर सिस्टम यानी रणजी ट्रॉफ़ी पर भी ध्यान दिया जाए.'

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बता दें कि अभी रणजी खेलने वाले प्लेयर्स को हर मैच का लगभग दो लाख रुपया मिलता है. अगर कोई प्लेयर पूरे सीजन का हर मैच खेलता है और उसकी टीम फ़ाइनल तक पहुंचे, तो ये बनते हैं कुल दस मैच. विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी की मैच फ़ीस हर मैच के लिए पचास हजार है, जबकि सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी का हर मैच खेलने के लिए 17,500 रुपये मिलते हैं. इसी पर बात करते हुए गावस्कर बोले,

'अगर रणजी ट्रॉफ़ी की मैच फ़ीस डबल या ट्रिपल की जा सके, तो बहुत सारे प्लेयर्स रणजी ट्रॉफ़ी खेलेंगे. और कम ही लोग इससे बचना चाहेंगे. अगर हर दस फ़र्स्ट क्लास मैच के लिए आपको इतने ज्यादा पैसे मिलते हैं, तो वो सारे लोग खेलने ही चाहेंगे. इसलिए मैं BCCI से दरख़्वास्त करूंगा कि वो लोग इस पर भी विचार करें.'

गावस्कर ने इसके साथ ही एक और महत्वपूर्ण विषय पर बात की. उन्होंने कहा कि रणजी ट्रॉफ़ी मैचेज़ के बीच के कम गैप पर भी ध्यान देना होगा. सनी सर का मानना है कि रणजी ट्रॉफ़ी के मैच अक्टूबर से मिड दिसंबर तक होने चाहिए. और घरेलू सीजन 50 ओवर्स वाले विजय हजारे ट्रॉफ़ी के साथ खत्म हो. बता दें कि अभी रणजी ट्रॉफ़ी साल का अंतिम टूर्नामेंट होती है. 2023-24 सीजन का अंत 14 मार्च को रणजी फ़ाइनल के साथ हुआ. गावस्कर बोले,

'इस तरह से, भारत के लिए खेल रहे प्लेयर्स के अलावा सभी लोग रणजी ट्रॉफ़ी खेलने के लिए उपलब्ध रहेंगे. ना खेलने का कोई बहाना ही नहीं होगा. जनवरी से वनडे शुरू होंगे तो IPL वाले बंदों को प्रैक्टिस भी मिल जाएगी.'

सनी सर ने इस बातचीत में BCCI द्वारा घरेलू मैच खेलना अनिवार्य करने पर भी बात की. उन्होंने इसे एक बेहतरीन कदम बताया. सनी सर के मुताबिक डॉमेस्टिक क्रिकेट सबको खेलनी चाहिए और ये बहुत जरूरी चीज भी है.

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