वेस्टइंडीज़ क्रिकेट टीम (West indies Cricket). T20 क्रिकेट की सबसे सफलतम टीम्स में से एक. साल 2012 और 2016 की वर्ल्ड विजेता टीम का अभियान मेगा इवेंट में बेहद खराब रहा. टीम ने क्वालीफायर मुकाबले में बेहद खराब प्रदर्शन किया, जिस वजह से वो सुपर-12 के लिए भी क्वालीफाई नहीं कर पाई. जिसके बाद टीम को लेकर काफी सवाल खड़े हुए. अब पूर्व कप्तान शिवनारायण चंद्रपॉल ने टीम के प्लेयर्स के ऊपर बड़ा आरोप लगाया है.
T20 विश्व कप के क्वालिफायर मुकाबलों में कैरिबियन टीम को स्कॉटलैंड और आयरलैंड से हार का सामना करना पड़ा. जिस वजह से वेस्टइंडीज सुपर 12 के लिए भी क्वालिफाई करने में विफल रही थी. इसके बाद चंद्रपॉल ने कुछ खिलाड़ियों को लेकर कहा कि वो देश का प्रतिनिधित्व करने के बजाय पैसा कमाने में अधिक रुचि रखते हैं.
"अब ये लोग पैसे के लिए खेलते हैं" - वेस्टइंडीज़ का पुराना खिलाड़ी भड़का
वेस्टइंडीज़ की टीम इस बार सुपर-12 के लिए भी क्वालीफाई नहीं कर पाई थी

करीब दो दशक के लिए वेस्टइंडीज़ टीम का प्रतिनिधित्व करने वाले चंद्रपॉल के मुताबिक, दुनिया भर की T20 लीग्स का बुरा असर वेस्टइंडीज टीम पर प्रभाव पड़ रहा है. सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड के मुताबिक,
दुनियाभर की प्रीमियर T20 लीग्स ने वेस्टइंडीज के खिलाड़ियों के इंटरनेशनल क्रिकेट की तरफ झुकाव को कम कर दिया है. वेस्टइंडीज क्रिकेट वो नहीं है जिस पर ये लोग इन दिनों निर्भर होंगे, इसलिए मुझे नहीं लगता कि वे यहां खेलने को लेकर उत्सुक हैं. वे कहीं और जा सकते हैं, खेल सकते हैं और पैसे कमा सकते हैं. ऐसे में वो वेस्टइंडीज को रिप्रेजेंट करने पर ध्यान केंद्रित नहीं करते. हम सबने पैसे से बढ़कर देश को प्राथमिकता दी और इज्जत के लिए खेले.
वर्ल्ड कप से जल्दी बाहर होने को लेकर वेस्टइंडीज़ बोर्ड द्वारा एक समिति का गठन किया गया है. वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान ब्रायन लारा, मिकी आर्थर इस पैनल के सदस्य होंगे. जबकि जस्टिस पैट्रिक थॉम्पसन इसकी अध्यक्षता करेंगे. ये कमेटी टीम के खराब प्रदर्शन की समीक्षा करेगी और भविष्य में टीम की तैयारी कैसी हो, इसको लेकर अपना सुझाव देगी.
वेस्टइंडीज़ क्रिकेट की बात की जाए तो पिछले कुछ सालों से वहां कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है. आंद्रे रसेल और सुनील नरेन जैसे स्टार प्लेयर्स टीम में खेलने की जगह फ्रेंचाइजी लीग को ज्यादा तरजीह दे रहे हैं. वहीं शिमरोन हेटमायर जैसे खिलाड़ी फ्लाइट छूटने की वजह से वर्ल्ड कप टीम का हिस्सा नहीं बन पा रहे हैं. ये दिखाता है कि वेस्टइंडीज क्रिकेट की स्थिति कितनी बदतर हो रही है.
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