30 दिसंबर 2022 को भारतीय क्रिकेटर ऋषभ पंत एक हादसे का शिकार हुए थे. उतराखंड के रुड़की में ऋषभ पंत (Rishabh Pant) की कार दुर्घटनाग्रस्त (Road Accident) हो गई थी. हादसे के बाद कार में आग लगी और कार बुरी तरह से जल गई. इस घटना के बाद मीडिया में इस घटना को लगातार कई दिनों तक कवरेज मिला.
ऋषभ पंत कार एक्सीडेंट कवरेज पर सरकार ने क्यों सुना डाला?
30 दिसंबर को हुआ था पंत का एक्सीडेंट.

लेकिन जिस तरह से टीवी चैनल्स पर ऋषभ पंत के कार एक्सीडेंट और अन्य क्राइम की रिपोर्टिंग की गई. उसे लेकर केन्द्र सरकार नाखुश है. सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने इस मामले पर सख़्ती दिखाते हुए कहा है कि टेलीविज़न चैनल्स को अपने सिस्टम को दुरुस्त करना चाहिए.
सरकार ने कहा है कि
'ऋषभ पंत की सड़क दुर्घटना और कुछ अन्य क्राइम पर टेलीविज़न समाचार कवरेज बेहद खराब और दिल दहला देने वाला रहा है.'
इतना ही नहीं मंत्रालय ने चैनलों से संबंधित कानून के तहत निर्धारित programme code का सख़्ती से पालन करने का निर्देश दिया है.
सरकार ऋषभ पंत के एक्सीडेंट और ऐसे क्राइम सीन्स पर हुई रिपोर्टिंग से गुस्सा है. इसका अंदाज़ा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि बयान के साथ सभी निजी सैटेलाइट चैनल्स को एक एडवाइज़री भी जारी की गई है.
जिसमें साफतौर पर कहा गया है कि
'शवों की दर्दनाक तस्वीरें, पांच साल के बच्चे की पिटाई और ऋषभ पंत की कार दुर्घटना के कवरेज के दौरान ऐसी रिपोर्टिंग हुई. जिसके विज़ुअल्स बिल्कुल भी ठीक नहीं थे. इन मामलों में शालीनता का उल्लंघन हुआ जो आहत करता है.'
सरकार ने ऐसे कवरेज पर टीवी चैनल्स को सलाह देते हुए कहा है कि व्यक्तियों के शव, खून के छींटे और घायल व्यक्तियों की तस्वीरें या वीडियो ना दिखाएं जाएं.
ऋषभ पंत का एक्सीडेंट 30 दिसंबर को रुड़की में हुआ था. पंत अपनी मर्सीडीज़ कार से दिल्ली से लौट रहे थे. रुड़की के पास मंगलौर कोतवाली क्षेत्र के NH-58 पर उनकी कार का एक्सीडेंट हुआ. उस समय, भोर लगभग 5 बजे थे.
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