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नो बॉल से नॉकआउटः टीम इंडिया को बार-बार महंगी पड़ी है ये गलती!

नो बॉल के कारण भारत का वर्ल्ड कप 2022 में सफर खत्म हो गया है.

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SA के खिलाफ नो बॉल ने बिगाड़ा टीम इंडिया का खेल! (Image: AFP)
भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका. जगह न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च में मौजूद हेग्ले ओवल स्टेडियम और टूर्नामेंट था ICC वीमेंन्स वर्ल्ड कप 2022. कैलेंडर में मार्च का महीना खत्म हो रहा है और 27 मार्च 2022 को भारतीय महिला क्रिकेट टीम का ICC वर्ल्ड कप में सफर भी खत्म हो गया. ये हार हर किसी को चुभ रही है, क्योंकि आखिरी वर्ल्ड कप में हम फाइनल खेले थे और इस बार नॉकआउट स्टेज तक पहुंचने के लिए पहले एलिमिनेट हो गए. आखिरी ओवर का ड्रामा वर्ल्ड कप का आखिरी लीग मुकाबला भारत के लिए करो या मरो वाला था. भारत ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी चुनी और 7 विकेट खोकर 274 रन स्कोर बोर्ड पर टांगे. इस स्कोर में ओपनर स्मृति मांधना ने 71, शेफाली वर्मा ने 53 और कप्तान मिताली राज ने 68 रन जोड़े. जवाब में दक्षिण अफ्रीका की पारी पहुंची आखिरी ओवर तक. आखिरी ओवर में अफ्रीका टीम को 7 रन चाहिए थे, गेंद थी दीप्ति शर्मा के हाथों में. ओवर की शुरुआती चार गेंदों में दीप्ति ने 4 रन खर्चे और आखिरी 2 गेंदों में अफ्रीकी टीम को जीत के लिए 3 रन की जरूरत थी. अभी तक मुकाबला 50-50 था यानी बाजी किसी भी तरफ पलट सकती थी. दीप्ति की पांचवीं गेंद पर भारत को मिग्रॉन डु प्रीज का विकेट मिला, लेकिन दीप्ति की ये गेंद नो बॉल निकली. ऐसे में न तो विकेट मिला, बॉल भी काउंट नहीं हुई, एक रन एक्स्ट्रा दिया और फ्री हिट मिला सो अलग. इसके बाद 50वें ओवर की आखिरी गेंद पर भारत का वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में पहुंचने का सपना भी टूट गया. ऐसा पहली बार नहीं है जब नो बॉल किसी ICC टूर्नामेंट में भारत के लिए बुरी खबर लेकर आई हो. इससे पहले भी भारत ने ICC टूर्नामेंट्स के अहम मुकाबले नो बॉल के चलते गंवाएं हैं. 2017: ICC चैपियंस ट्रॉफी का फाइनल 2017 में ICC चैपियंस ट्रॉफी में भारत ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी. पारी का चौथा ओवर, गेंद जसप्रीत बुमराह के हाथों में और सामने थे लेफ्ट हैंड बैट्समैन फखर ज़मान. गेंद बुमराह के हाथों से निकली और फखर ज़मान के बल्ले का किनारा लेते हुए विकेटकीपर धोनी के दस्तानों में समा गई. अभी भारतीय टीम जश्न मना ही रही थी कि अंपायर ने रिप्ले का इशारा किया. रिप्ले में साफ दिख रहा था कि कैसे गेंद फेंकते समय बुमराह का पैर क्रीज के बाहर चला गया था. इस एक नो बॉल की कीमत भारत ने फखर ज़मान के 114 रनों के रूप में चुकाई और भारत का चैपियंस ट्रॉफी पर कब्जा करने का सपना भी टूट गया था. फखर ज़मान को उनकी शानदार पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया. 2016: ICC मेन्स टी-20 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल 31 मार्च 2016 को भारत ने वेस्ट इंडीज के खिलाफ टी-20 वर्ल्ड कप का सेमीफाइनल खेला. इस मैच में एक नहीं बल्कि दो बार बल्लेबाज लेंडल सिमंस आउट हुए, लेकिन दुर्भाग्य से दोनों बार गेंद नो बॉल निकली. पहली नो बॉल फेंकी आर अश्विन ने जब सिमंस 18 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे. दूसरी नो बॉल फेंकी मीडियम पेसर हार्दिक पंड्या ने तब सिमंस 50 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे. दो जीवनदान के बाद सिमंस के 51 गेंदों में नाबाद 82 रन की मदद से वेस्ट इंडीज ने 2 गेंद पहले ही 193 रनों के टारगेट को चेज कर लिया था. वेस्ट इंडीज ने 3 विकेट खोकर 196 रन बनाए और सिमंस हाई वोल्टेज ड्रामा मैच में 'प्लेयर ऑफ द मैच' भी बने. आगे चलकर फाइनल मुकाबले में वेस्ट इंडीज ने इंग्लैंड को हराकर खिताब भी जीता था. साल भर में नो बॉल के कारण महिला क्रिकेट टीम को दूसरा झटका साल भर के भीतर ये दूसरा मौका है जब जीत की दहलीज पर खड़े होकर महिला क्रिकेट टीम ने एक नो बॉल की कीमत मैच हारकर चुकाई हो. अंतर बस इतना है कि तब भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरिज खेल रही थी और अभी ICC टूर्नामेंट का मैच. 24 सितंबर 2021 को दूसरे वनडे मैच में ऑस्ट्रेलिया की टीम को आखिरी गेंद पर 3 रनों की जरूरत थी. गेंद थी झूलन गोस्वामी के हाथों में और सामने बल्लेबाज थीं निकोला कैरी. कैरी शॉट मारने के चक्कर में अपना विकेट गंवा बैठीं और भारतीय टीम ने जश्न मनाना शुरू कर दिया था. लेकिन तभी अंपायर ने नो बॉल देखने के लिए थर्ड अंपायर की मदद ली. रिप्ले ऑस्ट्रेलिया के पक्ष में आया और नो बॉल के साथ ऑस्ट्रेलिया की टीम को फ्री हिट भी मिल गया था. आखिरी गेंद पर दो रन बने और इस तरह भारत मैच जीतते-जीतते हार गया.

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