इंडिया वर्सेज़ वेस्ट इंडीज़ की टेस्ट सीरीज़ चल रही है. दूसरा टेस्ट चालू है. पहला टेस्ट इंडिया जीत चुकी है. एकदम भौकाल में दूसरा टेस्ट भी जीतने की राह पर चल रही है. इंडिया ने पहले बॉलिंग की और वेस्ट इंडीज़ की टीम बिना 200 रन बनाये आउट हो गयी. इंडिया जब बैटिंग करने उतरी तो लोकेश राहुल एकदम पक्का इरादा बनाके उतरे कि वेस्ट इंडीज़ की तो हालत ख़राब कर देनी है. ओपेनिंग पर उतरे लोकेश पहले दिन तो खेले ही खेले, दूसरे दिन भी खेले. सेंचुरी मारी और 158 रनों की इनिंग्स खेली. इस दौरान 303 गेंदों में 15 चौके और 3 छक्के ठोंके. इसके साथ लोकेश राहुल ने एक नया रिकॉर्ड बनाया. ये उनकी तीसरी सेंचुरी थी. उनकी एक भी हाफ़ सेंचुरी नहीं है. अपने करियर में उन्होंने जितनी भी बार पचास का स्कोर पार किया, उसे सेंचुरी तक ले गए. इस तरह से
वो ऐसे प्लेयर बन गए हैं जिसने तीन बार अपनी हर हाफ़ सेंचुरी को सेंचुरी में तब्दील किया है. अजहरुद्दीन के बाद वो ऐसा करने वाले इंडिया के दूसरे बल्लेबाज हैं. साथ ही वो ऐसे तीसरे भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं जिसने अपने पहले तीन शतक इंडिया से बाहर मारे हैं. उनसे पहले सुनील गावस्कर और वीनू मांकड़ ने ये काम किया है.
लोकेश राहुल से पहले मोहम्मद अजहरुद्दीन ने अपने पहले तीन पचासों को सेंचुरी में बदला था. 1984-85 की टेस्ट सीरीज़. इंग्लैण्ड के खिलाफ़. पहला टेस्ट इंडिया ने जीता, लेकिन दूसरा इंग्लैण्ड ने गजब तरीके से इंडिया को हरा दिया. कपिल देव को और संदीप पाटिल को ड्रॉप किया गया. कपिल देव की जगह आये चेतन शर्मा और संदीप पाटिल की जगह पहला मैच खेलने आया हैदराबाद का मोहम्मद अजहरुद्दीन.
अजहरुद्दीन का पहला टेस्ट - कोलकाता. इंडिया पहले बैटिंग कर रही थी और स्कोर था 127 पर 4 विकेट. सुनील गावस्कर, गायकवाड, दिलीप वेंगसरकर और मोहिंदर अमरनाथ पवेलियन वापस जा चुके थे. लग रहा था कि सीरीज़ हाथ से निकलने वाली थी लेकिन फिर आये अजहरुद्दीन. रवि शास्त्री के साथ 241 रन की पार्टनरशिप की. और इस दौरान अपने पहले ही मैच में सेंचुरी मार दी.
दूसरा टेस्ट - चेन्नई. सीरीज़ का चौथा टेस्ट. इंडिया फिर से पहले बैटिंग करने उतरी. इस बार फिर 155 रन पर 4 विकेट गिर गए. अज़हर बैटिंग पर आये लेकिन 48 पर ही आउट हो गए. इंडिया ने मात्र 272 रन बनाये. इंडिया दूसरी इनिंग्स में जब बैटिंग करने उतरी तो 380 रन से ट्रेल कर रही थी. इस बार 22 पर 3 विकेट गिर गए. तो अज़हर आये. मोहिंदर अमरनाथ के साथ अज़हर ने मिलकर अच्छी पार्टनरशिप की. अमरनाथ 95 पर आउट हुए और अज़हर ने सेंचुरी मारी. इंडिया ने कुल 412 रन बनाये. इंग्लैण्ड को मात्र 32 रन बनाने थे जो उन्होंने बड़े आराम से बना लिए.
तीसरा टेस्ट - कानपुर. ये वो ज़माना था जब टेस्ट मैच की सीरीज़, सीरीज़ हुआ करती थी. पांच मैच होने थे इस सीरीज़ में. पांचवां मैच कानपुर में था. इंडिया ने पहली इनिंग्स में 553 रन बनाये. और इसी दौरान अज़हर ने सेंचुरी लगायी. दूसरी इनिंग्स में इंडिया ने 97 रन पर डिक्लेयर कर दिया. इसमें भी अज़हर ने 54 रन बनाये. और इस शुरुआत के बाद अज़हर के करियर ने जो मोड़ लिए, वो हम सभी भूल भी नहीं सकते. शुरुआत इतनी नाटकीय लेकिन एक्साइटिंग थी, तो एंड सिर्फ़ नाटकीय. झोला भर के बद्दुआएं, लानतें, आरोप और कोर्ट के चक्कर. इंडिया के कप्तान से गद्दार का तमगा. और दूसरी तरफ़ लोकेश राहुल. नया टेस्ट करियर. सधी हुई, अच्छी शुरुआत. बाकी सब तो राजी-खुशी है.