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'राजनीति की वजह से हुए मजबूर...' विराट-रोहित के रिटायरमेंट पर पूर्व क्रिकेटर का चौंकाने वाला दावा

Rohit Sharma और Virat Kohli के टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट को लेकर पूर्व क्रिकेटर कर्सन घावरी ने BCCI पर बड़ा आरोप लगा दिया है.

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रोहित-विराट के रिटायरमेंट पर विराट का बड़ा बयान (फाइल फोटो)

रोहित शर्मा (Rohit Sharma) और विराट कोहली (Virat Kohli) को टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट लिए काफी वक्त हो चुका है. यहां तक कि इसके बाद भारत-इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज भी खेली जा चुकी है. लेकिन अभी भी इसको लेकर चर्चा हो रही है. अब पूर्व क्रिकेटर कर्सन घावरी ने रोहित-विराट के रिटायरमेंट को लेकर BCCI पर बड़ा आरोप लगा दिया है.

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घावरी के मुताबिक BCCI की ‘राजनीति’ और सलेक्शन पैनल के अध्यक्ष अजीत अगरकर की वजह से दोनों ने रिटायरमेंट ले लिया. उन्होंने विक्की लालवानी शो में कहा,

विराट कोहली को आसानी से इंडिया के लिए दो-तीन साल और खेलना चाहिए था. लेकिन कुछ ऐसा हुआ जिसने उन्हें मजबूर कर दिया रिटायर होने के लिए. और अफसोस की बात ये रही कि जब उन्होंने रिटायरमेंट लिया तो BCCI ने उन्हें कोई फेयरवेल तक नहीं दिया. ऐसे खिलाड़ी, इतना बड़ा खिलाड़ी जिसने BCCI, इंडिया क्रिकेट और इंडियन फैंस के लिए इतना बड़ा योगदान दिया हो, उसे तो भव्य और शानदार फेयरवेल मिलना ही चाहिए था.

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घावरी ने आगे कहा,

ये सब BCCI की अंदरूनी राजनीति की वजह से हुआ है, जिसे समझना आसान नहीं है. मुझे लगता है यही वजह रही कि विराट कोहली ने समय से पहले रिटायरमेंट ले लिया. यहां तक कि रोहित शर्मा ने भी प्रीमैच्योर रिटायरमेंट लिया. उन्हें बाहर जाने के लिए कहा गया, ऐसा नहीं था कि वो खुद खेल छोड़ना चाहते थे. दोनों ही आगे खेलना चाहते थे, लेकिन सेलेक्टर्स और BCCI के दिमाग में कुछ और चल रहा था. ये सब छोटी-मोटी राजनीति का ही नतीजा था.

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नहीं मिला था फेयरवेल टेस्ट

दोनों ही प्लेयर्स ने मई 2025 में कुछ दिनों के ही अंतराल पर टेस्ट से रिटायरमेंट का एलान कर दिया था. दोनों में से किसी भी प्लेयर को फेयरवेल नहीं मिला था. जिसको लेकर काफी सवाल उठे थे. BCCI पर इसको लेकर सवाल उठे और इस पर 'लल्लनटॉप' के स्पेशल वीकली प्रोग्राम 'गेस्ट इन द न्यूज़रूम' में चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) का बयान सामने आया था. उन्होंने कहा था,

रिटायरमेंट का जो कॉल होता है, वो प्लेयर का पर्सनल कॉल होता है. लेकिन जो भी खिलाड़ी टीम इंडिया के लिए 5-10 साल से ज़्यादा खेले हैं या जिन्होंने 40-50 से ज़्यादा टेस्ट मैच खेले हैं, अगर आप उन्हें आगे की प्लानिंग में नहीं देख रहे या उन्हें रिटायरमेंट का संकेत मिल चुका है, तो उन्हें एक मैच का मौका ज़रूर मिलना चाहिए, ताकि वो ऑन-फील्ड रिटायरमेंट का एलान कर सकें.

पुजारा ने आगे कहा था,

इसमें बोर्ड क्या कर सकता है, इस बात का जवाब मैं नहीं दे सकता. लेकिन मुझे लगता है कि जिस भी प्लेयर ने टीम इंडिया के लिए योगदान दिया है, चाहे वो बड़ा हो या छोटा, अगर उन्हें फील्ड पर रिटायरमेंट का मौका मिलता है, तो यह उनके लिए काफी मायने रखता है.

बताते चलें कि विराट ने 123 टेस्ट मैच खेले. इस दौरान उन्होंने 46.85 की औसत से 9230 रन बनाए. कोहली ने टेस्ट में 30 शतक और 31 अर्धशतक जड़े. जबकि रोहित ने 67 टेस्ट में 4301 रन बनाए थे.

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