क्रिकेट जानकारों की नज़र में हमें आज़ादी के बाद बंटवारे का सबसे बड़ा नुकसान पाकिस्तान चले गए गए तेज़ गेंदबाज़ों के रूप में हुआ. क्योंकि इतिहास कहता है पाकिस्तान क्रिकेट में तेज़ गेंदबाज़ों की लंबी खेप रही है. सरफराज़ नवाज़ से इमरान खान और उनके बाद वसीम अकरम, वकार यूनुस, शोएब अख़्तर और फिर मोहम्मद आमिर, मोहम्मद आसिफ, वहाब रियाज़ जैसे ढेर सारे तेज़ गेंदबाज़ आए और पाकिस्तान के लिए कमाल की क्रिकेट खेली.
युवराज, विराट, सहवाग के विकेट पर 'खुश' होना जुनैद को भारी पड़ गया!
साल 2011 में पाकिस्तान के लिए डेब्यू करने वाले लेफ्ट आर्म पेसर जुनैद खान ने 2019 तक पाकिस्तान के लिए 107 इंटरनेशनल मैच खेले.

इन तेज़ गेंदबाज़ों में कइयों का क्रिकेट करियर बहुत ज़्यादा नहीं चला. इन खिलाड़ियों को बेहतरीन टैलेंट बताया गया लेकिन कुछ मैच या कुछ साल बाद ही ये क्रिकेट की दुनिया से खो गए. हाल में ऐसा ही एक उदाहरण वसीम अकरम ने मोहम्मद आसिफ और मोहम्मद आमिर को बताया है. वहीं उमर गुल और अब्दुल रज़्ज़ाक भी ऐसे ही गेंदबाज़ रहे.
इस लिस्ट में एक और तेज़ गेंदबाज़ रहे. जुनैद खान. साल 2011 में पाकिस्तान के लिए डेब्यू करने वाले इस लेफ्ट आर्म पेसर ने 2019 तक पाकिस्तान के लिए 107 इंटरनेशनल मैच खेले. लेकिन वो टीम में आते-जाते रहे. 76 वनडे के अलावा उन्होंने सिर्फ 22 टेस्ट और नौ T20 इंटरनेशनल मुकाबले खेले.
अब जुनैद खान का एक बयान आया है. दरअसल सोशल मीडिया ट्विटर पर उनके एक फैन ने उनकी साल 2012 में भारत के खिलाफ चेन्नई में की गई गेंदबाज़ी का वीडियो शेयर किया. जिसमें उन्होंने वीरेंद्र सहवाग, विराट कोहली, युवराज सिंह और रोहित शर्मा के विकेट लिए थे. उस फैन ने लिखा,
'मैंने जितने भी ओपनिंग स्पेल्स देखें. ये उनमें सबसे खतरनाक में से एक.'
जुनैद खान को भी ये वीडियो पसंद आया. और उन्होंने इस ट्वीट को कोट करते हुए अपनी भावना ज़ाहिर कर दी. जुनैद खान ने ट्वीट के जवाब में लिखा,
'मुझे लगता है कि ये मेरे करियर का टर्निंग पॉइंट रहा. आप लोगों को क्या लगता है.'
लेकिन ऐसा कहते ही जुनैद ट्रोल हो गए. कई यूज़र्स ने कहा कि PCB ने उनके करियर को बर्बाद कर दिया. तो कई यूज़र्स ने कहा कि उन्होंने इसके बाद कुछ भी खास कमाल नहीं किया.
इस मैच के बाद दूसरे वनडे में भी उन्होंने तीन विकेट निकाले थे. जिसमें विराट कोहली और गौतम गंभीर के विकेट भी शामिल थे.
एक साल बाद 2013 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ़ दूसरे वनडे मुकाबले में पूरी तरह फिट ना होते हुए भी उन्होंने एक बेहतरीन ओवर फेंका. उस मैच में जुनैद को पिंडली में चोट थी लेकिन उसके बावजूद उन्होंने आखिरी ओवर में नौ रन डिफेंड कर टीम को सीरीज़ जिताई. वो सीरीज़ जीत साउथ अफ्रीका में पाकिस्तान की पांच मैच की सीरीज़ में पहली जीत थी. लेकिन इसके बावजूद फिटनेस की समस्या के चलते वो टीम में अंदर बाहर होते रहे. साल 2019 में वापसी के बाद वो फिर टीम में वापस नहीं आ सके. जुनैद खान एक अच्छे गेंदबाज़ रहे लेकिन वो कभी भी पाकिस्तानी सेटअप में फिक्स नज़र नहीं आए.