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जब विश्वयुद्ध से लौटी इंग्लैंड क्रिकेट टीम ने इंडिया से ले लिया पूरी दुनिया का बदला!

जब इंग्लैंड के आगे सिर्फ ढाई दिन टिका भारत.

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टीम इंडिया

वर्ल्ड वॉर II. साल 1939 से 1945 तक चलने वाली वो भयंकर लड़ाई, जिसे कोई याद नहीं रखना चाहता. इस लड़ाई के बारे में आपने हिस्ट्री क्लास में पढ़ा ही होगा कि कैसे हिटलर की जर्मनी ने पोलैंड पर हमला किया. उनका साथ इटली और जापान ने दिया था. और इस गुट को एक्सिस पावर्स पुकारा जाता था. दूसरी तरफ इनसे लड़ने के लिए खड़े थे फ्रांस, इंग्लैंड, अमेरिका, सोवियत यूनियन और कुछ हद तक चाइना भी. इस टीम को एलाइड पावर्स कहा गया.

सालों तक चली इस लड़ाई का अंत एलाइड पावर्स की जीत के साथ हुआ. और इससे पहले कि आप सवाल करें, हम बता देतें है कि इस वीडियो का अंत स्पोर्ट्स के साथ ही होगा. और चलिए अब उस अंत की शुरुआत भी कर ही देते हैं. दरअसल, वर्ल्ड वॉर 2 में आई इस जीत के बाद इंग्लैंड ने क्रिकेट के मैदान पर वापसी भी बहुत करारी की थी. वर्ल्ड वॉर के बाद इंग्लैंड ने अपना पहला इंटरनेशनल मुकाबला इंडिया के खिलाफ खेला था. और ढाई दिन में ही इंडिया को अपना बोरिया बिस्तर समेटने पर मजबूर कर दिया था.

ये बात 22 जून 1946 की है. इंडियन टीम इंग्लैंड के साथ तीन टेस्ट मैच की सीरीज खेलने उनके घर पहुंची थी. उस समय टेस्ट मुकाबले भी तीन दिन के हुआ करते थे. पहला मैच लॉर्ड्स में खेला जा रहा था. इसमें दोनों टीम्स की तरफ से कई सारे डेब्यू हुए थे. इंडिया की तरफ से वीनू मांकड़, विज़य हज़ारे, रुसी मोदी, सादू शिंदे के साथ बाद में पाकिस्तान के लिए खेलने वाले अब्दुल कारदार और गुल मोहम्मद ने भी डेब्यू किया था.

#INDvsENG

और इंग्लैंड की तरफ से कुल दो डेब्यू हुए थे. फ्रैंक स्माइल्स (Frank Smailes) और एलेक बेडसर (Alec Bedser) का. खैर, मैच शुरू हुआ. और टॉस गिरा इंडिया के पक्ष में. इंडिया ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला कर लिया. और फिर वही हुआ जो आज तक होता आया है. इंग्लैंड की पिच पर भारतीय बल्लेबाज फंसे… और फंसते ही गए. पहली पारी में टीम के सिर्फ एक खिलाड़ी ने पचासा लगाया. वो थे डेब्यूटेंट रुसी मोदी.

दूसरी तरफ इंग्लैंड की ओर से डेब्यू कर रहे एलेक बेडसर ने अलग ही कहानी लिख दी. उन्होंने टीम इंडिया को सबसे ज्यादा झटके दिए. इन्होंने अपने 29.1 ओवर्स में टोटल सात विकेट निकाले थे. बेडसर ने इन ओवर्स में सिर्फ 49 रन दिए. टीम इंडिया की पहली पारी 200 रन पर सिमट गई थी. अब इंग्लैंड मैदान पर उतरी. उनकी शुरुआत भी ज्यादा खास नहीं हुई थी. टीम ने 16 के स्कोर पर दो विकेट गंवा दिए.

लेकिन फिर नंबर पांच के बल्लेबाज जो हार्डस्टाफ मैदान पर टिक गए. जो ने इंडिया के खिलाफ दोहरा शतक जड़ा. इंग्लैंड टीम की पहली पारी 428 रन पर सिमटी. भारत के लिए लाला अमरनाथ ने पांच विकेट निकाले. अब इंग्लैंड के पास 228 रन की लीड थी. और इसका पीछा करने टीम इंडिया भी पूरे जोश के साथ उतरी. शुरुआत टीम को बढ़िया मिली. टीम ने 67 रन पर विजय मर्चेंट के रुप में पहला विकेट खोया.

इनके बाद विजय हज़ारे ने कुछ रन बनाए. लाला अमरनाथ ने पचासा जड़ा. और टीम ने 228 का पीछा करते हुए 275 रन बना दिए. अब इंडिया के पास कुल 47 रन की लीड थी. लेकिन ये मैच बचाने के लिए बहुत कम थी. इंडिया को रोकने के लिए इस बार का क्रेडिट भी एलक बेडसर को गया. दूसरी पारी में उनके नाम चार विकेट रहे. उनके साथ इस बार दूसरे डेब्यूटेंट फ्रैंक स्माइल्स ने भी तीन विकेट निकाले. और 47 रन का टार्गेट इंग्लैंड के ओपनर्स ने ही चेज़ कर डाला. कुल 16.5 ओवर में.

इंग्लैंड ने ये मुकाबला कुल ढाई दिन में जीतकर वर्ल्ड वॉर-2 से वापसी का जश्न बेहतरीन अंदाज में मनाया.

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